Skip to main content

Posts

Showing posts with the label Podcast

सूरज (Sooraj)

बच्चो, बहुत दिन हुए आपकी प्रिय मीनू आंटी की आवाज़ में हम कोई कविता पॉडकास्ट नहीं कर पा रहे थे। लेकिन आपका इंतज़ार खत्म हो गया है। हम इसबार बालकवि ऋषिकेश शिवाजी नलावडे की कविता 'सूरज' लेकर आये हैं। ज़रूर सुनिएगा, अपने दोस्तों को सुनाइएगा और बताइएगा कि कैसा लगा। नीचे ले प्लेयर से सुनें. (प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लिक करें।) यदि आप इस पॉडकास्ट को नहीं सुन पा रहे हैं तो नीचे दिये गये लिंकों से डाऊनलोड कर लें (ऑडियो फ़ाइल तीन अलग-अलग फ़ॉरमेट में है, अपनी सुविधानुसार कोई एक फ़ॉरमेट चुनें) VBR MP3 64Kbps MP3 Ogg Vorbis

गुड़िया रानी बड़ी सयानी (Gudiya Rani Badi Sayani)

अभी २ दिन पहले ही हमने वादा किया था कि बाल-रचनाओं का पॉडकास्ट लेकर हम आते रहेंगे। लीजिए हम फिर हाज़िर हैं। इस बार मीनाक्षी 'मीनू' ने बाल-उद्यान में प्रकाशित केशव कुमार कर्ण की कविता ' गुड़िया रानी बड़ी सयानी ' को अपनी आवाज़ दी है। नीचे ले प्लेयर से सुनें. (प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लिक करें।) यदि आप इस पॉडकास्ट को नहीं सुन पा रहे हैं तो नीचे दिये गये लिंकों से डाऊनलोड कर लें (ऑडियो फ़ाइल तीन अलग-अलग फ़ॉरमेट में है, अपनी सुविधानुसार कोई एक फ़ॉरमेट चुनें) VBR MP3 64Kbps MP3 Ogg Vorbis

तितली परी (Titali Pari)

आज से हिन्द-युग्म अपने आवाज़-मंच पर एक नई शुरूआत कर रहा है। अभी तक हम कहानियों का पॉडकास्ट, कविताओं का पॉडकास्ट, संगीतबद्ध गीतों का पॉडकास्ट प्रकाशित करता रहा था। लेकिन इस बार हम बाल साहित्य का पॉडकास्ट आरम्भ कर रहे हैं। बाल-उद्यान पर प्रकाशित बाल-रचनाओं (कविता, कहानी, ज्ञानवर्धक लेख आदि) को एक-एक करके नियमित रूप से मीनाक्षी 'मीनू' अपनी आवाज़ देंगी। आज हम बच्चों के लिए पहले पॉडकास्ट के रूप में कवि कुलवंत सिंह की कविता 'तितली परी' का पॉडकास्ट लेकर आये हैं। मीनाक्षी 'मीनू' और हिन्द-युग्म का यह प्रयास आपको कितना पसंद आया, यह तो आपकी प्रतिक्रियाओं से पता चलेगा। नीचे ले प्लेयर से सुनें. (प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लिक करें।) यदि आप इस पॉडकास्ट को नहीं सुन पा रहे हैं तो नीचे दिये गये लिंकों से डाऊनलोड कर लें (ऑडियो फ़ाइल तीन अलग-अलग फ़ॉरमेट में है, अपनी सुविधानुसार कोई एक फ़ॉरमेट चुनें) VBR MP3 64Kbps MP3 Ogg Vorbis

मेरा कमरा (Mera Kamara)

