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Showing posts with the label Bolti Kahaniyan

काजल कुमार का व्यंग्य ड्राइवर

इस साप्ताहिक स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको हिन्दी में मौलिक और अनूदित, नई और पुरानी, प्रसिद्ध कहानियाँ और छिपी हुई रोचक खोजें सुनवाते रहे हैं। पिछली बार आपने माधवी चारुदत्ता के स्वर में शोभना चौरे की लघुकथा " करवा चौथ " का पाठ सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं प्रसिद्ध कार्टूनिस्ट काजल कुमार की व्यंग्यात्मक लघुकथा ड्राइवर जिसे स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने। कहानी "ड्राइवर" का गद्य कथा कहानी ब्लॉग पर उपलब्ध है। इस कथा का कुल प्रसारण समय 2 मिनट 4 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। कवि, कथाकार और कार्टूनिस्ट काजल कुमार के बनाए चरित्र तो आपने देखे ही हैं। उनकी एक व्यंग्यात्मक लघुकथा एक था गधा भी आप पहले सुन चुके हैं। काजल कुमार दिल्ली में रहते हैं। हर सप्ताह यहीं पर

अभिषेक ओझा की कहानी संयोग

इस लोकप्रिय स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने गिरिजेश राव की मार्मिक कहानी " दूसरा कमरा " का पॉडकास्ट अनुराग शर्मा की आवाज़ में सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं अभिषेक ओझा की कहानी " संयोग ", अनुराग शर्मा की आवाज़ में। कहानी "संयोग" का कुल प्रसारण समय 9 मिनट 38 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। इस कथा का टेक्स्ट ओझा-उवाच पर उपलब्ध है। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। वास्तविकता तो ये है कि किसे फुर्सत है मेरे बारे में सोचने की, लेकिन ये मानव मन भी न! ~ अभिषेक ओझा हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी कहानी "जैसे लॉटरी में हर बार उसका वही नंबर लगा हो जो लगना चाहिए था। वो पीछे मुड़ कर देखे तो क्या ऐसा नहीं है कि वो इन्हीं सब के लिए ही तो बना था ! चु

गिरिजेश राव कृत दूसरा कमरा

इस लोकप्रिय स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको सुनवाते रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने माधवी चारुदत्ता के स्वर में मुंशी प्रेमचंद द्वारा लिखित रोचक कहानी " शिकारी राजकुमार " सुनी थी। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं गिरिजेश राव द्वारा लिखित मार्मिक कहानी दूसरा कमरा जिसे स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने। प्रस्तुत कहानी का गद्य " एक अलसी का चिटठा " पर उपलब्ध है। " दूसरा कमरा " का कुल प्रसारण समय 6 मिनट 34 सेकंड है। सुनिए और बताइये कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। तो चलिए एक पौधा रोपते हैं और उसे जिलाते हैं।            ~ गिरिजेश राव हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी हिन्दी कहानी "सबसे अच्छा बड़का है - स्टैंड पर टेबल फैन की तरह घूमता दोनों की बारी बारी सुनता है और जब आँखें

बोलती कहानियाँ - सुमन पाटिल का व्यंग्य चमचासन

इस लोकप्रिय स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको सुनवाते रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अनुराग शर्मा के स्वर में प्रसिद्ध फिल्म इतिहासकार, पत्रकार और लेखक शिशिर कृष्ण शर्मा द्वारा कश्मीर के मार्मिक हालात पर लिखित हृदयस्पर्शी कहानी " खत जो लिखा नहीं गया " सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं सुमन पाटिल द्वारा लिखित व्यंग्य चमचासन जिसे स्वर दिया है  अनुराग शर्मा ने। प्रस्तुत व्यंग्य का गद्य " सुरभित सुमन " ब्लॉग पर उपलब्ध है। " चमचासन " का कुल प्रसारण समय 3 मिनट 31 सेकंड है। सुनिए और बताइये कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। गाओ इसलिए कि कर्म है गीत गाओ इसलिए कि धर्म है गीत गाओ इसलिए कि प्रेम है गीत गाओ इसलिए कि अहोभाव है गीत गाओ इसलिए कि जीवन है गीत  ~ सुमन पाटिल

