Skip to main content

Posts

Showing posts with the label जया जादवानी

हमसफ़र (बोलती कहानियाँ सीज़न 1) पॉडकास्ट # 30

रेडियो प्लेबैक इंडिया के साप्ताहिक स्तम्भ ' बोलती कहानियाँ ' के अंतर्गत हम आपको सुनवाते हैं हिन्दी की नई, पुरानी, अनजान, प्रसिद्ध, मौलिक और अनूदित, यानी के हर प्रकार की कहानियाँ। बोलती कहानियाँ (सीज़न 1) केे पॉडकास्ट # 30 में आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं जया जादवानी की रोचक और विचारोत्तेजक कहानी " हमसफ़र ", पूजा अनिल तथा पीयूष अग्रवाल के स्वरों में। * *** * हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी कहानी ( जया जादवानी की "हमसफ़र" ) यूट्यूब पर देखिये गाना पर सुनिये जियो सावन एंकर पर सुनिये गूगल पॉडकास्ट पर सुनिये स्पॉटिफ़ाइ पर सुनिये ऐपल पॉडकास्ट एमेज़ॉन म्यूज़िक प्राइम फेसबुक कहानी " हमसफ़र " का कुल प्रसारण समय 36 मिनट 8 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिकों, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया boltikahaniyan.rpi@gmail.com पर सम्पर्क करें। Season 1; Podcast #30, Humsa

क़यामत का दिन उर्फ़ कब्र से बाहर (बोलती कहानियाँ सीज़न 1) पॉडकास्ट # 25

रेडियो प्लेबैक इंडिया के साप्ताहिक स्तम्भ ' बोलती कहानियाँ ' के अंतर्गत हम आपको सुनवाते हैं हिन्दी की नई, पुरानी, अनजान, प्रसिद्ध, मौलिक और अनूदित, यानि के हर प्रकार की कहानियाँ। बोलती कहानियाँ (सीज़न 1) केे पॉडकास्ट # 25 में आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं जया जादवानी की चर्चित कथा " क़यामत का दिन उर्फ़ कब्र से बाहर ", पूजा अनिल के स्वर मेंा। * *** * हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी कहानी कार मेरे पति ने मुझे अपनी उन सेवाओं के लिये दान में दी जिन्हें हर चौबीस घंटे मैं बडी फ़रमाबरदारी से निभाया करती थी पर इसकी चाबी वे हमेशा अपने पास रखते थे। ( जया जादवानी की "क़यामत का दिन उर्फ़ कब्र से बाहर" से एक अंश ) यूट्यूब पर सुनिये गाना पर सुनिये जियो सावन एंकर पर सुनिये गूगल पॉडकास्ट पर सुनिये स्पॉटिफ़ाइ पर सुनिये ऐपल पॉडकास्ट एमेज़ॉन म्यूज़िक प्राइम कहानी " क़यामत का दिन उर्फ़ कब्र से बाहर " का कुल प्रसारण समय 27 मिनट 37 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों,

एंटी-पार्टिकल (बोलती कहानियाँ सीज़न 1) पॉडकास्ट # 14

रेडियो प्लेबैक इंडिया के साप्ताहिक स्तम्भ ' बोलती कहानियाँ ' के अंतर्गत हम आपको सुनवाते हैं हिन्दी की नई, पुरानी, अनजान, प्रसिद्ध, मौलिक और अनूदित, यानि के हर प्रकार की कहानियाँ। बोलती कहानियाँ (सीज़न 1) केे पॉडकास्ट # 14 में आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं जया जादवानी की एक मर्मस्पर्शी कथा " एंटी-पार्टिकल ", लेखिका के स्वर में। हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी कहानी "कभी-कभी घर के अन्य सदस्य जिनके पास अपने कोने नहीं होते दूसरों के बनाये कोनों में अपना सामान रख देते हैं। तब आदमी दूसरोंके घरोंकी ओर भागता है, उनके कोनों में बैठकर उनके साथ रोने के लिये।" ( जया जादवानी की "एंटी-पार्टिकल" से एक अंश ) यूट्यूब पर जियो सावन एंकर पर सुनिये ऐपल पॉडकास्ट स्पॉटिफ़ाइ पर सुनिये एमेज़ॉन म्यूज़िक प्राइम गूगल पॉडकास्ट पर सुनिये एकाकीपन के दर्शन से भरपूर कैनवस में जया जादवानी उदासी और स्वातंत्र्य के रंग मिलाकर शब्दों की कलाकृतियाँ बनाती हैं।। कहानी " एंटी-पार्टिकल " का कुल प्रसारण समय 16 मिनट 36 सेकंड है। सुनें और