बहुत दिनों से हमने आवाज़ पृष्ठ को किसी आवाज़ से नहीं नावाज़ा। या यूँ कहलें कि सामूहिक आवाज़ 'पहला सुर' में इतनी आवाज़ें थी कि महीनों से इसकी ज़रूरत नहीं पड़ी। आज हम मनुज़ मेहता की आवाज़ लेकर उपस्थित हैं। स्वर- मनुज मेहता बोल- मेरा कमरा नीचे ले प्लेयर से सुनें और ज़रूर बतायें कि कैसा लगा? (प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लिक करें।) यदि आप इस पॉडकास्ट को नहीं सुन पा रहे हैं तो यहाँ से डाऊनलोड कर लें।

कहानी 'एक और मुखौटा' का पॉडकास्ट

पिछले महीने हिन्द-युग्म ने कहानियों के पॉडकास्ट के प्रसारण की शुरूआत की थी। आज हम आपके समक्ष दूसरा पॉडकास्ट लेकर प्रस्तुत हैं। इस बार श्रीकांत मिश्र 'कांत' , शोभा महेन्द्रू और श्वेता मिश्रा की टीम ने रंजना भाटिया की कहानी 'एक और मुखौटा' का पॉडकास्ट बनाया। अपने प्रयास में हिन्द-युग्म की यह टीम कितनी सफल रही है, ये तो आप श्रोता ही बतायेंगे। नीचे के प्लेयर से सुनें और ज़रूर बतायें कि कैसा लगा? (प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लिक करें।) यदि आप इस पॉडकास्ट को नहीं सुन पा रहे हैं तो यहाँ से डाउनलोड कर लें।

नाता (अनुपमा चौहान की आवाज़ में गीत)

७ मार्च २००७ को हिन्द-युग्म पर एक गीत प्रकाशित हुआ था 'नाता' । आज हम उसी गीत को इसकी रचनाकार अनुपमा चौहान की आवाज़ में रिकार्ड करके आपके सेवा में दुबारा उपस्थित हुए हैं। आशा है आपको पसंद आयेगा। स्वर- अनुपमा चौहान बोल- नाता नीचे ले प्लेयर से सुनें और ज़रूर बतायें कि कैसा लगा? (प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लिक करें।)

ज़िंदा हो गया है (कहानी)

हमने पॉडकास्ट ब्लॉग 'आवाज़' की शुरूआत सूरज प्रकाश की कहानी 'एक जीवन समांतर' से की थी। आज कहानी सुनाने के क्रम में हम लाये हैं राजीव रंजन प्रसाद के स्वर में इन्हीं की कहानी 'ज़िंदा हो गया है' । यह कहानी कहानी-कलश पर २६ सितम्बर २००७ को प्रकाशित है। नीचे ले प्लेयर से सुनें और ज़रूर बतायें कि कैसा लगा? (प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लिक करें।) यदि आप इस पॉडकास्ट को नहीं सुन पा रहे हैं तो नीचे दिये गये लिंकों से डाऊनलोड कर लें (ऑडियो फ़ाइल तीन अलग-अलग फ़ॉरमेट में है, अपनी सुविधानुसार कोई एक फ़ॉरमेट चुनें) VBR MP3 64Kbps MP3 Ogg Vorbis

बाल-दिवस - किसके लिए?

कुछ दिनों पूर्व हिन्द-युग्म जब नवम्बर माह की प्रतियोगिता से हमने पंखुड़ी कुमारी की कविता 'बाल दिवस -किसके लिए?' प्रकाशित की थी तो हमारे एक पाठक शैलेश चन्द्र जम्लोकी (मुनि) ने अनुरोध किया था कि इस कविता को सुरों में ढाला जाना चाहिए। हमने स्वरबद्ध तो नहीं किया है लेकिन हाँ, विकास कुमार की आवाज़ में पॉडकास्ट अवश्य कर रहे हैं। नीचे ले प्लेयर से सुनें और ज़रूर बतायें कि कैसा लगा? (प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लिक करें।) यदि आप इस पॉडकास्ट को नहीं सुन पा रहे हैं तो नीचे दिये गये लिंकों से डाऊनलोड कर लें (ऑडियो फ़ाइल तीन अलग-अलग फ़ॉरमेट में है, अपनी सुविधानुसार कोई एक फ़ॉरमेट चुनें) VBR MP3 64Kbps MP3 Ogg Vorbis