बोलती कहानियाँ: मुंशी प्रेमचन्द कृत बालक

इस लोकप्रिय स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको सुनवाते रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने हिन्दी और मराठी की एक सफल वॉइस ओवर आर्टिस्ट माधवी चारुदत्ता के स्वर में मुंशी प्रेमचन्द की मार्मिक कहानी " अग्निसमाधि " का पाठ सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं मुंशी प्रेमचन्द की ही एक भावमय कथा बालक जिसे स्वर दिया है  अनुराग शर्मा ने। प्रस्तुत कथा का गद्य " भारत कोश " पर उपलब्ध है। "बालक" का कुल प्रसारण समय 19 मिनट 17 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। मैं एक निर्धन अध्यापक हूँ ... मेरे जीवन मैं ऐसा क्या ख़ास है जो मैं किसी से कहूं।  ~ मुंशी प्रेमचंद (१८८०-१९३६) हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी हिन्दी कहानी "पुरखों की पैदा की हुई सम्पत्ति पर

काजल कुमार का व्यंग्य एक था गधा

इस साप्ताहिक स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको सुनवाते रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अनुराग शर्मा के स्वर में हिन्दी के प्रसिद्ध साहित्यकार सच्‍चिदानन्‍द हीरानन्‍द वात्‍स्‍यायन 'अज्ञेय' की भारत के विभाजन के दुष्काल पर आधारित मार्मिक कहानी " मुस्लिम-मुस्लिम भाई-भाई " का पाठ सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं प्रसिद्ध कार्टूनिस्ट काजल कुमार की व्यंग्यात्मक लघुकथा एक था गधा जिसे स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने। कहानी "एक था गधा" का गद्य कथा कहानी ब्लॉग पर उपलब्ध है। इस कथा का कुल प्रसारण समय 1 मिनट 36 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। कवि, कथाकार और कार्टूनिस्ट काजल कुमार के बनाए चरित्र आपने अवश्य देखे होंगे। आज हम आपका परिचय करा रहे हैं उनकी एक कहानी

जम्बक की डिबिया - सुभद्रा कुमारी चौहान

इस साप्ताहिक स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको सुनवाते रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अनुराग शर्मा के स्वर में पी. सी. रामपुरिया की व्यंग्यात्मक कहानी " ताऊ " का पाठ सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं हिन्दी की प्रसिद्ध साहित्यकार सुभद्रा कुमारी चौहान की मार्मिक कहानी जम्बक की डिबिया जिसे स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने। कहानी "जम्बक की डिबिया" का गद्य गद्यकोश पर उपलब्ध है। इस कथा का कुल प्रसारण समय 7 मिनट 10 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। सुभद्रा कुमारी चौहान एक कवियत्री होने के साथ-साथ स्वाधीनता संग्राम की सेनानी भी थीं। सुभद्रा कुमारी चौहान (१६ अगस्त १९०४ - १५ फरवरी १९४८) हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी हिन्दी कहानी “बिना देखे कैसे किसी को

ताऊ व्यंग्य - श्री पी. सी. रामपुरिया

इस साप्ताहिक स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको सुनवाते रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अनुराग शर्मा के स्वर में सुधा अरोड़ा की कहानी " एक औरत: तीन बटा चार " का पाठ सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं ब्लॉग जगत के प्रसिद्ध व्यंग्यकार श्री पी. सी. रामपुरिया की व्यंग्यात्मक कहानी ताऊ जिसे स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने। कहानी "ताऊ" का गद्य ताऊ डॉट इन पर उपलब्ध है। इस कथा का कुल प्रसारण समय 2 मिनट 32 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। गम तो यो ही बहुत हैं| हंसो और हंसाओं, यही अपना ध्येय वाक्य है। ~ पी. सी. रामपुरिया सरलहृदय के स्वामी श्री रामपुरिया जी एक अनुभवी व्यवसाई हैं और मुख्यतः व्यंग्य और कवितायेँ लिखते हैं। लंबे समय तक हिन्दी ब्लोगिंग की सफलतम पहेली

