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बाल मन की कवितायेँ -चाक से बच्चों की जुबान पर

शब्दों की चाक पर - एपिसोड 09 शब्दों की चाक पर हमारे कवि मित्रों के लिए हर हफ्ते होती है एक नयी चुनौती, रचनात्मकता को संवारने  के लिए मौजूद होती है नयी संभावनाएँ और खुद को परखने और साबित करने के लिए तैयार मिलता है एक और रण का मैदान. यहाँ श्रोताओं के लिए भी हैं कवि मन की कोमल भावनाओं उमड़ता घुमड़ता मेघ समूह जो जब आवाज़ में ढलकर बरसता है तो ह्रदय की सूक्ष्म इन्द्रियों को ठडक से भर जाता है. तो दोस्तों, इससे पहले कि  हम पिछले हफ्ते की कविताओं को आत्मसात करें, आईये जान लें इस दिलचस्प खेल के नियम -  1. रश्मि प्रभा के संचालन में शब्दों का एक दिलचस्प खेल खेला जायेगा. इसमें कवियों को कोई एक थीम शब्द या चित्र दिया जायेगा जिस पर उन्हें कविता रचनी होगी ...ये सिलसिला सोमवार सुबह से शुरू होगा और गुरूवार शाम तक चलेगा, जो भी कवि इसमें हिस्सा लेना चाहें वो रश्मि जी से संपर्क कर उनके फेसबुक ग्रुप में जुड सकते हैं, रश्मि जी का प्रोफाईल  यहाँ  है. 2. सोमवार से गुरूवार तक आई कविताओं को संकलित कर हमारे पोडकास्ट टीम के हेड पिट्सबर्ग से  अनुराग शर्मा  जी अपने साथी पोडकास्टरों के साथ इन कविताओं में अपन

प्लेबैक इंडिया वाणी (9) क्या सुपर कूल हैं हम और आपकी बात

संगीत समीक्षा - क्या सुपर कूल हैं हम छोटे परदे की बेहद सफल निर्मात्री एकता कपूर ने जब फ़िल्मी दुनिया में कदम रखा तो वहाँ भी सफलता के नए कीर्तिमान स्थापित किये, बहुत ही अलग अलग अंदाज़ की फ़िल्में वो दर्शकों के लिए लेकर आयीं हैं, जिनमें हास्य, सस्पेंस, ड्रामा सभी तरह के जोनर शामिल हैं.  अपने भाई तुषार कपूर को लेकर उन्होंने “ क्या कूल हैं हम ” बनायीं थी जिसने दर्शकों को भरपूर हँसाया, इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए वो लायीं है अब “ क्या सुपर कूल हैं हम ” जिसमें तुषार कपूर के साथ है रितेश देशमुख. फिल्म हंसी का पिटारा है या नहीं ये तो दर्शकों को फिल्म देखने के बाद ही पता लग पायेगा, पर आईये हम जान लेते हैं कि फिल्म का संगीत कैसा है. उभरते हुए संगीतकार जोड़ी सचिन जिगर के टेक्नो रिदम से लहराके उठता है “ दिल गार्डन गार्डन ” गीत. मयूर पूरी के बे सर पैर सरीखे शब्द गीत को एक अलग ही तडका देते हैं. जहाँ रिदम गीत की जान है वहीँ विशाल ददलानी की उर्जात्मक आवाज़ जोश से भरपूर है. गीत को सुनते हुए न सिर्फ आपके कदम थिरकेंगें बल्कि शब्दों की उटपटांग हरकतें आपके चेहरे पर एक मुस्कान भी ले आएगी...अगर आपन

दस सप्ताह के घमासान के बाद क्षिति तिवारी और प्रकाश गोविंद बने हैं 'सिने पहेली' के तीसरे सेगमेण्ट के संयुक्त विजेता

सिने-पहेली # परिणाम विशेषांक (30 जुलाई, 2012)  नमस्कार दोस्तों! पिछले दस सप्ताहों से 'सिने पहेली' के तीसरे सेगमेण्ट का जो घमासान चल रहा था, वह अब अपने अंजाम तक पहुँच चुका है। गत सोमवार को 'सिने पहेली' की तीसवीं कड़ी में पूछे गए सवालों के जवाब और पूरे सेगमेण्ट के आँकड़ों के साथ मैं, आपका ई-दोस्त, सुजॉय चटर्जी, हाज़िर हूँ इस परिणाम विशेषांक के साथ। आज सबसे पहले मैं स्वागत करना चाहूँगा पिट्सबर्ग के डॉ. महेश बसंतनी का, जो इस सप्ताह 'सिने पहेली' से जुड़े हैं, और प्रतियोगिता में भाग लेते हुए 90 अंक भी बटोरे हैं। महेश जी पिट्सबर्ग विश्वविद्यालय के एन्डोक्राइनोलोजी विभाग में पोस्ट-डॉकटरल ऐसोसिएट के पद पर कार्य कर रहे हैं। दोस्तों, ब्लॉगर के आँकड़ों के हिसाब से 'रेडियो प्लेबैक इंडिया' के लगभग 50% पाठक/श्रोता भारत में स्थित हैं, जबकि बाकी के 50% विश्व के अलग-अलग देशों से ताल्लुख रखते हैं जिनमें अमरीका, इंगलैण्ड, रूस, संयुक्त अरब अमीरात, ब्राज़िल, पाकिस्तान, कनाडा, फ़्रान्स, नेदरलैण्ड्स, ताइवान, ट्यूनिशिया और जर्मनी मुख्य रूप से शामिल हैं। दुनिया के कोने-कोन