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ऑडियो: लोग पत्थर फेंकते हैं (लघुकथा) - प्रबोध गोविल

रेडियो प्लेबैक इंडिया के साप्ताहिक स्तम्भ 'बोलती कहानियाँ' के अंतर्गत हम आपको सुनवाते हैं हिन्दी की नई, पुरानी, अनजान, प्रसिद्ध, मौलिक और अनूदित, यानि के हर प्रकार की कहानियाँ। पिछली बार आपने अनुराग शर्मा की आवाज़ में जैनेंद्र कुमार की कथा 'अपना अपना भाग्य' का पॉडकास्ट सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं प्रबोध गोविल की हिंदी लघुकथा 'लोग पत्थर फेंकते हैं'अनुराग शर्मा के स्वर में।

कहानी "लोग पत्थर फेंकते हैं" का कुल प्रसारण समय 1 मिनट 42 सेकंड है। इसका गद्य 'कहना पड़ता है' पर उपलब्ध है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं।

यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिकों, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें।


साहित्य जीवन का दस्तावेज़ है। यदि आप अपने घर से बाहर निकल कर कुछ देखने का जोख़िम नहीं लेना चाहते,तो अपना घर ही देखिये-वहां भी एक भाग में,जहाँ आप पूजा करते हैं,आप जूते उतार देते हैं। किन्तु उसी घर के दूसरे हिस्से में जहाँ शौच के लिए जाते हैं,खोज कर चप्पल पहन लेते हैं। जीवन की यह विविधता साहित्य में भी आएगी।
- प्रबोध गोविल

हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी कहानी

जिसने अभी कुछ महीने पहले ही दुनिया देखी थी, अपनी माँ से जाकर कहा"
(प्रबोध गोविल की लघुकथा "लोग पत्थर फेंकते हैं " से एक अंश)



नीचे के प्लेयर से सुनें.


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यदि आप इस पॉडकास्ट को नहीं सुन पा रहे हैं तो नीचे दिये गये लिंक से डाउनलोड कर लें:
लोग पत्थर फेंकते हैं MP3

#Seventh Story, Log Patthar Phenkate Hain: Prabodh Govil /Hindi Audio Book /2019/7. Voice: Anurag Sharma

Comments

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