होली के अवसर पर कैनबरा रेडियो (कैनबरा, ऑस्ट्रेलिया) पर हिन्द-युग्म के कवि हरिहर झा का काव्य-पाठ प्रसारित हुआ, जिसकी रिकॉर्डिंग हमें प्राप्त हो गई है। आप भी सुनें और बतायें कैसा लगा?
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Kavya-path of Harihar Jha on Radio Canberra
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Comments
-अविनाश दास रिपोर्टिंग-मोहल्ला से.
टीप्पणी के लिये अलग से समय निकाला
इसके लिये धन्यवाद!
कवितायें ठीक से पढ़ लीजिये
मदिरा ढ़लने पर
http://www.hindinest.com/kavita/2005/101.htm
व्यंग्य कविता "अंधेरा"
http://hariharjhahindi.wordpress.com/2007/02/14/%e0%a4%85%e0%a4%82%e0%a4%a7%e0%a5%87%e0%a4%b0%e0%a4%be/
पर आपकी भाषा हमें कुछ और ही बता रही है।
क्या होगा ? क्या होगा ?
बहुत अच्छा लगा |
Anonymous जी, कविता आदि आप के लिए नही है |
किसी दूसरे जगह जाए | भगवान् आपका भला करे |
अवनीश तिवारी
हमें तो बहुत भाया आपकी आवाज़ में आपकी कविताएँ सुनना , मदिरा ढलने पर वाली कविता विशेष रूप से अच्छी लगी , बधाई
^^पूजा अनिल