इस लोकप्रिय स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको सुनवाते रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछली बार आपने स्पेन से पूजा अनिल के स्वर में के स्वर में सुधीर द्विवेदी की लघुकथा " एक बार फिर " का वाचन सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं कांता रॉय की लघुकथा ' साइकिल चोर ' , शीतल माहेश्वरी के स्वर में। प्रस्तुत लघुकथा का गद्य " सेतु पत्रिका " पर उपलब्ध है। " साइकिल चोर " का कुल प्रसारण समय 2 मिनट 2 सेकंड है। सुनिए और बताइये कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। कान्ता राॅय: हिंदी लेखिका संघ मध्यप्रदेश, अखिल भारतीय साहित्य परिषद, मध्यप्रदेश लेखक संघ , कलामंदिर भोपाल, विश्व मैत्री संघ मुंबई. सेवाभारती, आनंद आश्रम भोपाल की आजीवन सदस्य, राष्ट्रभाषा प्रचार समिति की सम्मानित सदस्य। वाचिका: शीतल माहे