मुंशी प्रेमचंद की अमर रचना दो बैलों की कथा

इस साप्ताहिक स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको सुनवाते रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अनुराग शर्मा के स्वर में पुरुषोत्तम पाण्डेय की कहानी " लातों का देव " का पाठ सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं मुंशी प्रेमचंद की अमर कहानी दो बैलों की कथा जिसे स्वर दिया है अर्चना चावजी ने। कहानी "दो बैलों की कथा" का गद्य भारत डिस्कवरी पर उपलब्ध है। इस कथा का कुल प्रसारण समय 26 मिनट 50 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। मैं एक निर्धन अध्यापक हूँ ... मेरे जीवन मैं ऐसा क्या ख़ास है जो मैं किसी से कहूं ~ मुंशी प्रेमचंद (१८८०-१९३६) हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी हिन्दी कहानी “गधा सचमुच बेवकूफ है या उसके सीधेपन, उसकी निरापद सहिष्णुता ने उसे यह पदवी दे दी है, इसका

लातों का देव - पुरुषोत्तम पाण्डेय

इस साप्ताहिक स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको सुनवाते रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने हरीशंकर परसाई का व्यंग्य " यस सर " सुना था   अनुराग शर्मा के स्वर में। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं पुरुषोत्तम पाण्डेय की कहानी लातों का देव जिसे स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने। कहानी "लातों का देव" का गद्य पुरुषोत्तम पाण्डेय के ब्लॉग जाले पर उपलब्ध है। इस कथा का कुल प्रसारण समय 6 मिनट 30 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। मेरी कहानियों का स्रोत आस-पास समाज में घटित घटनाओं तथा कहीं सुनी-पढ़ी बातें ही होती है। किसी व्यक्ति विशेष को चित्रित नहीं करता हूँ। अगर किसी घटना या चरित्र का कहीं साम्य लगता है तो ये एक संयोग ही होगा। ~ पुरुषोत्तम पाण्डेय हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक

हरिशंकर परसाई की कहानी "यस सर"

इस साप्ताहिक स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको सुनवाते रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने दीपक बाबा की कहानी " जय प्रकाश उर्फ जे पी " सुनी थी अनुराग शर्मा के स्वर में। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं प्रसिद्ध हिंदी साहित्यकार हरिशंकर परसाई का व्यंग्य यस सर जिसे स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने। कहानी "यस सर" का गद्य प्रदीप कांत के तत्सम ब्लॉग पर उपलब्ध है। इस कथा का कुल प्रसारण समय 2 मिनट 31 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। मेरी जन्म-तारीख 22 अगस्त 1924 छपती है। यह भूल है। तारीख ठीक है। सन् गलत है। सही सन् 1922 है। । ~ हरिशंकर परसाई (1922-1995) हर शनिवार को आवाज़ पर सुनें एक नयी कहानी मुख्यमंत्री को याद आया कि इनका कोई काम होना था।  ( हरिशंकर परसाई की "

जय प्रकाश उर्फ जे पी - दीपक बाबा

इस साप्ताहिक स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको सुनवा रहे हैं हिन्दी की रोचक कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अनुराग शर्मा की आवाज़ में गिरिजाशंकर भगवानजी "गिजुभाई" बधेका की गुजराती लोक-कथा " भोला भट्ट " का पॉडकास्ट सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं दीपक बाबा की कहानी " जय प्रकाश उर्फ जे पी " जिसे स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने। इस कहानी का टेक्स्ट " दीपक बाबा की बकबक " ब्लॉग पर उपलब्ध है। इस कहानी का कुल प्रसारण समय 8 मिनट 57 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। जब दुनिया ही तमाशा बन जाए - तो बक बक करने में बुराई क्या है। ~ दीपक बाबा हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी कहानी सफ़ेद बाल मोटा चश्मा और उम्र लगभग ७०-७२ साल मुस्कुराहट के साथ। ( दीपक बाबा की कहानी "जय प्रकाश उर्फ जे पी" से एक अंश ) नीचे के प्लेयर से सुनें: (प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लिक करें।) यदि आप इस पॉडकास्ट को नहीं सुन पा रहे

