ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 231 आ ज है १३ अक्तुबर का दिन। फ़िल्म जगत के लिए आज का दिन बड़ा मायने रखता है, क्योंकि आज का दिन एक नहीं बल्कि दो ऐसे कलाकारों को याद करने का दिन है जिन्होने इस फ़िल्म जगत में अपनी अमिट छाप छोड़ी है। ये दो लेजेंडरी फ़नकार अपने अपने क्षेत्र के महारथी तो थे ही, वे एक दूसरे के सगे भाई भी थे। इनमें से एक का आज जन्मदिन है और दूसरे की पुण्यतिथि। कितनी अजीब बात है कि दादामुनि अशोक कुमार का जन्मदिन और किशोर कुमार की पुण्यतिथि एक ही है, १३ अक्तुबर। १३ अक्तुबर १९११ को अशोक कुमार का जन्म हुआ था और १३ अक्तुबर १९८७ को किशोर दा हमें छोड़ गए थे हमेशा के लिए। जी हाँ, १३ अक्तुबर १९८७। अपने बड़े भाई के जन्मदिन पर अनूप कुमार के साथ मिलकर किशोर दा उन्हे एक सरप्राइज़ देना चाहते थे, जिसके लिए वे शाम को ५:३० बजे मिलने वाले थे। पर यह हो ना सका और समय ने ही सारी दुनिया को स्तब्ध कर दिया। नियति अपने दस्तावेज़ पर किशोर का नाम लिख कर चला गया, और वो मदहोश करने वाली आवाज़ हमेशा के लिए ख़ामोश हो गयी, और तब से लेकर आज तक वो आवाज़ बसी हुई है हमारी यादों में, हमारे दिलों में, हमारी ज़िंदगियों मे