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बोलती कहानियाँ: गोपी लौट आया

लोकप्रिय स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको सुनवाते रहे हैं नई, पुरानी, अनजान, प्रसिद्ध, मौलिक और अनूदित, यानि के हर प्रकार की कहानियाँ। इस शृंखला में पिछली बार आपने अनुराग शर्मा के स्वर में माधव नागदा की लघुकथा "माँ" का पाठ सुना था।

बाल दिवस अवसर पर इस बार हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं दर्शन सिंह आशट की बालकथा गोपी लौट आया, जिसे स्वर दिया है पूजा अनिल ने।

प्रस्तुत लघुकथा "गोपी लौट आया" का कुल प्रसारण समय 7 मिनट 32 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। इस लघुकथा का गद्य अभिव्यक्ति में पढा जा सकता है।

यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें।

कविता संग्रह के लिए केंद्र साहित्य अकादमी पुरस्कार 2011 के विजेता डॉ. दर्शन सिंह आशट लगभग सत्तर पुस्तकों के लेखक हैं। पटियाला निवासी डॉ. आशट बालप्रीत पत्रिका के सम्पादक भी हैं।


हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी हिन्दी कहानी

“मॉडल स्कूल में पढते हो, वहाँ यही सब सिखाते हैं क्या?”
 (दर्शन सिंह आशट की कथा "गोपी लौट आया" से एक अंश)



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यदि आप इस पॉडकास्ट को नहीं सुन पा रहे हैं तो नीचे दिये गये लिंक से डाऊनलोड कर लें:
गोपी लौट आया MP3

#Twenteenth Story, Gopi Laut Aaya; Darshan Singh Ashat; Hindi Audio Book/2016/20. Voice: Pooja Anil

Comments

Archana Chaoji said…
बहुत ही बढ़िया प्रस्तुतीकरण और कहानी का बढ़िया वाचन। ... ..
Pooja Anil said…
Bahut shukriya didi. :)

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