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२७ दिसम्बर - आज का कलाकार - सलमान खान - जन्मदिन मुबारक

क्या आपको याद है १९८९ का साल? एक फिल्म आयी थी मैंने प्यार किया और युवा लोगों के दिल और दिमाग पर छा गयी. इस फिल्म ने एक सितारे को जन्म दिया जिसका नाम है सलमान. 

जीना क्या अजी प्यार बिना ....जीवन में नहीं कुछ भी इसके सिवा दोस्तों

आशा भोसले, किशोर कुमार और साथियों की आवाज़ों में राहुल देव बर्मन की यह कम्पोज़िशन बनी थी मजरूह सुलतानपुरी के बोलों पर। १९८० की इस फ़िल्म में ऋषी कपूर और नीतू सिंह की हिट जोड़ी नज़र आई थी। वैसे यह फ़िल्म 'खेल खेल में', 'दूसरा आदमी', 'रफ़ू चक्कर' जैसी फ़िल्मों की तरह सुपरहिट तो नहीं थी और न ही फ़िल्म के अन्य गीतों नें लोगों के दिलों में कुछ ख़ास जगह बनाई, पर फ़िल्म का यह शीर्षक गीत ख़ूब चला था।

उठे सबके कदम....चूमने जीवन की छोटी छोटी खुशियों को

इस गीत का फ़िल्मांकन देखने के बाद सही में यह सवाल मन में उभरता है कि क्या ज़िंदगी में ख़ुश रहने के लिए बहुत बड़ी-बड़ी महंगी-महंगी चीज़ों का होना ज़रूरी है? अगर हम इन "बड़ी" ख़ुशियों को तलाशने लग जायेंगे तो शायद ख़ुशियाँ ही हमसे दूर होती चली जायें।