Skip to main content

Posts

Showing posts with the label amit tiwari

चिन्मयी और SPB की आवाजें लौटी है आपका दिल चुराने 'चेन्नई एक्सप्रेस' में सवार होकर

दो स्तों ताज़ा प्रकाशित संगीत एल्बमों में क्या नया है और क्या है घिसा पिटा, आपके लिए इसी जानकारी को लेकर हम हर सप्ताह उपस्थित होते हैं आपके प्रिय स्तंभ 'ताज़ा सुर ताल' में. आधा साल बीत चुका है और  अब तक काफी अच्छा रहा है ये साल संगीत के लिहाज से. इसी श्रृंखला को आगे बढते हैं आज चेन्नई एक्सप्रेस  की संगीत चर्चा के साथ. ये भी एक अजीब इत्तेफाक ही है इस साल की शुरुआत हमने राजधानी एक्सप्रेस  के संगीत से की थी, और साल के इस द्रितीय हिस्से की शुरुआत भी एक ट्रेन के नाम पर बनी फिल्म के संगीत के साथ करने जा रहे हैं. चेन्नई एक्सप्रेस  एक बहुप्रतीक्षित फिल्म है जिसमें इंडस्ट्री में नए दौर के सबसे सफल निर्देशक रोहित शेट्टी पहली बार टीम अप कर रहे हैं बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान के साथ. रोहित शेट्टी एक ज़माने में बॉलीवुड के सबसे क्रूर और खतरनाक दिखने वाले खलनायक 'शेट्टी' के सुपत्र हैं. पर उन्होंने अभिनय के स्थान पर निर्देशन की राह चुनी, और एक के बाद एक जबरदस्त हिट फिल्मों की लड़ी सी लगा दी. चेन्नई एक्सप्रेस  कई मामलों में उनकी अब तक की फिल्मों से अलग नज़र आती है. इस फिल्म के लिए उन्हो

सिने पहेली – 73 - मुकाबला चालू आहे

सिने पहेली – 7 3 मुकाब ला चालू आहे !     सि ने पहेली के 7 2 वें अंक के परिणाम आ चुके हैं. इस बार काफी उलट पुलट हुई है. 73 वें अंक में सभी प्रतियोगियों का मैं आपका साथी अमित तिवारी स्वागत करता हूँ.   इस बार केवल विजय कुमार व्यास जी ही सभी प्रश्नों के सही जवाब देकर पूरे अंक प्राप्त करने में सफल रहे. अंक तालिका में बदलाव आया है. पर कोई बात नहीं अभी पूरे आठ कड़ी बची हैं आठवें सेगमेंट की.  इन्दू जी आप कहाँ गायब हो गयीं ? आप सवालों से घबराने वालों में से तो नहीं हैं. आ जाइए हमारे धुरंधरों को टक्कर देने के लिए. अगर आपने ध्यान दिया हो तो अंको विभाजन का तरीका अलग क र  दिया गया है इस सेगमेंट में. इससे सभी को क हीं न कहीं रेस में वापस ऊपर आने का मौका मिलेगा.  आज की पहेली के पाँच सवाल नीचे हैं , ध्यान से उत्तर दीजिये और पूरे अंक प्राप्त करने का मौका मत छोड़िये. आज की पहेली के लिए आप सबको शुभकामनाएँ. इस अंक से प्रतियोगिता में जुड़ने वाले नये खिलाड़ियों का स्वागत करते हुए हम उन्हें यह भी बताना चाहेंगे कि अभी भी कुछ देर नहीं हुई है। आज से इस प्रतियोगिता में जुड़ कर भी आ

