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मनमोहन भाटिया की बड़ी दादी

इस साप्ताहिक स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको हिन्दी में मौलिक और अनूदित, नई और पुरानी, प्रसिद्ध कहानियाँ और छिपी हुई रोचक खोजें सुनवाते रहे हैं। पिछली बार आपने अनुराग शर्मा के स्वर में प्रसिद्ध कार्टूनिस्ट काजल कुमार की व्यंग्यात्मक लघुकथा " ड्राइवर " का पाठ सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं मनमोहन भाटिया की कथा बड़ी दादी जिसे स्वर दिया है अर्चना चावजी ने। कहानी "बड़ी दादी" का गद्य हिन्दी समय पर उपलब्ध है। इस कथा का कुल प्रसारण समय 19 मिनट 40 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। दिल्ली प्रेस कहानी प्रतियोगिता 2006 तथा अभिव्यक्ति कथा महोत्सव 2008 में पुरस्कृत मनमोहन भाटिया (बीकॉम एलएलबी) दिल्ली में रहते हैं। उनकी रचनायें विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से छप रही

अभिषेक ओझा की कहानी संयोग

इस लोकप्रिय स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने गिरिजेश राव की मार्मिक कहानी " दूसरा कमरा " का पॉडकास्ट अनुराग शर्मा की आवाज़ में सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं अभिषेक ओझा की कहानी " संयोग ", अनुराग शर्मा की आवाज़ में। कहानी "संयोग" का कुल प्रसारण समय 9 मिनट 38 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। इस कथा का टेक्स्ट ओझा-उवाच पर उपलब्ध है। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। वास्तविकता तो ये है कि किसे फुर्सत है मेरे बारे में सोचने की, लेकिन ये मानव मन भी न! ~ अभिषेक ओझा हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी कहानी "जैसे लॉटरी में हर बार उसका वही नंबर लगा हो जो लगना चाहिए था। वो पीछे मुड़ कर देखे तो क्या ऐसा नहीं है कि वो इन्हीं सब के लिए ही तो बना था ! चु

मुंशी प्रेमचंद की मोटर की छींटें

इस लोकप्रिय स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको सुनवाते रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अनुराग शर्मा के स्वर में रयुनासुके अकुतागावाकी जापानी कहानी " संतरे " का हिंदी अनुवाद सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं मुंशी प्रेमचंद द्वारा लिखित व्यंग्यात्मक कहानी मोटर की छींटें जिसे स्वर दिया है माधवी चारुदत्ता ने। प्रस्तुत व्यंग्य का गद्य " भारत डिस्कवरी " पर उपलब्ध है। " मोटर की छींटें " का कुल प्रसारण समय 11 मिनट 17 सेकंड है। सुनिए और बताइये कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। मैं एक निर्धन अध्यापक हूँ ... मेरे जीवन मैं ऐसा क्या ख़ास है जो मैं किसी से कहूं  ~ मुंशी प्रेमचंद (१८८०-१९३६) हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी हिन्दी कहानी "जजमान का दिल देखकर ही मैं उनका नि

रयुनासुके अकुतागावा की संतरे

इस लोकप्रिय स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको सुनवाते रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अनुराग शर्मा के स्वर में सुमन पाटिल द्वारा लिखित व्यंग्य " चमचासन " सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं रयुनासुके अकुतागावा द्वारा लिखित हृदयस्पर्शी कहानी संतरे जिसे स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने। प्रस्तुत व्यंग्य का गद्य " नवभारत टाइम्स " पर उपलब्ध है। " संतरे " का कुल प्रसारण समय 9 मिनट 46 सेकंड है। सुनिए और बताइये कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। जापानी कथा (short story) के जनक माने जाने वाले प्रसिद्ध जापानी लेखक रयुनासुके अकुतागावा का जन्म 1 मार्च 1892 को हुआ था। 24 जुलाई 1927 को दुखद परिस्थितियों में उनका देहांत हुआ। जापानी साहित्य का प्रसिद्ध अकुतागावा पुरस्कार उन्हीं के सम

