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सुनो कहानी: मनोहर कहानी - मुंशी नवल किशोर

'सुनो कहानी' इस स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अनुराग शर्मा की आवाज़ में असग़र वजाहत की लघुकथा " हँसी " का पॉडकास्ट सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं मुंशी नवल किशोर द्वारा सन् 1882 में प्रकाशित कथा संग्रह मनोहर कहानी में से " एक शिक्षाप्रद कहानी ", जिसको स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने। इस शिक्षाप्रद कहानी का कुल प्रसारण समय 1 मिनट 27 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। असग़र वजाहत के सौजन्य से इस कथा का टेक्स्ट बीबीसी पर उपलब्ध है। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं हमसे संपर्क करें। अधिक जानकारी के लिए कृपया यहाँ देखें। मुंशी नवल किशोर (1836-1895) हर शनिवार को आवाज़ पर सुनें एक नयी कहानी ,‘‘महाराज ! मैं तो अपने ठाकुर को रिझाता हूँ और कोई रीझा तो क्या, न रीझा तो क्या?’’ ( मनोहर कहानी की "शिक्षाप्रद कहानी" से एक अंश ) नीचे के प्लेयर से सुनें. (प्लेयर पर एक बा

सुनो कहानी: हँसी - असग़र वजाहत

'सुनो कहानी' इस स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अर्चना चावजी की आवाज़ में अनुराग शर्मा की कहानी " जाके कभी न परी बिवाई " का पॉडकास्ट सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं असग़र वजाहत की एक कहानी " हँसी ", जिसको स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने। कहानी "हँसी" का कुल प्रसारण समय 2 मिनट 26 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। इस कथा का टेक्स्ट लघुकथा.com पर उपलब्ध है। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं हमसे संपर्क करें। अधिक जानकारी के लिए कृपया यहाँ देखें। रात के वक्त़ रूहें अपने बाल-बच्चों से मिलने आती हैं। ~ असगर वज़ाहत हर शनिवार को आवाज़ पर सुनें एक नयी कहानी डॉक्टर बोला, ‘‘नहीं, यह बीमारी नहीं है, क्योंकि बीमारियों की किताब में इसका जि़क्र नहीं है।’’ ( असग़र वजाहत की "हँसी" से एक अंश ) नीचे के प्लेयर से सुनें. (प्लेयर पर एक बार क्ल

गिरिजेश राव की कहानी "ढेला पत्ता"

'सुनो कहानी' इस स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अनुराग शर्मा की संस्मरणात्मक कहानी " आती क्या खंडाला? " का पॉडकास्ट उन्हीं की आवाज़ में सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं गिरिजेश राव की कहानी " ढेला पत्ता ", जिसको स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने। कहानी "ढेला पत्ता" का कुल प्रसारण समय 1 मिनट 33 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। इस कथा का टेक्स्ट एक आलसी का चिठ्ठा पर उपलब्ध है। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं हमसे संपर्क करें। अधिक जानकारी के लिए कृपया यहाँ देखें। "पास बैठो कि मेरी बकबक में नायाब बातें होती हैं। तफसील पूछोगे तो कह दूँगा,मुझे कुछ नहीं पता " ~ गिरिजेश राव हर शनिवार को आवाज़ पर सुनें एक नयी कहानी "दोनों की बातों में कुछ खास नहीं होता था लेकिन दोनों बिना बातें किये रह नहीं पाते थे।" ( गिरिजेश राव की कहानी 'ढेला पत्ता'

सुनो कहानी - उखड़े खंभे - हरिशंकर परसाई

'सुनो कहानी' इस स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अनुराग शर्मा की आवाज़ में उभरते लेखक गिरिजेश राव की कहानी " गेट " का पॉडकास्ट सुना था। आवाज़ की ओर से आज हम लेकर आये हैं प्रसिद्ध हिंदी साहित्यकार हरिशंकर परसाई का व्यंग्य " उखड़े खंभे ", जिसको स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने। कहानी का कुल प्रसारण समय 5 मिनट 48 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। इस कथा का टेक्स्ट हिन्दी समय पर उपलब्ध है। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं हमसे संपर्क करें। अधिक जानकारी के लिए कृपया यहाँ देखें। मेरी जन्म-तारीख 22 अगस्त 1924 छपती है। यह भूल है। तारीख ठीक है। सन् गलत है। सही सन् 1922 है। । ~ हरिशंकर परसाई (1922-1995) हर शनिवार को आवाज़ पर सुनें एक नयी कहानी राजा ने जवाब दिया,”नहीं,ऐसा नहीं होगा। फाँसी देना निजी क्षेत्र का उद्योग अभी नहीं हुआ है।” ( हरिशंकर परसाई की "उखड़े खंभे" स