सिने पहेली – 72 - मुकाबले का दूसरा सप्ताह

सिने पहेली – 72 मुकाबले का दूसरा सप्ताह     सि ने पहेली के 72वें अंक में सभी प्रतियोगियों का मैं आपका साथी अमित तिवारी स्वागत करता हूँ.  पहला अंक मिला जुला रहा. सबसे पहले सभी प्रश्नों के सही जवाब देकर लखनऊ के प्रकाश गोविन्द जी पहले अंक के सरताज़ प्रतियोगी बने हैं.  पंकज मुकेश जी एक बार थोड़ा सा लड़खड़ा गए थे पर शानदार वापसी करते हुए उन्होंने पूरे अंक बटो र लिए.  क्या बात है पंकज जी.  लगता है कि इस बार का सेगमेंट कांटे का रहेगा. सभी प्रतियोगी कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. आज की पहेली में कुल पाँच सवाल हैं लेकिन कुछ सवालों में कुछ  और सवाल हैं और अंक विभाजन थोड़ा अलग है.  सवाल और अंकों पर ध्यान दीजियेगा. आज की पहेली के लिए आप सबको शुभकामनाएँ. इस अंक से प्रतियोगिता में जुड़ने वाले नये खिलाड़ियों का स्वागत करते हुए हम उन्हें यह भी बताना चाहेंगे कि अभी भी कुछ देर नहीं हुई है। आज से इस प्रतियोगिता में जुड़ कर भी आप महाविजेता बन सकते हैं। यही इस प्रतियोगिता की विशेषता है। इस प्रतियोगिता के नियमों का उल्लेख नीचे किया गया है, ध्यान दीजियेगा।  तो  आइए, आरम्भ करते हैं, आज की पह

सुरीला है ये आग का दरिया - 'इस्सक' तेरा

प्रे म कहानियां और वो भी कालजयी प्रेम कथाएं फिल्मकारों को सदा से ही प्रेरित करती आईं है. हीर राँझा हो सोहनी महिवाल या फिर रोमियो जूलियट, इन अमर प्रेम कहानियों में कुछ तो ऐसा है जो दर्शक बार बार इन्हें देखने के लिए लालायित रहते हैं. रोमियो जूलियट शेक्सपियर की अमर कृति है, जिस पर अब तक ढेरों फ़िल्मी कहानियां आधारित रहीं है. एक बार फिर इस रचना का भारतीयकरण हुआ है मनीष तिवारी निर्देशित इस्सक  में जहाँ राँझना  के बाद एक बार फिर दर्शकों के देखने को मिलेगी बनारस की पृष्ठभूमि. खैर देखने की बात होगी बाद में फिलहाल जान लें कि इस इस्सक  में सुनने लायक क्या क्या है... मोहित  चौहान की सुरीली आवाज़ ऐसे लगती है जैसे पहाड़ों में गूंजती हवा हो, और अगर गीत रोमानी हो तो कहना ही क्या, एल्बम की शुरुआत इसी रेशमी आवाज़ से होती है इस्सक तेरा  एक खूबसूरत प्रेम गीत है. जितने सुन्दर शब्द है मयूर पूरी के, सचिन जिगर की जोड़ी ने इसे उतने ही नर्मो नाज़ुक अंदाज़ में स्वरबद्ध किया है. एल्बम को एक दिलकश शुरुआत देता है ये गीत.  अगले  गीत में रशीद खान की आवाज़ है, गहरी और मर्म को भेदती, झीनी रे झीनी  गीत के शब्दकार ह

सिने पहेली - 71

सिने पहेली – 71 आठवें सेगमेंट की पहली पहेली     सि ने पहेली के 71वें अंक में  मैं आपका साथी अमित तिवारी आप सबका स्वागत करता हूँ.  सिने पहेली का सातवाँ सेगमेंट खत्म हुआ और हम आ पहुंचे हैं आठवें सेगमेंट पर. क्या गजब का रहा सातवाँ सेगमेंट. उतार चढ़ाव, सभी प्रतिभागी एक दूसरे को जमकर टक्कर देते हुए. कुछ नये खिलाड़ी हमसे जुड़े भी. सातवें सेगमेंट की अंतिम पहेली में सबसे पहले सभी जवाब सही देकर सरताज प्रतियोगी बने बेंगुलुरू के पंकज मुकेश जी. सातवें सेगमेंट में शुरू से अपनी बढ़त बनाये रखी लखनऊ से प्रकाश गोविन्द जी ने और सातवें सेगमेंट में निर्णायक रूप से प्रथम स्थान प्राप्त किया. दूसरे और तीसरे स्थान पर क्रमशः बीकानेर से विजय कुमार व्यास जी और लखनऊ से चंद्रकांत दीक्षित जी रहे.  पंकज मुकेश जी ने कड़ी टक्कर दी लेकिन उन्हें सिने पहेली के 62 वें और 64 वें अंक में भाग नहीं लेने की वजह से नुकसान उठाना पड़ा.  बहरहाल सभी विजेताओं को बधाईयाँ और अन्य सभी को आठवें सेगमेंट के लिए शुभकामनायें. इस अंक से प्रतियोगिता में जुड़ने वाले नये खिलाड़ियों का स्वागत करते हुए हम उन्हें यह भी बताना