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ऑडियो लघुकथा: बलिहारी गुरु आपने (अनुराग शर्मा)

रेडियो प्लेबैक इंडिया के साप्ताहिक स्तम्भ 'बोलती कहानियाँ' के अंतर्गत हम आपको सुनवाते हैं हिन्दी की नई, पुरानी, अनजान, प्रसिद्ध, मौलिक और अनूदित, यानि के हर प्रकार की कहानियाँ। पिछली बार आपने उषा छाबड़ा की आवाज़ में हिन्दी के प्रसिद्ध लेखक उदयन वाजपेयी की बोधकथा "शेर और कवया" का पॉडकास्ट सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं अनुराग शर्मा की एक लघुकथा "बलिहारी गुरु आपने", उन्हीं के स्वर में।

कहानी "बलिहारी गुरु आपने" का कुल प्रसारण समय 1 मिनट 57 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं।

इस कथा "बलिहारी गुरु आपने" का टेक्स्ट बर्ग वार्ता पर उपलब्ध है।

यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिकों, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें।



मैं भारत से बाहर भारत मुझ में रहता है
मेरी सब सीमाएँ राष्ट्र असीमित सहता है
~ अनुराग शर्मा

हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी कहानी

"लिखना सीखकर कवि-शायर बन जायेंगे और मुशायरे लूट लाया करेंगे।"
(अनुराग शर्मा की "बलिहारी गुरु आपने" से एक अंश)



नीचे के प्लेयर से सुनें.


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यदि आप इस पॉडकास्ट को नहीं सुन पा रहे हैं तो नीचे दिये गये लिंक से डाउनलोड कर लें:
बलिहारी गुरु आपने MP3

#Fourth Story, Balihari guru Apne: Anurag Sharma/Hindi Audio Book/2019/4. Voice: Anurag Sharma

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