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ऑडियो: मेंढकी (दीपक शर्मा)

इस साप्ताहिक स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको हिन्दी में मौलिक और अनूदित, नई और पुरानी, प्रसिद्ध कहानियाँ और छिपी हुई रोचक खोजें सुनवाते रहे हैं। पिछली बार आपने अनुराग शर्मा की कथा "मोड़" का पाठ उन्हीं के स्वर में सुना था।

आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं, हिंदी की प्रसिद्ध साहित्यकार दीपक शर्मा की कथा मेंढकी जिसे स्वर दिया है पूजा अनिल और अनुराग शर्मा ने।

कहानी "मेंढकी" का गद्य अभिव्यक्ति पर उपलब्ध है। इस कथा का कुल प्रसारण समय 12 मिनट 25 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं।

यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिकों, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें।


लखनऊ क्रिश्चियन कॉलेज की अंग्रेज़ी विभागाध्यक्ष रह चुकीं मिताक्षरी लेखिका दीपक शर्मा के कथा-क्षेत्र का विस्तार, संवेदनाओं की गहराई, शिल्प की सहजता और वर्णन की प्रामाणिकता उन्हें अपने समकालीन लेखकों से अलग धरातल प्रदान करते हैंं। उनकी 200 से अधिक कहानियाँ प्रकाशित हो चुकी हैं जिन्हें 19 कथा-संग्रहों में संकलित किया गया है।

हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी हिन्दी कहानी

मेंढकी की छोटी बुद्धि है। ज्यादा सोच-भाल नहीं सकती।
(दीपक शर्मा रचित "मेंढकी" से एक अंश)



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मेंढकी MP3

#Eighth Story, Mendhaki: Deepak Sharma/Hindi Audio Book/2020/08. Voice: Pooja Anil, Anurag Sharma

Comments

manu said…
बहुत अच्छी लगी कहानी । अंत ने भौंचका सा कर दिया । दंभ भी कैसे कैसे हो सकते हैं ।
पूजा जी ने दो किरदारों को अपनी आवाज़ देने मे न्याय किया
जरा सी अहम ने एक जिंदगी ले ली। कहानी का ताना बाना सुन्दर। दोनो स्पष्ट आवाजों ने कहानी सुनने का आनंद दोगुना कर दिया। सभी को बधाइयाँ।

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