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घुघूती बासूती की कहानी क्या अगले साल

इस साप्ताहिक स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको हिन्दी में मौलिक और अनूदित, नई और पुरानी, प्रसिद्ध कहानियाँ और छिपी हुई रोचक खोजें सुनवाते रहे हैं। पिछली बार आपने अनुराग शर्मा के स्वर में वरुण कुमार जायसवाल की छोटी सी लेकिन मर्मस्पर्शी कथा "लाज" का पाठ सुना था।

आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं घुघूती बासूती की हृदयस्पर्शी संस्मरणात्मक कथा क्या अगले साल जिसे स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने।

"क्या अगले साल" का गद्य घुघूती बासूती ब्लॉग पर उपलब्ध है। उनका व्यंग्य "ओह" हम आपको पहले सुना चुके हैं।

कहानी "क्या अगले साल" का कुल प्रसारण समय 3 मिनट 39 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं।

यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें।

संसार में कुछ अंतिम कुछ प्रथम नहीं होता। संसार एक तरह का मेरी गो राउंड है। सब कुछ जाता है सब कुछ वापिस आता है। बस जब अपने सामने आए तो पकड़ लो, थाम लो इक पल। जी लो वही इक पल!
घुघूती बासूती

हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी हिन्दी कहानी

"सोचा कि माँ और बाबा शायद कोई विस्मयकारी गुप्त योजना बना रहे हैं।"
 (घुघूती बासूती रचित "क्या अगले साल" से एक अंश)


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यदि आप इस पॉडकास्ट को नहीं सुन पा रहे हैं तो नीचे दिये गये लिंक से डाऊनलोड कर लें:
क्या अगले साल MP3

#First Story, Kya Agle Saal: Ghughuti Basuti/Hindi Audio Book/2015/1. Voice: Anurag Sharma

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