बोलती कहानियाँ - सुमन पाटिल का व्यंग्य चमचासन

इस लोकप्रिय स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको सुनवाते रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अनुराग शर्मा के स्वर में प्रसिद्ध फिल्म इतिहासकार, पत्रकार और लेखक शिशिर कृष्ण शर्मा द्वारा कश्मीर के मार्मिक हालात पर लिखित हृदयस्पर्शी कहानी " खत जो लिखा नहीं गया " सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं सुमन पाटिल द्वारा लिखित व्यंग्य चमचासन जिसे स्वर दिया है  अनुराग शर्मा ने। प्रस्तुत व्यंग्य का गद्य " सुरभित सुमन " ब्लॉग पर उपलब्ध है। " चमचासन " का कुल प्रसारण समय 3 मिनट 31 सेकंड है। सुनिए और बताइये कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। गाओ इसलिए कि कर्म है गीत गाओ इसलिए कि धर्म है गीत गाओ इसलिए कि प्रेम है गीत गाओ इसलिए कि अहोभाव है गीत गाओ इसलिए कि जीवन है गीत  ~ सुमन पाटिल

बोलती कहानियाँ: मुंशी प्रेमचन्द कृत बालक

इस लोकप्रिय स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको सुनवाते रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने हिन्दी और मराठी की एक सफल वॉइस ओवर आर्टिस्ट माधवी चारुदत्ता के स्वर में मुंशी प्रेमचन्द की मार्मिक कहानी " अग्निसमाधि " का पाठ सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं मुंशी प्रेमचन्द की ही एक भावमय कथा बालक जिसे स्वर दिया है  अनुराग शर्मा ने। प्रस्तुत कथा का गद्य " भारत कोश " पर उपलब्ध है। "बालक" का कुल प्रसारण समय 19 मिनट 17 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। मैं एक निर्धन अध्यापक हूँ ... मेरे जीवन मैं ऐसा क्या ख़ास है जो मैं किसी से कहूं।  ~ मुंशी प्रेमचंद (१८८०-१९३६) हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी हिन्दी कहानी "पुरखों की पैदा की हुई सम्पत्ति पर

जम्बक की डिबिया - सुभद्रा कुमारी चौहान

इस साप्ताहिक स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको सुनवाते रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अनुराग शर्मा के स्वर में पी. सी. रामपुरिया की व्यंग्यात्मक कहानी " ताऊ " का पाठ सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं हिन्दी की प्रसिद्ध साहित्यकार सुभद्रा कुमारी चौहान की मार्मिक कहानी जम्बक की डिबिया जिसे स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने। कहानी "जम्बक की डिबिया" का गद्य गद्यकोश पर उपलब्ध है। इस कथा का कुल प्रसारण समय 7 मिनट 10 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। सुभद्रा कुमारी चौहान एक कवियत्री होने के साथ-साथ स्वाधीनता संग्राम की सेनानी भी थीं। सुभद्रा कुमारी चौहान (१६ अगस्त १९०४ - १५ फरवरी १९४८) हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी हिन्दी कहानी “बिना देखे कैसे किसी को

ताऊ व्यंग्य - श्री पी. सी. रामपुरिया

इस साप्ताहिक स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको सुनवाते रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अनुराग शर्मा के स्वर में सुधा अरोड़ा की कहानी " एक औरत: तीन बटा चार " का पाठ सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं ब्लॉग जगत के प्रसिद्ध व्यंग्यकार श्री पी. सी. रामपुरिया की व्यंग्यात्मक कहानी ताऊ जिसे स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने। कहानी "ताऊ" का गद्य ताऊ डॉट इन पर उपलब्ध है। इस कथा का कुल प्रसारण समय 2 मिनट 32 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। गम तो यो ही बहुत हैं| हंसो और हंसाओं, यही अपना ध्येय वाक्य है। ~ पी. सी. रामपुरिया सरलहृदय के स्वामी श्री रामपुरिया जी एक अनुभवी व्यवसाई हैं और मुख्यतः व्यंग्य और कवितायेँ लिखते हैं। लंबे समय तक हिन्दी ब्लोगिंग की सफलतम पहेली