तरबूज का भूत

पिछले महीने हिन्द-युग्म ने उद्‌घोषणा की थी कि जल्द ही प्रो॰ राजीव शर्मा की आवाज में उन्हीं की व्यंग्य कविताएँ पॉडकास्ट की जायेंगी। आज हम पहली व्यंग्य कविता लेकर हाज़िर हैं। विपुल शुक्ला के सहयोग से प्रो॰ राजीव शर्मा की व्यंग्य रचना 'तरबूज का भूत' हम तक पहुँच सका है। नीचे ले प्लेयर से सुनें और ज़रूर बतायें कि कैसा लगा? (प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लिक करें।) यदि आप इस पॉडकास्ट को नहीं सुन पा रहे हैं तो नीचे दिये गये लिंकों से डाऊनलोड कर लें (ऑडियो फ़ाइल तीन अलग-अलग फ़ॉरमेट में है, अपनी सुविधानुसार कोई एक फ़ॉरमेट चुनें) VBR MP3 64Kbps MP3 Ogg Vorbis

कहानी का प्रसारण

हिन्द-युग्म बहुत समय से ऐसा विचार कर रहा था कि कहानी-कलश का पॉडकास्ट करे साथ ही साथ महान कहानीकारों की कहानियों का पॉडकास्ट करे। हिन्द-युग्म के दमदार आवाज़ विकास कुमार ने महान कथाओं को पॉडकास्ट का काम 'सुनो कहानी' पर शुरू भी कर दिया है। आज हम इसी दिशा में अगली कोशिश कहानी-कलश की कहानी का पॉडकास्ट प्रसारित करके कर रहे हैं। पहली कहानी है वरिष्ठ कथाकार सूरज प्रकाश की कहानी 'दो जीवन समांतर'। जिसे आवाज़ दिया है श्रीकांत मिश्र 'कांत' और शोभा महेन्द्रू ने। मज़ेदार बात यह है हमने यह ऑडियो भी इंटरनेट के कमाल से बनाया है। जीटॉक पर ही पूरा अभिनय हुआ है। श्रीकांत मिश्र 'कांत' ने चंडीगढ़ से तो शोभा महेन्द्रू ने फ़रीदाबाद से अपनी आवाज़ दी है। (परिचय स्वर- श्वेता मिश्र) नीचे ले प्लेयर से सुनें और ज़रूर बतायें कि कैसा लगा? (प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लिक करें।) ज़रूर बतायें कि हमारा यह प्रयास कैसा लगा?

वेश्या - Veshya

कवि- रविन्दर टमकोरिया 'व्याकुल' स्वर- विकास कुमार अक्षर- वेश्या स्रोत- हिन्द-युग्म नीचे ले प्लेयर से सुनें और ज़रूर बतायें कि कैसा लगा? (प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लिक करें।)

वो नर्म सी ( Wo Narm see)

हिन्द-युग्म ने अपना दूसरा संगीतबद्ध गीत भी ज़ारी कर दिया गया है। १९ नवम्बर २००७ को हिन्द-युग्म की उसी पुरानी टीम ने नया गीत श्रोताओं के हवाले कर दिया। पूरा विवरण यहाँ है। कवि- सजीव सारथी स्वर- सुबोध साठे संगीत- ऋषि एस॰ बालाजी अक्षर- वो नर्म सी... स्रोत- हिन्द-युग्म नीचे ले प्लेयर से सुनें और ज़रूर बतायें कि कैसा लगा? (प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लिक करें।)

सुबह की ताज़गी हो (Subah ki Tazagi ho)

