स्वरगोष्ठी – 496 में आज देशभक्ति गीतों में शास्त्रीय राग – 1 जब सी. रामचन्द्र ने "ऐ मेरे वतन के लोगों" के लिए चुना राग आसावरी को कवि प्रदीप, लता मंगेशकर, सी. रामचन्द्र “रेडियो प्लेबैक इण्डिया” के साप्ताहिक स्तम्भ "स्वरगोष्ठी" के मंच पर मैं सुजॉय चटर्जी, आप सब संगीत प्रेमियों का हार्दिक स्वागत करता हूँ। आज मुझे यह अंक लिखते हुए प्रसन्नता कम और दु:ख अधिक हो रहा है। हम सब के चहेते कृष्णमोहन जी के अचानक चले जाने के बाद जैसे ’स्वरगोष्ठी’ का स्वर ही मूक हो गया है। समूचे हिन्दी ब्लॉग जगत में कृष्णमोहन मिश्र जी जैसा शास्त्रीय, उपशास्त्रीय और लोक संगीत विषयों पर नियमित स्तम्भ लिखने वाला और कोई दूसरा मौजूद नहीं रहा। उनकी इसी बेजोड़ प्रतिभा, नियमितता, लगन और अनुशासन की वजह से ’स्वरगोष्ठी’ का स्तर दिन प्रतिदिन ऊँचा उठता चला गया। आज उनके जाने के बाद यहाँ कोई नहीं जो उनके जैसे स्तर का लेख लिख सके। इसी कारण से ’रेडियो प्लेबैक इण्डिया’ की टीम ने यह निर्णय लिया था कि कृष्णमोहन जी के साथ ’स्वरगोष्ठी’ का सफ़र भी समाप्त कर दिया जाए। पर हमें बार-बार कृष्णमोहन जी के साथ वह अन्तिम टे