मुंशी प्रेमचंद की अमर रचना दो बैलों की कथा

इस साप्ताहिक स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको सुनवाते रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अनुराग शर्मा के स्वर में पुरुषोत्तम पाण्डेय की कहानी " लातों का देव " का पाठ सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं मुंशी प्रेमचंद की अमर कहानी दो बैलों की कथा जिसे स्वर दिया है अर्चना चावजी ने। कहानी "दो बैलों की कथा" का गद्य भारत डिस्कवरी पर उपलब्ध है। इस कथा का कुल प्रसारण समय 26 मिनट 50 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। मैं एक निर्धन अध्यापक हूँ ... मेरे जीवन मैं ऐसा क्या ख़ास है जो मैं किसी से कहूं ~ मुंशी प्रेमचंद (१८८०-१९३६) हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी हिन्दी कहानी “गधा सचमुच बेवकूफ है या उसके सीधेपन, उसकी निरापद सहिष्णुता ने उसे यह पदवी दे दी है, इसका

हरिशंकर परसाई की कहानी "यस सर"

इस साप्ताहिक स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको सुनवाते रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने दीपक बाबा की कहानी " जय प्रकाश उर्फ जे पी " सुनी थी अनुराग शर्मा के स्वर में। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं प्रसिद्ध हिंदी साहित्यकार हरिशंकर परसाई का व्यंग्य यस सर जिसे स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने। कहानी "यस सर" का गद्य प्रदीप कांत के तत्सम ब्लॉग पर उपलब्ध है। इस कथा का कुल प्रसारण समय 2 मिनट 31 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। मेरी जन्म-तारीख 22 अगस्त 1924 छपती है। यह भूल है। तारीख ठीक है। सन् गलत है। सही सन् 1922 है। । ~ हरिशंकर परसाई (1922-1995) हर शनिवार को आवाज़ पर सुनें एक नयी कहानी मुख्यमंत्री को याद आया कि इनका कोई काम होना था।  ( हरिशंकर परसाई की "

जय प्रकाश उर्फ जे पी - दीपक बाबा

इस साप्ताहिक स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको सुनवा रहे हैं हिन्दी की रोचक कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अनुराग शर्मा की आवाज़ में गिरिजाशंकर भगवानजी "गिजुभाई" बधेका की गुजराती लोक-कथा " भोला भट्ट " का पॉडकास्ट सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं दीपक बाबा की कहानी " जय प्रकाश उर्फ जे पी " जिसे स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने। इस कहानी का टेक्स्ट " दीपक बाबा की बकबक " ब्लॉग पर उपलब्ध है। इस कहानी का कुल प्रसारण समय 8 मिनट 57 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। जब दुनिया ही तमाशा बन जाए - तो बक बक करने में बुराई क्या है। ~ दीपक बाबा हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी कहानी सफ़ेद बाल मोटा चश्मा और उम्र लगभग ७०-७२ साल मुस्कुराहट के साथ। ( दीपक बाबा की कहानी "जय प्रकाश उर्फ जे पी" से एक अंश ) नीचे के प्लेयर से सुनें: (प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लिक करें।) यदि आप इस पॉडकास्ट को नहीं सुन पा रहे

भोला भट्ट - गिरिजाशंकर भगवानजी "गिजुभाई" बधेका

इस साप्ताहिक स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको सुनवा रहे हैं हिन्दी की रोचक कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने शेफाली गुप्ता की आवाज़ में सुधा ओम ढींगरा की कहानी " लड़की थी वह " का पॉडकास्ट सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं गिरिजाशंकर भगवानजी "गिजुभाई" बधेका के गुजराती लोक-कथा संकलन से एक कहानी "भोला भट्ट" जिसका हिन्दी अनुवाद किया है काशीनाथ त्रिवेदी ने और स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने। इस कहानी का कुल प्रसारण समय 6 मिनट 35 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। इसमें नया क्या है? यह तो रात का अन्धेरा भरा है। ~ गिजुभाई बधेका (15 नवम्बर, 1885 - 23 जून, 1939) हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी कहानी छह दिनों तक उन्होंने कथा कहीं, सातवें दिन उनका गला बैठ गया। बहुत कोशिश की, पर गला खुला ही नहीं। ( गिजुभाई बधेका की कहानी "भोला भट्ट" से एक अंश ) नीचे के प्लेयर से सुनें: (प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लिक

