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जीना क्या अजी प्यार बिना ....जीवन में नहीं कुछ भी इसके सिवा दोस्तों

आशा भोसले, किशोर कुमार और साथियों की आवाज़ों में राहुल देव बर्मन की यह कम्पोज़िशन बनी थी मजरूह सुलतानपुरी के बोलों पर। १९८० की इस फ़िल्म में ऋषी कपूर और नीतू सिंह की हिट जोड़ी नज़र आई थी। वैसे यह फ़िल्म 'खेल खेल में', 'दूसरा आदमी', 'रफ़ू चक्कर' जैसी फ़िल्मों की तरह सुपरहिट तो नहीं थी और न ही फ़िल्म के अन्य गीतों नें लोगों के दिलों में कुछ ख़ास जगह बनाई, पर फ़िल्म का यह शीर्षक गीत ख़ूब चला था।

उठे सबके कदम....चूमने जीवन की छोटी छोटी खुशियों को

इस गीत का फ़िल्मांकन देखने के बाद सही में यह सवाल मन में उभरता है कि क्या ज़िंदगी में ख़ुश रहने के लिए बहुत बड़ी-बड़ी महंगी-महंगी चीज़ों का होना ज़रूरी है? अगर हम इन "बड़ी" ख़ुशियों को तलाशने लग जायेंगे तो शायद ख़ुशियाँ ही हमसे दूर होती चली जायें।

सुर संगम में आज- संगीत के सौ रंग बिखेरती पण्डित रामनारायण की सारंगी

गज-तंत्र वाद्यों में वर्तमान भारतीय वाद्य सारंगी, सर्वाधिक प्राचीन है। शास्त्रीय मंचों पर प्रचलित सारंगी, विविध रूपों और विविध नामों से लोक संगीत से भी जुड़ी है। प्राचीन ग्रन्थों में यह उल्लेख मिलता है कि लंका के राजा रावण का यह सर्वप्रिय वाद्य था। ऐसी मान्यता है कि रावण ने ही इस वाद्य का आविष्कार किया था। इसी कारण इसका एक प्राचीन नाम ‘रावण हत्था’ का उल्लेख भी मिलता है। आज के अंक में हम सारंगी और इस वाद्य के अप्रतिम वादक पण्डित रामनारायण के व्यक्तित्व और कृतित्व पर चर्चा करेंगे।

२५ दिसम्बर - आज के कलाकार - नौशाद, अटल बिहारी बाजपेयी, नगमा - जन्मदिन मुबारक

२५ दिसम्बर जन्मदिन है तीन लोगों का. नौशाद साहब,पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी और हिन्दी तारिका नगमा का. अटल जी जितने अच्छे राजनीतिज्ञ हैं उतने ही बढ़िया कवि भी. उनकी कुछ कविताओं को जगजीत सिंह ने अपनी आवाज दी थी.

फ़िल्म संगीत में ग़ालिब की ग़ज़लें - एक अवलोकन

'ओल्ड इज़ गोल्ड - शनिवार विशेष' के सभी पाठकों को सुजॉय चटर्जी का सप्रेम नमस्कार! दोस्तों, फ़िल्म-संगीत में ग़ज़लों का चलन शुरु से ही रहा है। गीतकारों नें तो फ़िल्मी सिचुएशनों के लिए ग़ज़लें लिखी ही हैं, पर कई बार पुराने अदबी शायरों की ग़ज़लें भी फ़िल्मों में समय-समय पर आती रही हैं, और इन शायरों में जो नाम सबसे उपर आता है, वह है मिर्ज़ा ग़ालिब। ग़ालिब की ग़ज़लें सबसे ज़्यादा सुनाई दी हैं फ़िल्मों में। आइए आज इस लेख के माध्यम से यह जानने की कोशिश करें कि ग़ालिब की किन ग़ज़लों को हिन्दी फ़िल्मों नें गले लगाया है। पेश-ए-ख़िदमत है 'ओल्ड इज़ गोल्ड - शनिवार विशेषांक' की ७३-वीं कड़ी।

२४ दिसम्बर - आज का कलाकार - मोहम्मद रफ़ी - जन्मदिन मुबारक

मोहम्मद रफ़ी एक ऐसा नाम है जिसे किसी परिचय की जरूरत नहीं.आज २४ दिसम्बर रफ़ी साहब का ८४ वाँ जन्मदिन है. हिन्दी सिनेमा के श्रेष्ठतम पार्श्व गायकों में से एक थे.इन्हें शहंशाह-ए-तरन्नुम भी कहा जाता था.१९४० के दशक से आरंभ कर १९८० तक तक इन्होने कुल २६००० गाने गाए.जिन अभिनेताओं पर उनके गाने फिल्माए गए उनमें गुरु दत्त, दिलीप कुमार, देव आनंद, भारत भूषण, जॉनी वॉकर, जॉय मुखर्जी, शम्मी कपूर, राजेन्द्र कुमार, राजेश खन्ना, अमिताभ बच्चन, धर्मेन्द्र, जीतेन्द्र तथा ऋषि कपूर के अलावे गायक अभिनेता किशोर कुमार का नाम भी शामिल है. हिन्दी के अलावा आपने अन्य भाषाओं में भी गाया.

गिरिजेश राव की कहानी "राजू के नाम एक पत्र"

'बोलती कहानियाँ' इस स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने प्रसिद्ध अमेरिकी कथाकार ओ हेनरी की "अ स्ट्रेंज स्टोरी" का हिन्दी अनुवाद " एक विचित्र कहानी " का पॉडकास्ट अनुराग शर्मा की आवाज़ में सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं गिरिजेश राव की कहानी " राजू के नाम एक पत्र ", जिसको स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने। कहानी "राजू के नाम एक पत्र" का कुल प्रसारण समय 4 मिनट 46 सेकंड है।