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मेलोडी की नयी बहार लाये हैं युवा संगीतकार अनुराग गोडबोले : एक मुलाक़ात ज़रूरी है

एक मुलाक़ात ज़रूरी है (3)  संगीतकार गायक अनुराग गोडबोले  म राठी फिल्मों से हिंदी फिल्म संगीत जगत में कदम रखा है युवा संगीतकार अनुराग गोडबोले ने अपने साथी चिन्मय के साथ, अपनी पहली फिल्म "१९८२ अ लव मैरिज" के साथ. कार्यक्रम एक मुलाकात ज़रूरी है में आज हम आपको मिलवा रहे हैं इसी युवा संगीतकार से. सुनिए और एन्जॉय करें इस संवाद को और साथ ही सुनें इस ताज़ा फिल्म के कुछ सुरीले गीत भी.

शॉर्टकट टु हैपिनैस - अनुराग आर्या

लोकप्रिय स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको सुनवाते रहे हैं नई, पुरानी, अनजान, प्रसिद्ध, मौलिक और अनूदित, यानि के हर प्रकार की कहानियाँ। पिछली बार आपने स्वर-कलाकार "संज्ञा टण्डन" की विशिष्ट प्रस्तुति में,  पूजा अनिल  के स्वर में गौतम राजऋषि की कथा " लेम्बरेटा, नन्ही परी और एक ठिठकी शाम " का पाठ सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं, डॉ अनुराग आर्या की रचना शॉर्टकट टु हैपिनैस , स्पेन से पूजा अनिल के स्वर में।  इस कहानी  शॉर्टकट टु हैपिनैस  का कुल प्रसारण समय 7 मिनट 43 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। जब हम एक वक़्त से दूसरे वक़्त, एक शहर से दूसरे शहर, एक देश से दूसरे देश में अपने अपने कारणों के लिए बसते है, हम अपने भीतर ढेर सारी चीज़े साथ लेकर चलते है जिसमे चाही अनचा

हिंदी फिल्म इतिहास का वो साल : सन १९५६ : मेरे ये गीत याद रखना

सा ल १९५६, कैसा था हिंदी फिल्म के इतिहास का, किन गीतों ने मचाई धूम, किन संगीतकारों का रहा दबदबा, किन गीतकारों ने चलाया कलम का जादू, वो कौन सी आवाजें थी जिन्होंने श्रोताओं के दिलों पर राज़ किया, जानिए इस साल की कहानी कार्यक्रम "मेरे ये गीत याद रखना" के इस एपिसोड में, आपके प्रिय विवेक श्रीवास्तव के साथ