Skip to main content

Posts

दिल्ली और लाहौर के बीच बंटी संवेदनाएं

ताज़ा सुर ताल - जो दिखते हो  लकीरें है तो रहने दो, किसी ने रूठ कर गुस्से में खींच दी थी..उन्हीं को अब बनाओ पाला आओ कबड्डी खेलते हैं...लकीरें है तो रहने दो ....गुलज़ार साहब ने इन्हीं शब्दों के साथ इस फिल्म को आगाज़ दिया है. क्या दिल्ली क्या लाहौर  एक अलग तरह का अंदाज़े बयां है जो बंटवारे का दर्द बेहद संवेदनशीलता से प्रस्तुत करती है. अभिनेता विजय राज़ की ये पहली फिल्म है बतौर निर्देशक. फिल्म में विजय राज़ के साथ हैं अभिनेता मनु ऋषि जो फिल्म के संवाद लेखक भी हैं. वैसे फिल्म में गीत संगीत का पार्श्व संगीत की तरह ही इस्तेमाल हुआ है, पर जब गीत लिखे हों गुलज़ार साहब ने और संगीत हो सन्देश संदलिया का तो गीत की एक चर्चा तो बनती ही है. तो लीजिये आज सुनिए ताज़ा सुर ताल में इसी फिल्म का एक गीत जिसे गुलज़ार साहब ने इतने खूबसूरत अंदाज़ में लिखा है कि पूरी फिल्म का सार सिमट के आ जाता है इस नन्हें से गीत में, शफकत अमानत अली खान साहब की परिपक्व आवाज़ में सुनिए जो दिखते हो....

छुपा कर प्यार जताती नायिका और छेड़ छाड़ करती सखियाँ

खरा सोना गीत - अँखियाँ भूल गयी है सोना    हमारी प्रस्तोता श्वेता पांडे के साथ गुनगुनाएं ये छेड़ छाड़ से भरा ये नटखट सा गीत....स्क्रिप्ट है सुजॉय चट्टर्जी की और प्रस्तुति है संज्ञा टंडन की....  

लम्बी जुदाई की विसिल और युवा श्रोफ का बाजा

ताज़ा सुर ताल - विसिल बाजा   सुपर स्टार जैकी श्रोफ को फिल्मों में मौका दिया सदाबहार देव साहब ने, मगर उन्हें असली पहचान मिली सुभाष घई कृत हीरो  की जबरदस्त कमियाबी से. कौन इनकार कर सकता है कि फिल्म हीरो  की कामियाबी में लक्ष्मीकांत प्यारेलाल के संगीत का महत्वपूर्ण योगदान था. फिल्म का हर गीत आज तक श्रोताओं के दिलो जेहन में बसा हुआ है. बरसों बाद जब जैकी के सुपुत्र टाइगर को फिल्मों में लांच करने की बारी आई तो जैकी को याद आई फिर एक बार अपनी पहली हिट फिल्म के गीतों की. मरहूम रेशमा का गाया लम्बी जुदाई  गीत में एक बेहद खूबसूरत बांसुरी का पीस था. सालों बाद हीरोपंती  में अब उसी मधुर धुन को विसिल में बजाया गया है, और सच कहें तो यही इस गीत की सबसे बड़ी खूबी है. गीत में आगे पीछे क्या गाया जा रहा है इस पर ध्यान ही नहीं जाता बस इंतज़ार रहता है की कब ये धुन बजे. कहना गलत नहीं होगा की टाईगर इस गीत पर जम कर नाचे हैं, यक़ीनन उनमें एक भावी सुपर स्टार के सभी गुण दर्शित हो रहे हैं. मंजीत, निंदी और कौर रफ़्तार के गाये इस गीत में भरपूर पंजाबियत है, और भरपूर मौज मस्ती भी....लीजिये सुनिए ये कदम थिरकाता गीत आ