सुधा ओम ढींगरा की कहानी लड़की थी वह

इस साप्ताहिक स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको सुनवा रहे हैं हिन्दी की रोचक कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अर्चना चावजी की आवाज़ में मुंशी प्रेमचंद की कहानी " खून सफ़ेद " का पॉडकास्ट सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं सुधा ओम ढींगरा की कहानी "लड़की थी वह" जिसे स्वर दिया है शेफाली गुप्ता ने। कहानी "लड़की थी वह" का गद्य रचना समय ब्लॉग पर उपलब्ध है। इस कहानी का कुल प्रसारण समय 8 मिनट 19 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यहां तो बच्चे तीन-चार भाषाएं सीखते हैं, पर बोलते अपनी मातृभाषा हैं। इसके लिए मां-बाप को कोशिश करने की बहुत जरूरत है। हिंदी को लेकर कुंठित मत हों। ~ सुधा ओम ढींगरा हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी कहानी लगता है यम उन्हें लेने आयें हैं और कुत्तों ने यम को देख लिया है ( सुधा ओम ढींगरा की कहानी "लड़की थी वह" से एक अंश ) नीचे के प्लेयर से सुनें. (प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लि

शोभा रस्तोगी "शोभा" की लघुकथा कत्ल किसका

'बोलती कहानियाँ' स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अनुराग शर्मा की आवाज़ में तपन शर्मा की लघुकथा " शवयात्रा " का पॉडकास्ट सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं शोभा रस्तोगी "शोभा" की लघुकथा " कत्ल किसका ", जिसका वाचन किया है अनुराग शर्मा ने। इस लघुकथा का गद्य जनगाथा पर उपलब्ध है। इसका कुल प्रसारण समय 1 मिनट 41 सेकंड है। आप भी सुनें और अपने मित्रों और परिचितों को भी सुनाएँ और हमें यह भी बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं।  यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। शोभा जी दिल्ली में अध्यापन करती हैं। उनकी रचनाएँ प्रतिष्ठित हिन्दी पत्रिकाओं में छपती रही हैं। हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी कहानी "बी एस एफ की गाडियाँ दनादन रौंदाई गईं।" ( शोभा रस्तोगी "शोभा" की लघुकथा &

तपन शर्मा की लघुकथा शवयात्रा

'बोलती कहानियाँ' स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने   अनुराग शर्मा  की आवाज़ में रमेश बत्तरा की लघुकथा " नौकरी " का पॉडकास्ट सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं तपन शर्मा की लघुकथा " शवयात्रा ", जिसका वाचन किया है  अनुराग शर्मा  ने। इस लघुकथा का गद्य कहानी कलश पर उपलब्ध है। इसका कुल प्रसारण समय 3 मिनट 24 सेकंड है। आप भी सुनें और अपने मित्रों और परिचितों को भी सुनाएँ  और हमें यह भी बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं।  यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। युवा लेखक तपन शर्मा हिन्दी के उभरते हुए हस्ताक्षर हैं। उनकी रचनाएँ उनके ब्लॉग धूप छांव पर भी पढ़ी जा सकती हैं। हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी कहानी "ओह। पर मैंने तो कोई खबर नहीं देखी। ब्रेकिंग न्यूज़ में इसका कोई जिक्र ही नहीं था" ( तप

रमेश बत्तरा की लघुकथा "नौकरी"

'बोलती कहानियाँ' स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने   अर्चना चावजी ,  अनुभव प्रिय  और  सलिल वर्मा  की आवाज़ में  प्राख्यात अमेरिकी कथाकार  ओ हेनरी  की अंग्रेज़ी कहानी "A service of love" के हिन्दी अनुवाद " इबादत " का पॉडकास्ट सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं रमेश बत्रा की लघुकथा " नौकरी ", जिसका वाचन किया है  अनुराग शर्मा  ने। इस लघुकथा का गद्य भारतीय साहित्य संग्रह पर उपलब्ध है। इसका कुल प्रसारण समय 2 मिनट 39 सेकंड है। आप भी सुनें और अपने मित्रों और परिचितों को भी सुनाएँ  और हमें यह भी बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं।  यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। रमेश बत्तरा हिन्दी लघुकथा के सबसे महत्वपूर्ण हस्ताक्षरों में से एक हैं। हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी कहानी ‘‘बॉस अहमक है, गलतियाँ

