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ऑडियो: पुराना खिलाड़ी (हरिशंकर परसाई)

'सुनो कहानी' इस स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अनुराग शर्मा की आवाज़ में मधुदीप की लघुकथा "पुत्रमोह" का पॉडकास्ट सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं हरिशंकर परसाई का व्यंग्य "पुराना खिलाड़ी" (उर्फ़ अपनी अपनी बीमारी), जिसको स्वर दिया है शीतल माहेश्वरी ने।

इस प्रस्तुति का कुल प्रसारण समय 9 मिनट 39 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। रचना का गद्य "गद्यकोश" पर उपलब्ध है।

यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें।

मेरी जन्म-तारीख 22 अगस्त 1924 छपती है। यह भूल है। तारीख ठीक है। सन् गलत है। सही सन् 1922 है। ।
 ~ हरिशंकर परसाई (22 अगस्त, 1922 - 10 अगस्त, 1995)

हर सप्ताह "बोलती कहानियाँ" पर सुनें एक नयी कहानी

"हमें बैठते ही समझ में आ गया कि ये नहीं देंगे। वे भी ये समझ गये कि ये शायद टल जायेंगे।"
(हरिशंकर परसाई की "पुराना खिलाड़ी" से एक अंश)

नीचे के प्लेयर से सुनें।
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यदि आप इस पॉडकास्ट को नहीं सुन पा रहे हैं तो नीचे दिये गये लिंक से डाऊनलोड कर लें:
पुराना खिलाड़ी MP3

#Seventeenth Story, Purana Khiladi: Harishankar Parsai/Hindi Audio Book/2019/17. Voice: Sheetal Maheshwari

Comments

बहुत बढ़िया... प्रभावी आवाज़ में धारदार व्यंग्य 👍👍

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