इस साप्ताहिक स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको सुनवाते रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने माधवी चारुदत्ता  के स्वर में अनुराग शर्मा  की व्यंग्यात्मक कहानी  " सम्बन्ध " का पाठ सुना था।   आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं मुंशी प्रेमचन्द  की मार्मिक कहानी अग्निसमाधि  जिसे स्वर दिया है हिन्दी और मराठी की एक सफल वॉइस ओवर आर्टिस्ट माधवी चारुदत्ता  ने। उनके स्वर में आचार्य विनोबा भावे द्वारा धुले जेल में  मराठी भाषा में दिये गए गीता प्रवचन यहाँ  सुने जा सकते हैं।   प्रस्तुत कथा का गद्य " भारत कोश " पर उपलब्ध है। "अग्निसमाधि" का कुल प्रसारण समय 28 मिनट 18 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं।   यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें।             मैं एक निर्धन अध्यापक हूँ ... मेरे जीवन मैं ऐसा क्या ख़ास है जो मैं किसी से कहू...