देसी सुपर हीरो क्रिश को अपने पहले संस्करण में कोई थीम गीत नहीं मिला था, तो चलिए इस कमी को पूरा कर दिया है इस एल्बम में. क्रिश का शीर्षक गीत ममता शर्मा की आवाज़ में है जिसमें खुद राजेश रोशन और अनिरुद्ध भोला ने बैक अप स्वरों का रंग मिलाया है. आखिरकार लगभग दो सालों तक मात्र आईटम गीतों की अपनी आवाज़ देने के बाद किसी बॉलीवुड संगीतकार ने ममता से कुछ अलग गवाया है, और उम्मीद के अनुरूप ममता ने गीत के साथ पूरा न्याय किया है. हाँ क्रिश जैसे सुपर हीरो के लिए कुछ इससे बेहतर गीत भी हो सकता था.
शांति के मसीहा, यानी हमारे बापू महात्मा गांधी जी का जन्म मास है ये, और इसे इत्तेफाक ही कहिये कि उनके प्रिय भजन रघुपति राघव वर्ष का २०१३ में बॉलीवुड ने जम कर इस्तेमाल किया, कभी फिल्म के प्रमुख गीत के रूप में (सत्याग्रह) तो कभी पार्श्व संगीत के रूप में (जंजीर). क्रिश ३ में भी इस भजन को एक कदम थिरकाने वाले गीत में तब्दील कर पेश किया गया है. यहाँ मैं गीतकार संगीतकार को विशेष बधाई देना चाहूँगा जिन्होंने भजन के प्रमुख शब्द युग्म को बेहद सफाई से अपने गीत में ढाला है. धुन जुबाँ पे चढ़ने वाली है और नीरज श्रीधर तो ऐसे गीतों के उस्ताद माने जाते हैं, यूँ बीते कुछ दिनों से वो अपने मेंटर प्रीतम के संगीत निर्देशन में सुनाई नहीं पड़े हैं. पर इस झुमाने वाले गीत के रूप में उन्हें साल का एक हिट गीत तो मिल ही गया है.
एल्बम की एक और बड़ी खासियत है कि इसके दो गीतों में अलीशा चिनॉय की नशीली आवाज़ का इस्तेमाल हुआ है. अलीशा देश की पहली पोप डी'वा हैं और उनकी आवाज़ में वही कशिश, वही कसक आज भी बरकरार है. गीत दिल तू ही बता में उनके साथ हैं और एक जबरदस्त गायक जुबीन गर्ग. गीत की रिदम और इंटरल्यूड गजब के हैं. अच्छा और पैशनेट गीत है जो एक दो बार सुनने के बाद ही शायद आपको पसंद आये, पर गीत की मिठास लंबे समय तक आपके साथ रहेगी.
अलीशा की आवाज़ में दूसरा गीत यू माई लव भी एक युगल गीत है जिसमें उन्हें साथ मिला है आज के सबसे सफल गायकों में से एक मोहित चौहान का. गीत कैची है और पति पत्नी की नोक झोंक में बुने शब्द माहौल को हल्का फुल्का बनाते हैं. अलीशा की आवाज़ एक बार फिर गीत की जान है. गीत का फिल्मांकन अगर अच्छा हुआ तो ये गीत जल्दी ही टॉप चार्ट पे होगा.
सोनू निगम और श्रेया के युगल स्वरों में है क्रिश का दूसरा थीम गीत जो अधिक पारंपरिक है शब्द और संगीत दोनों लिहाज में. गोड अल्लाह और भगवान में देश के सच्चे हीरो की कल्पना की गयी है. उद्देश्य अच्छा है पर गीत में कोई नयापन नहीं मिलता. कुल मिलाकर क्रिश में ५ गीत हैं दो गीतों को अलीशा से संभाल लिया है. एक गीत में गाँधी जी का मंत्र काम कर गया और दो थीम गीत भी बच्चों को पसंद आयेंगें. यूँ भी फिल्म संगीत से अधिक अपने स्पेशल एफ्फेक्ट्स पर अधिक केंद्रित है. ऐसे में एक औसत एल्बम भी फिल्म के लिए काफी होगी जो राजेश रोशन की एल्बम निश्चित ही है.
एल्बम के सर्वश्रेष्ठ गीत - रघुपति राघव, यू माई लव, दिल तू ही बता
हमारी रेटिंग - ३.५
संगीत समीक्षा - सजीव सारथी
आवाज़ - अमित तिवारी
संगीत समीक्षा - सजीव सारथी
आवाज़ - अमित तिवारी
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Sujoy