भोला भट्ट - गिरिजाशंकर भगवानजी "गिजुभाई" बधेका

इस साप्ताहिक स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको सुनवा रहे हैं हिन्दी की रोचक कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने शेफाली गुप्ता की आवाज़ में सुधा ओम ढींगरा की कहानी " लड़की थी वह " का पॉडकास्ट सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं गिरिजाशंकर भगवानजी "गिजुभाई" बधेका के गुजराती लोक-कथा संकलन से एक कहानी "भोला भट्ट" जिसका हिन्दी अनुवाद किया है काशीनाथ त्रिवेदी ने और स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने। इस कहानी का कुल प्रसारण समय 6 मिनट 35 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। इसमें नया क्या है? यह तो रात का अन्धेरा भरा है। ~ गिजुभाई बधेका (15 नवम्बर, 1885 - 23 जून, 1939) हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी कहानी छह दिनों तक उन्होंने कथा कहीं, सातवें दिन उनका गला बैठ गया। बहुत कोशिश की, पर गला खुला ही नहीं। ( गिजुभाई बधेका की कहानी "भोला भट्ट" से एक अंश ) नीचे के प्लेयर से सुनें: (प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लिक

सुधा ओम ढींगरा की कहानी लड़की थी वह

इस साप्ताहिक स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको सुनवा रहे हैं हिन्दी की रोचक कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अर्चना चावजी की आवाज़ में मुंशी प्रेमचंद की कहानी " खून सफ़ेद " का पॉडकास्ट सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं सुधा ओम ढींगरा की कहानी "लड़की थी वह" जिसे स्वर दिया है शेफाली गुप्ता ने। कहानी "लड़की थी वह" का गद्य रचना समय ब्लॉग पर उपलब्ध है। इस कहानी का कुल प्रसारण समय 8 मिनट 19 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यहां तो बच्चे तीन-चार भाषाएं सीखते हैं, पर बोलते अपनी मातृभाषा हैं। इसके लिए मां-बाप को कोशिश करने की बहुत जरूरत है। हिंदी को लेकर कुंठित मत हों। ~ सुधा ओम ढींगरा हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी कहानी लगता है यम उन्हें लेने आयें हैं और कुत्तों ने यम को देख लिया है ( सुधा ओम ढींगरा की कहानी "लड़की थी वह" से एक अंश ) नीचे के प्लेयर से सुनें. (प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लि

शोभा रस्तोगी "शोभा" की लघुकथा कत्ल किसका

'बोलती कहानियाँ' स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अनुराग शर्मा की आवाज़ में तपन शर्मा की लघुकथा " शवयात्रा " का पॉडकास्ट सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं शोभा रस्तोगी "शोभा" की लघुकथा " कत्ल किसका ", जिसका वाचन किया है अनुराग शर्मा ने। इस लघुकथा का गद्य जनगाथा पर उपलब्ध है। इसका कुल प्रसारण समय 1 मिनट 41 सेकंड है। आप भी सुनें और अपने मित्रों और परिचितों को भी सुनाएँ और हमें यह भी बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं।  यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। शोभा जी दिल्ली में अध्यापन करती हैं। उनकी रचनाएँ प्रतिष्ठित हिन्दी पत्रिकाओं में छपती रही हैं। हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी कहानी "बी एस एफ की गाडियाँ दनादन रौंदाई गईं।" ( शोभा रस्तोगी "शोभा" की लघुकथा &

तपन शर्मा की लघुकथा शवयात्रा

'बोलती कहानियाँ' स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने   अनुराग शर्मा  की आवाज़ में रमेश बत्तरा की लघुकथा " नौकरी " का पॉडकास्ट सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं तपन शर्मा की लघुकथा " शवयात्रा ", जिसका वाचन किया है  अनुराग शर्मा  ने। इस लघुकथा का गद्य कहानी कलश पर उपलब्ध है। इसका कुल प्रसारण समय 3 मिनट 24 सेकंड है। आप भी सुनें और अपने मित्रों और परिचितों को भी सुनाएँ  और हमें यह भी बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं।  यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। युवा लेखक तपन शर्मा हिन्दी के उभरते हुए हस्ताक्षर हैं। उनकी रचनाएँ उनके ब्लॉग धूप छांव पर भी पढ़ी जा सकती हैं। हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी कहानी "ओह। पर मैंने तो कोई खबर नहीं देखी। ब्रेकिंग न्यूज़ में इसका कोई जिक्र ही नहीं था" ( तप

