एक गीत सौ कहानियाँ - 64
'मेरी आशिक़ी अब तुम ही हो...'
2011 वर्ष के सितंबर में मीडिआ में यह ख़बर आई कि महेश भट्ट और भूषण कुमार 1990 की ब्लॉकबस्टर फ़िल्म ’आशिक़ी’ का रीमेक बनाने में इच्छुक हैं। भूषण कुमार ने महेश भट्ट को ’आशिक़ी’ का सीकुईल बनाने का सुझाव दिया, पर भट्ट साहब तभी राज़ी हुए जब शगुफ़्ता रफ़ीक़ की लिखी स्क्रिप्ट को पढ़ कर उन्हें लगा कि कहानी में ’आशिक़ी’ से टक्कर लेने वाली दम है। ’आशिक़ी’ फ़िल्म की कामयाबी को ध्यान में रखते हुए इस फ़िल्म का रीमेक या सीकुईल बनाने का विचार बहुतों को आत्मघाती लगा। उस पर फ़िल्म के गीत-संगीत के पक्ष को भी बेहद मज़बूत बनाने का सवाल था जो ’आशिक़ी’ के गीतों का मुक़ाबला कर सके। शुरू शुरू में ’आशिक़ी’ के गीतों को ही इस्तमाल करने का विचार आया ज़रूर था, पर इसे रद्द किया गया और ’आशिक़ी-2' में नए गीतों को रखने और उन्हें लोकप्रियता के शिखर तक पहुँचाने की ज़िम्मेदारी भट्ट साहब ने अपने सर ली। और इस तरह से ’आशिक़ी-2’ का काम शुरू हुआ। फ़िल्म में संगीत के लिए चुना गया मिथुन, जीत गांगुली और अंकित तिवारी को। गीत लिखे इरशाद कामिल, संजय नाथ, संजय मासूम और मिथुन ने। यूं तो फ़िल्म के सभी गीत पसन्द किए गए, पर मिथुन के लिखे और स्वरबद्ध किए तथा अरिजीत सिंह के गाए "तुम ही हो..." गीत ने सफलता के झंडे गाढ़ दिए और साल का सर्वश्रेष्ठ गीत बना।
Mithoon |
Arijit Singh |
फिल्म - आशिक़ी 2 : "तुम ही हो अब तुम ही हो..." : अरिजीत सिंह : गीत और संगीत - मिथुन
अब आप भी 'एक गीत सौ कहानियाँ' स्तंभ के वाहक बन सकते हैं। अगर आपके पास भी किसी गीत से जुड़ी दिलचस्प बातें हैं, उनके बनने की कहानियाँ उपलब्ध हैं, तो आप हमें भेज सकते हैं। यह ज़रूरी नहीं कि आप आलेख के रूप में ही भेजें, आप जिस रूप में चाहे उस रूप में जानकारी हम तक पहुँचा सकते हैं। हम उसे आलेख के रूप में आप ही के नाम के साथ इसी स्तम्भ में प्रकाशित करेंगे। आप हमें ईमेल भेजें soojoi_india@yahoo.co.in के पते पर।
खोज, आलेख व प्रस्तुति : सुजॉय चटर्जी
प्रस्तुति सहयोग: कृष्णमोहन मिश्र
प्रस्तुति सहयोग: कृष्णमोहन मिश्र
Comments