हिन्द-युग्म दिसम्बर के अंत तक ८ गीतों का एक संगीत अल्बम पूरा कर लेना चाहता है। इस दिशा में युग्म ने पहला प्रयास किया है। हिन्द-युग्म का पहला संगीतबद्ध गीत 'सुबह की ताज़गी हो' ( सुबोध साठे द्वारा गाया हुआ, ऋषि एस॰ बालाजी द्वारा संगीतबद्ध तथा सजीव सारथी द्वारा रचित) २७ अक्टूबर को लॉन्च किया गया था। पूरा विवरण और टिप्पणियाँ यहाँ प्रकाशित हैं। नीचे ले प्लेयर से सुनें और ज़रूर बतायें कि कैसा लगा? (प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लिक करें।) कवि- सजीव सारथी स्वर- सुबोध साठे संगीत- ऋषि एस॰ बालाजी अक्षर- सुबह की ताज़गी स्रोत- हिन्द-युग्म

युग्मवाणी ( Yugmvani )

कई बार शब्दों में परिचय जानना मुश्किल हो जाता है। कभी-कभी लेखक को लगता है कि मैं अपने दिल की बात नहीं बता पा रहा हूँ। इसलिए हिन्द-युग्म के वाहक निखिल आनंद गिरि ने अपने दो सहयोगियो महविश रहमान और रितिका पंत के साथ मिलकर हिन्द-युग्म का परिचय रिकार्ड किया। आप सभी सुनें और हमारे इस यज्ञ में अपनी आहूति दें। यदि आप इस पॉडकास्ट को नहीं सुन पा रहे हैं तो नीचे दिये गये लिंकों से डाऊनलोड कर लें (ऑडियो फ़ाइल तीन अलग-अलग फ़ॉरमेट में है, अपनी सुविधानुसार कोई एक फ़ॉरमेट चुनें) VBR MP3 64Kbps MP3 Ogg Vorbis

विविधभारती पर हिन्द-युग्म चर्चा ( Broadcasting on Vividh Bharati about Hind Yugm)

आकाशवाणी के पंचरंगी चैनल विविध भारती पर पिटारा के यूथ-एक्सप्रेस कार्यक्रम में रेडियो जॉकी यूनुस खान ने रविवार, २३ सितम्बर २००७ को हिन्द-युग्म पर जानकारी अपने श्रोताओं को दी थी। उस दौरान इसे प्रमेन्द्र प्रताप सिंह ने रिकार्ड कर लिया था। उसे हम यहाँ प्रस्तुत कर रहे हैं। नीचे के प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लिक करें।

हिन्द-युग्म की आवाज़ें सुनना हुआ आसान

हिन्द-युग्म के पाठकों की यह शिकायत थी कि माईपॉडकास्ट डॉट कॉम का सरवर बहुत स्लो है, इसलिए सभी आसानी से नहीं सुन पाते हैं। कई श्रोताओं को वहाँ कमेंट करने में भी परेशानी आती थी। हिन्द-युग्म के पॉडकास्ट का ब्लॉग भी सभी एग्रीगेटर पर १२ घण्टे के पीछे के समय पर दिखता था, इसलिए भी नये पाठकों को परेशानी होती थी। इसलिए यह निर्णय लिया गया कि नया ब्लॉग बनाया जाय। हम आडियो को भलें ही कहीं और अपलोड करें लेकिन सुनने की सुविधा और सूचना अपने श्रोताओं को इसी मंच के ज़रिये दें तो बेहतर होगा। इसलिए यह प्रयास किया जा रहा है। इसके नियंत्रण की जिम्मेदारी हमारे पुराने आवाज़ विकास कुमार , सजीव सारथी , श्रीकांत मिश्र 'कांत' और शोभा महेन्द्रू सम्हालेंगे। इस ब्लॉग पर हिन्द-युग्म के कविताएँ, कहानियाँ, बाल रचनाएँ, संगीतबद्ध गीत आदि प्रसारित होंगे। यदि आप भी इस प्रयास से जुड़ना चाहते हैं तो कृपया यहाँ देखें।