गिरिजेश राव की कहानी गेट

'सुनो कहानी' इस स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने मृणाल पाण्डेय की संस्मरणात्मक कहानी " लड़कियाँ" " का पॉडकास्ट प्रीति सागर की आवाज़ में सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं गिरिजेश राव की कहानी " गेट ", जिसको स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने। कहानी "गेट" का कुल प्रसारण समय 5 मिनट 2 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। इस कथा का टेक्स्ट एक आलसी का चिठ्ठा पर उपलब्ध है। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं हमसे संपर्क करें। अधिक जानकारी के लिए कृपया यहाँ देखें। "पास बैठो कि मेरी बकबक में नायाब बातें होती हैं। तफसील पूछोगे तो कह दूँगा,मुझे कुछ नहीं पता " ~ गिरिजेश राव हर शनिवार को आवाज़ पर सुनें एक नयी कहानी "...उसे अपने पर फिर गर्व हो आया था।" ( गिरिजेश राव की कहानी ' गेट ' से एक अंश ) नीचे के प्लेयर से सुनें. (प्लेयर प

मृणाल पाण्डेय की कहानी 'लड़कियाँ'

'सुनो कहानी' इस स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अनुराग शर्मा की संस्मरणात्मक कहानी " नसीब अपना अपना " का पॉडकास्ट उन्हीं की आवाज़ में सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं मृणाल पाण्डेय की कहानी " लड़कियाँ ", जिसको स्वर दिया है प्रीति सागर ने। कहानी "लड़कियाँ" का कुल प्रसारण समय 18 मिनट 23 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं हमसे संपर्क करें। अधिक जानकारी के लिए कृपया यहाँ देखें। "अगर प्रोफेशनल दुराचरण साबित होने पर एक डॉक्टर या चार्टर्ड अकाउंटेंट नप सकता है, तो एक गैरजिम्मेदार पत्रकार क्यों नहीं?" ~ मृणाल पाण्डेय हर शनिवार को आवाज़ पर सुनें एक नयी कहानी "जब तुम लोग लड़कियों को प्यार नहीं करते तो झूठ मूठ में दिखावा क्यों करते हो?" ( मृणाल पाण्डेय की कहानी 'लड़कियाँ' से एक अंश ) नीचे के प्लेयर से सुन

नसीब अपना अपना

'सुनो कहानी' इस स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अनुराग शर्मा की मार्मिक सामयिक कहानी " बांधों को तोड़ दो " का पॉडकास्ट उन्हीं की आवाज़ में सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं अनुराग शर्मा की एक कहानी " नसीब अपना अपना ", जिसको स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने। कहानी "नसीब अपना अपना" का कुल प्रसारण समय 3 मिनट 31 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। इस कथा का टेक्स्ट बर्ग वार्ता ब्लॉग पर उपलब्ध है। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं हमसे संपर्क करें। अधिक जानकारी के लिए कृपया यहाँ देखें। पतझड़ में पत्ते गिरैं, मन आकुल हो जाय। गिरा हुआ पत्ता कभी, फ़िर वापस ना आय।। ~ अनुराग शर्मा हर शनिवार को आवाज़ पर सुनें एक नयी कहानी "दफ्तर के साथी शाम को हाइवे पर एक चाय भजिया के ठेले पर बैठ कर अड्डेबाजी करते थे।" ( अनुराग शर्मा की "नसीब अपना अपना" से एक अंश )

सुनो कहानी - एक कवि पत्नी का संलाप: सत्ता संवाद

'सुनो कहानी' इस स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अनुराग शर्मा की आवाज़ में विष्णु प्रभाकर की कहानी "पानी की जाति" का पॉडकास्ट सुना था। आवाज़ की ओर से आज हम लेकर आये हैं प्रसिद्ध लेखिका सुधा अरोड़ा की कहानी " एक कवि पत्नी का संलाप: सत्ता संवाद ", जिसको स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। कहानी का कुल प्रसारण समय है: 10 मिनट 24 सेकंड। सुधा अरोड़ा की कथा अन्नपूर्णा मंडल की आखिरी चिट्ठी को आप पहले ही प्रीति सागर की आवाज़ में सुन चुके हैं। उन्हीं की लिखित "रहोगी तुम वही" को आपने सुना था रंगमंच, दूरदर्शन और सार्थक सिनेमा के प्रसिद्ध कलाकार राजेन्द्र गुप्ता की आवाज़ में। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं हमसे संपर्क करें। अधिक जानकारी के लिए कृपया यहाँ देखें। आत्माएं कभी नहीं मरतीं। इस विराट व्योम में, शून्य में, वे तैरती रहती हैं - परम शान्त होकर। ~ सुधा