बोलती कहानियाँ: अपनों ने लूटा - डा. अमर कुमार

'बोलती कहानियाँ' स्तम्भ के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको प्रसिद्ध कहानियाँ सुनवाते रहे हैं। पिछले सप्ताह आपने पंडित बदरीनाथ भट्ट "सुदर्शन" की कहानी " परिवर्तन " का पॉडकास्ट अनुराग शर्मा की आवाज़ में सुना था। आवाज़ की ओर से आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं डा. अमर कुमार की लघुकथा " अपनों ने लूटा ", जिसको स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने। लघु कहानी "अपनों ने लूटा" का गद्य (टेक्स्ट) डा० अमर के पन्नों पर पढ़ा जा सकता है। कहानी "अपनों ने लूटा" का कुल प्रसारण समय 3 मिनट 55 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। जन्म मिथिला में, बचपन वैशाली में, प्रारंभिक शिक्षा कोसी क्षेत्र से, माध्यमिक शिक्षा एवँ जीवन से मुठभेड़ का प्रारंभ बैसवारा (रायबरेली) से, चिकित्सा स्नातक कानपुर मेडिकल कॉलेज

बोलती कहानियाँ: पंडित सुदर्शन की लघुकथा परिवर्तन

'बोलती कहानियाँ' स्तम्भ के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको प्रसिद्ध कहानियाँ सुनवाते रहे हैं। पिछले सप्ताह आपने हरिशंकर परसाई की कहानी " ठिठुरता हुआ गणतंत्र " का पॉडकास्ट अर्चना चावजी की आवाज़ में सुना था। आवाज़ की ओर से आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं पंडित सुदर्शन की लघुकथा " परिवर्तन ", जिसको स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने। लघु कहानी "परिवर्तन" का गद्य (टेक्स्ट) हिन्दी समय पर पढ़ा जा सकता है। कहानी का कुल प्रसारण समय 2 मिनट 29 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। हिन्दी साहित्य में "हार की जीत" जैसी प्रसिद्धि बहुत कम कहानियों को मिली है। जब मैंने जम्मू में पांचवीं कक्षा के पाठ्यक्रम में पहली बार "हार का जीत" पढी थी, तब से ही इसके लेखक के बारे में जानने की उत्सुकता थी। द

बोलती कहानियाँ - ठिठुरता हुआ गणतन्त्र

'बोलती कहानियाँ' इस स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अर्चना चावजी की आवाज़ में मंटो की रचना " खोल दो " का पॉडकास्ट सुना था। आवाज़ की ओर से आज हम लेकर आये हैं प्रसिद्ध हिंदी साहित्यकार हरिशंकर परसाई का व्यंग्य " ठिठुरता हुआ गणतंत्र " जिसे स्वर दिया है अर्चना चावजी ने। इस व्यंग्य का पाठ (टेक्स्ट) हिंदिनी पर पढ़ा जा सकता है। "ठिठुरता हुआ गणतन्त्र" का कुल प्रसारण समय 5 मिनट 29 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। "इस देश के बुद्धिजीवी शेर हैं, पर वे सियारों की बरात में बैंड बजाते हैं।"  ~ हरिशंकर परसाई (1922-1995) हर सप्ताह "बोलती कहानियाँ" पर सुनें एक नयी कहानी "समाजवाद परेशान है। उधर जनता भी परेशान है। समाजवाद आने को तैयार खड

बोलती कहानी - कछुआ और खरगोश - इब्ने इंशा

'बोलती कहानियाँ' इस स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अनुराग शर्मा की आवाज़ में साहित्य वाचस्पति पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी ‘मास्टरजी’ की लघुकथा " झलमला " का पॉडकास्ट सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं इब्ने इंशा की लघुकथा " कछुआ और खरगोश ", जिसको स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने।  कहानी " कछुआ और खरगोश " का कुल प्रसारण समय 2 मिनट 22 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं।  यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। सब माया है, सब चलती फिरती छाया है तेरे इश्क़ में हमने जो खोया है जो पाया है जो तुमने कहा और फैज़ ने जो फरमाया है सब माया है, सब माया है। ~ इब्ने इंशा (1927-1978) हर सप्ताह को यहीं पर सुनें एक नयी कहानी काफी जमाना सुस्ता लिए तो फिर मंजिल की तरफ चल पड़े। ( इब्ने इंशा की &qu