रमेश बत्तरा की लघुकथा "नौकरी"

'बोलती कहानियाँ' स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने   अर्चना चावजी ,  अनुभव प्रिय  और  सलिल वर्मा  की आवाज़ में  प्राख्यात अमेरिकी कथाकार  ओ हेनरी  की अंग्रेज़ी कहानी "A service of love" के हिन्दी अनुवाद " इबादत " का पॉडकास्ट सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं रमेश बत्रा की लघुकथा " नौकरी ", जिसका वाचन किया है  अनुराग शर्मा  ने। इस लघुकथा का गद्य भारतीय साहित्य संग्रह पर उपलब्ध है। इसका कुल प्रसारण समय 2 मिनट 39 सेकंड है। आप भी सुनें और अपने मित्रों और परिचितों को भी सुनाएँ  और हमें यह भी बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं।  यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। रमेश बत्तरा हिन्दी लघुकथा के सबसे महत्वपूर्ण हस्ताक्षरों में से एक हैं। हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी कहानी ‘‘बॉस अहमक है, गलतियाँ

बोलती कहानियाँ - ठिठुरता हुआ गणतन्त्र

'बोलती कहानियाँ' इस स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अर्चना चावजी की आवाज़ में मंटो की रचना " खोल दो " का पॉडकास्ट सुना था। आवाज़ की ओर से आज हम लेकर आये हैं प्रसिद्ध हिंदी साहित्यकार हरिशंकर परसाई का व्यंग्य " ठिठुरता हुआ गणतंत्र " जिसे स्वर दिया है अर्चना चावजी ने। इस व्यंग्य का पाठ (टेक्स्ट) हिंदिनी पर पढ़ा जा सकता है। "ठिठुरता हुआ गणतन्त्र" का कुल प्रसारण समय 5 मिनट 29 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। "इस देश के बुद्धिजीवी शेर हैं, पर वे सियारों की बरात में बैंड बजाते हैं।"  ~ हरिशंकर परसाई (1922-1995) हर सप्ताह "बोलती कहानियाँ" पर सुनें एक नयी कहानी "समाजवाद परेशान है। उधर जनता भी परेशान है। समाजवाद आने को तैयार खड

बोलती कहानी - कछुआ और खरगोश - इब्ने इंशा

'बोलती कहानियाँ' इस स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अनुराग शर्मा की आवाज़ में साहित्य वाचस्पति पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी ‘मास्टरजी’ की लघुकथा " झलमला " का पॉडकास्ट सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं इब्ने इंशा की लघुकथा " कछुआ और खरगोश ", जिसको स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने।  कहानी " कछुआ और खरगोश " का कुल प्रसारण समय 2 मिनट 22 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं।  यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। सब माया है, सब चलती फिरती छाया है तेरे इश्क़ में हमने जो खोया है जो पाया है जो तुमने कहा और फैज़ ने जो फरमाया है सब माया है, सब माया है। ~ इब्ने इंशा (1927-1978) हर सप्ताह को यहीं पर सुनें एक नयी कहानी काफी जमाना सुस्ता लिए तो फिर मंजिल की तरफ चल पड़े। ( इब्ने इंशा की &qu

बोलती कहानियाँ - कश्मकश - रश्मि रविजा

'बोलती कहानियाँ' स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अनुराग शर्मा की आवाज़ में प्राख्यात साहित्यकार विष्णु बैरागी की कहानी " "यह उजास चाहिए मुझे" का पॉडकास्ट सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं लोकप्रिय लेखिका रश्मि रविजा की कहानी " कश्मकश ", अर्चना चावजी की आवाज़ में। कहानी " कश्मकश " का टेक्स्ट "मन का पाखी" पर उपलब्ध है। कहानी का कुल प्रसारण समय 14 मिनट 58 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं।  यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। “"मंजिल मिले ना मिले , ये ग़म नहीं मंजिल की जुस्तजू में, मेरा कारवां तो है।” ~  रश्मि रविजा हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी कहानी "सारी मुसीबत इनकी निरीहता को लेकर ही है। क्यूँ नहीं ये लोग भी उपेक्षा भरा व्यवहार अपनाते? क्यू