भारतेंदु हरिश्चंद्र की सच्चा घोड़ा - अनुराग शर्मा के स्वर में

सुनो कहानी: भारतेंदु हरिश्चंद्र की सच्चा घोड़ा 'सुनो कहानी' इस स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने राजेन्द्र गुप्ता की आवाज़ में प्रसिद्ध लेखिका सुधा अरोड़ा की बहुचर्चित कहानी "रहोगी तुम वही" का अंतिम भाग सुना था। आवाज़ की ओर से आज हम लेकर आये हैं भारतेंदु हरिश्चंद्र की कहानी " सच्चा घोड़ा ", जिसको स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। कहानी का कुल प्रसारण समय है: 1 मिनट 3 सेकंड। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं हमसे संपर्क करें। अधिक जानकारी के लिए कृपया यहाँ देखें। निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल। बिन निज भाषा-ज्ञान के, मिटत न हिय को सूल।। ~ भारतेंदु हरिश्चंद्र (१८५०-१८८५) हर शनिवार को सुनें एक नई कहानी - आवाज़ पर हुजूर, यह जानवर गजब का सच्चा है। ( भारतेंदु हरिश्चंद्र की "सच्चा घोड़ा" से एक अंश ) नीचे के प्लेयर से सुनें. (प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, क

सुनो कहानी का सौवाँ अंक: सुधा अरोड़ा की "रहोगी तुम वही"

सुनो कहानी के शतकांक पर आवाज़ की टीम की ओर से सभी श्रोताओं का हार्दिक आभार! 'सुनो कहानी' इस स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अनुराग शर्मा की आवाज़ में कृश्न चन्दर की कहानी "एक गधे की वापसी" का अंतिम भाग सुना था। आवाज़ की ओर से आज हम लेकर आये हैं शतकांक की विशेष प्रस्तुति - प्रसिद्ध लेखिका सुधा अरोड़ा की बहुचर्चित कहानी " रहोगी तुम वही ", जिसको स्वर दिया है रंगमंच, दूरदर्शन और सार्थक सिनेमा के प्रसिद्ध कलाकार राजेन्द्र गुप्ता ने। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। कहानी का कुल प्रसारण समय है: 11 मिनट 9 सेकंड। सुधा अरोड़ा की कथा अन्नपूर्णा मंडल की आखिरी चिट्ठी को आप पहले ही प्रीति सागर की आवाज़ में सुन चुके हैं। रहोगी तुम वही में पति का एकालाप, ज़ाहिरा तौर पर पत्नी से मुखातिब है। पति के पास, पत्नी से शिक़ायतों का अन्तहीन भन्डार है, जिन्हें वह मुखर हो कर पत्नी पर ज़ाहिर कर रहा है। रोज़मर्रा की आम बातें हैं। उसे पत्नी के हर रूप से शिक़ायत है; और ये रूप अनेक है। वह उन्हें स्वीकारना नहीं चाहता;

सुनो कहानी: माय नेम इज खान

'सुनो कहानी' इस स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अनुराग शर्मा की आवाज़ में शरद जोशी की व्यंग्य कहानी " एक बंगला फिल्म " का पॉडकास्ट सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं अनुराग शर्मा की एक लघुकथा " माय नेम इज खान ", जिसको स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने। कहानी का कुल प्रसारण समय 2 मिनट 45 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। इस कथा का टेक्स्ट बर्ग वार्ता ब्लॉग पर उपलब्ध है। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं हमसे संपर्क करें। अधिक जानकारी के लिए कृपया यहाँ देखें। पतझड़ में पत्ते गिरैं, मन आकुल हो जाय। गिरा हुआ पत्ता कभी, फ़िर वापस ना आय।। ~ अनुराग शर्मा हर शनिवार को आवाज़ पर सुनें एक नयी कहानी ये पत्ते किसलिए लाये हैं? क्या देसी बकरी पाली है? ( अनुराग शर्मा की " माय नेम इज खान " से एक अंश ) नीचे के प्लेयर से सुनें. (प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ

सुनो कहानी: डिप्टी कलेक्टर - हरिशंकर परसाई

'सुनो कहानी' इस स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने उर्दू और हिंदी के प्रसिद्ध साहित्यकार उपेन्द्रनाथ अश्क लिखित रचना " चारा काटने की मशीन " का पॉडकास्ट अनुराग शर्मा की आवाज़ में सुना था। आवाज़ की ओर से आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं हरिशंकर परसाई लिखित व्यंग्य " डिप्टी कलेक्टर ", जिसको स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने। "डिप्टी कलेक्टर" का कुल प्रसारण समय मात्र 3 मिनट 45 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं हमसे संपर्क करें। अधिक जानकारी के लिए कृपया यहाँ देखें। मेरी जन्म-तारीख 22 अगस्त 1924 छपती है। यह भूल है। तारीख ठीक है। सन् गलत है। सही सन् 1922 है। । ~ हरिशंकर परसाई (1922-1995) हर शनिवार को आवाज़ पर सुनें एक नयी कहानी यह धांधली देख कर दूसरे अखबार ने चेतावनी छापी- "नक्कालों से सावधान।" ( हरिशंकर परसाई के व्यंग्य "डिप्टी

सुनिए करवाचौथ पर कविता तथा संगीतबद्ध गीत

करवाचौथ पर हिन्द-युग्म की खास पेशकश आज यानी की कार्तिक कृण्ण पक्ष की चतुर्थी को पूरे भारतवर्ष में सुहागिन स्त्रियाँ अपने पतियों की लम्बी उम्र के लिए करवाचौथ का व्रत रखती हैं। अभी पिछले सप्ताह हमने इसी त्यौहार को समर्पित शिवानी सिंह का गीत 'ऐसा नहीं कि आज मुझे चाँद चाहिए, मुझको तुम्हारे प्यार में विश्वास चाहिए' ज़ारी किया था। हिन्द-युग्म आज इन्हीं सुहागनों को अपने ख़जाने से एक कविता समर्पित कर रहा है। हमने इस वर्ष के विश्व पुस्तक मेला में अपना पहला संगीतबद्ध एल्बम ज़ारी किया था, जिसमें १० कविताओं और १० गीतों का समावेश था। इसी एल्बम की एक कविता है 'करवाचौथ' जिसे विश्व दीपक 'तन्हा' ने लिखा है। इस कविता को आवाज़ दी है रूपेश ऋषि ने। इस कविता के तुरंत बाद हमने इसी एल्बम में सुनीता यादव द्वारा स्वरबद्ध किया तथा गाया हुआ गीत 'तू है दिल के पास' । हम समझते हैं कि अपने पतियों की लम्बी उम्र की आकांक्षी महिलाओं को हमारा यह उपहार ज़रूर पसंद आयेगा। विश्वास का त्योहार ओ चाँद तुझे पता है क्या? तू कितना अनमोल है देखने को धरती की सारी पत्नियाँ बेसब्र फलक को ताकेंगी

सुनो कहानीः प्रेमचंद की कहानी अमृत का पॉडकास्ट

प्रेमचंद की उर्दू कहानी 'अमृत' का प्रसारण 'सुनो कहानी' के स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियों का पॉडकास्ट। अभी पिछले सप्ताह आपने अनुराग शर्मा की आवाज़ में प्रेमचंद की कहानी 'अपनी करनी' का पॉडकास्ट सुना था। आवाज़ की ओर से आज हम लेकर आये हैं अनुराग शर्मा की ही आवाज़ में उपन्यास सम्राट प्रेमचंद की कहानी 'अमृत' का पॉडकास्ट। मूलतः उर्दू में लिखी गयी यह कहानी ‘प्रेम पचीसी’ से ली गयी है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। नीचे के प्लेयर से सुनें. (प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लिक करें।) यदि आप इस पॉडकास्ट को नहीं सुन पा रहे हैं तो नीचे दिये गये लिंकों से डाउनलोड कर लें (ऑडियो फ़ाइल तीन अलग-अलग फ़ॉरमेट में है, अपनी सुविधानुसार कोई एक फ़ॉरमेट चुनें) VBR MP3 64Kbps MP3 Ogg Vorbis आज भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिकों, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं, तो यहाँ देखें। #Fifth Story, Amrit: Munsi Premchand/

सितम्बर माह के कवि सम्मेलन के लिए अपनी रिकॉर्डिंग भेजें

पिछले दो महीनों से हम पॉडकास्ट कवि सम्मेलन का आयोजन कर रहे हैं। दूसरे अंक से मृदुल कीर्ति ने संयोजन की जिम्मेदारी सम्हाली है। हम उत्साह से लबरेज़ हैं और तीसरे पॉडकास्ट सम्मेलन के लिए कवियों से कविताओं की रिकॉर्डिंग आमंत्रित करते हैं। कृपया अपनी आवाज़ में अपनी १ या १ से अधिक रचनाओं का पाठ करके २४ सितम्बर २००८ तक podcast.hindyugm@gmail.com पर भेज दें। यदि रिकॉर्डिंग करने में परेशानी आये तो हमारा मुफ़्त ट्यूटोरियल देखें। हमें उम्मीद है कि इस बार बहुत से कवि इस ऑनलाइन कवि सम्मेलन में भाग लेंगे। पॉडकास्ट कवि सम्मेलन का दूसरा अंक पॉडकास्ट कवि सम्मेलन का पहला अंक

सुनो कहानीः प्रेमचंद की 'अंधेर'

सुनिए 'सुनो कहानी' अभियान की पहली कड़ी- प्रेमचंद की कहानी 'अंधेर' का पॉडकास्ट अभी २ दिन पहले ही हमने वादा किया था कि हम हिन्दी साहित्य के ऑडियो बुक पर काम करेंगे। लीजिए हम हाज़िर है एक कहानी लेकर। इससे पहले हम ५ कहानियों का पॉडकास्ट प्रासरित भी कर चुके हैं। नियमित कहानी प्रासरण की शृंखला की पहली कड़ी के तहत हम उपन्यास सम्राट प्रेमचंद की कहानी 'अंधेर' लेकर उपस्थित हैं। इस कहानी को वाचा है अनुराग शर्मा उर्फ़ स्मार्ट इंडियन ने। नीचे के प्लेयर से सुनें. (प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लिक करें।) यदि आप इस पॉडकास्ट को नहीं सुन पा रहे हैं तो नीचे दिये गये लिंकों से डाऊनलोड कर लें (ऑडियो फ़ाइल तीन अलग-अलग फ़ॉरमेट में है, अपनी सुविधानुसार कोई एक फ़ॉरमेट चुनें) VBR MP3 64Kbps MP3 Ogg Vorbis आज भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं, तो यहाँ देखें। #First Story, Andher: Munsi Premchand/Hindi Audio Book/2008/01. Voice: An

साहित्यिक हिन्दी ऑडियो बुक का हिस्सा बनिए

अपनी पसंद की कहानियों, उपन्यासों, लघुकथाओं, नाटकों, प्रहसनों का पॉडकास्ट बनाने में हमारी मदद करें हिन्द-युग्म ने अपने आवाज़ प्रोजेक्ट के तहत एक नई योजना बनाई है, जिसके सूत्रधार अनुराग शर्मा यानी स्मार्ट इंडियन हैं, जिन्हें इसका संचालक भी बनाया गया है। इस प्रोजेक्ट के तहत हम ऑडियो बुक पर काम करेंगे। हिन्दी के सभी प्रसिद्ध कहानियों, उपन्यासों, लघुकथाओं, नाटकों, प्रहसनों, झलकियों इत्यादि का पॉडाकास्ट तैयार किया जायेगा। फिर उन्हें एल्बम की शक्ल दिया जायेगा। इस प्रोजेक्ट में कोई भी अपना हाथ बँटा सकता है। अपने पसंद की कहानियों, उपन्यासों, लघुकथाओं, नाटकों, प्रहसनों, झलकियों इत्यादि को रिकॉर्ड करके हमें podcast.hindyugm@gmail.com पर भेजें। जिस रिकॉर्डिंग की क्वालिटी (गुणवत्ता) अच्छी होगी, हम उसे इसी पृष्ठ (मंच) से प्रसारित करेंगे। लोगों की जो प्रतिक्रियाएँ आयेंगी, उनपर गौर करते हुए आप अपनी रिकॉर्डिंग में सुधार ला सकते हैं, अभिनय में सुधार ला सकते हैं, सुधार करके दुबारा की गई रिकॉर्डिंग को हम पुरानी रिकॉर्डिंग से बदलते रहेंगे। अनुराग मानते हैं कि विदेशों में साहित्यिक ऑडियो बुकों का बहुत प्रचल

सुनो कहानी- बेज़ुबान दोस्त

सुनिए विश्व प्रसिद्ध कहानीकार एस आर हरनोट की कहानी 'बेज़ुबान दोस्त' भारत में हिन्दी कहानियों के वाचन पर काम बहुत कम हुआ है। कहानियों, उपन्यासों का नाट्य रूपांतरण करके रेडियो पर तो बहुत पहले से सुनाया जाता रहा है, लेकिन कहानियों को किसी एक या दो आवाज़ों द्वारा पढ़कर ऑडियो-बुक का रूप देने का काम बहुत कम दिखलाई पड़ता है। आवाज़ का प्रयास है कि हिन्दी साहित्य की हर विधा को हर तरह से समृद्ध करे। इसी कड़ी में हम आज 'सुनो कहानी' के अंतर्गत अनुराग शर्मा की आवाज़ में विश्व प्रसिद्ध कथाकार एस आर हरनोट की कहानी 'बेज़ुबान दोस्त' लेकर उपस्थित हैं। अब हम इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं, यह तो आप श्रोता ही बतायेंगे। नीचे के प्लेयर से सुनें. (प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लिक करें।) यदि आप इस पॉडकास्ट को नहीं सुन पा रहे हैं तो नीचे दिये गये लिंकों से डाऊनलोड कर लें (ऑडियो फ़ाइल तीन अलग-अलग फ़ॉरमेट में है, अपनी सुविधानुसार कोई एक फ़ॉरमेट चुनें) VBR MP3 64Kbps MP3 Ogg Vorbis #First Story: Bezuban Dost; Author: S. R. Hrnot;

पॉडकास्ट पर संगीतबद्ध गीतों, कवि-सम्मेलनों, बालोपयोगी सामग्रियों और कहानियों का प्रसारण

दोस्तो, हिन्द-युग्म यह संकल्प लेकर चला है कि अपने प्रयासों में दिवस प्रति दिवस गुणात्मक सुधार हो। ३ फरवरी २००८ को पहला म्यूजिक एल्बम 'पहला सुर' रीलिज करने के बाद हिन्द-युग्म अब ऐसे हज़ारों एल्बम निकालने का इरादा रखता है, ताकि हिन्दी और इसके अच्छे साहित्य को अधिक से अधिक पापुलर किया जा सके। आज से अपने इस आवाज़ पृष्ठ पर स्थाई तौर पर ४ स्थाई कार्यक्रम जोड़ रहे हैं। १) प्रत्येक शुक्रवार नये संगीतबद्ध गीत का प्रकाशन २) महीने के अंतिम रविवार को पॉडकास्ट कवि सम्मेलन का प्रसारण ३) महीने में कम से कम दो बाल-साहित्य के पॉडकास्ट का प्रसारण ४) प्रत्येक माह एक कहानी के पॉडकास्ट का प्रसारण संगीतबद्ध गीत के लिए- संगीतबद्ध गीत के लिए ७ पुराने संगीतकारों के अतिरिक्त हमने ३ नये संगीतकार (सुभोजेत, निखिल/चार्ल्स और अनुरूप) को जोड़ा है जो बहुत से गीतों पर काम कर रहे हैं। हमारी कोशिश है कि हम उभरते हुए गायकों, संगीतकारों और गीतकारों को इस महाअभियान से एक महामंच दे पाये। भविष्य के उदियमान सितारे बनें। इसके लिए हमने जजों की एक खास टीम बनाई है। निर्णायक मंडली में विविध भारती रेडियो के सुप्रसिद्ध रेडियो

आलोक शंकर का रेडियो काव्यपाठ

भारतीय समयानुसार २ जून २००८ की सुबह ८ बजे डैलास, अमेरिका के हिन्दी एफ॰एम॰ रेडियो सलाम नमस्ते पर हिन्द-युग्म के प्रथम यूनिकवि आलोक शंकर का काव्यपाठ और बातचीत प्रसारित किए गये। हमने रिकॉर्ड करने की कोशिश की। हम इस भ्रम में रहे कि पूरा कवितांजलि कार्यक्रम रिकॉर्ड हो रहा है, परंतु तकनीकी असावधानियों के कारण ठीक से रिकॉर्ड नहीं कर सके। हिन्द-युग्म की स्थाई पाठिका रचना श्रीवास्तव ने आलोक शंकर का हौसला बढ़ाने के लिए फोन भी किया, मगर वो भी रिकॉर्ड न हो सका। जितना हो पाया है, आपके समक्ष प्रस्तुत है, ज़रूर बताये कैसा लगा? प्लेयर से न सुन पा रहे हों तो यहाँ से डाऊनलोड कर लें। Kavya-path of Alok Shankar on Radio Salaam Namaste