रेडियो प्लेबैक इंडिया के साप्ताहिक स्तम्भ ' बोलती कहानियाँ ' के अंतर्गत हम आपको सुनवाते हैं हिन्दी की नई, पुरानी, अनजान, प्रसिद्ध, मौलिक और अनूदित, यानि के हर प्रकार की कहानियाँ। बोलती कहानियाँ (सीज़न 1) केे पॉडकास्ट # 11  में आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं अनामिका अनु  की कथा " भीगे तकिए धूप में ", माधवी चारुदत्ता  के स्वर में।    भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार विजेता अनामिका अनु एक कवयित्री व कथाकार हैं।   हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी कहानी   वह बिल से निकली है और केंचुल भी ढीली पड़नी शुरू हो गयी है। दूर कोई निर्गुण क्यों गा रहा है?  ( (अनामिका अनु की ‘भीगे तकिए धूप में’ से एक अंश) )               यूट्यूब पर  जियो सावन  गाना पर सुनिये  ऐपल पॉडकास्ट  एंकर पर सुनिये  स्पॉटिफ़ाइ पर सुनिये  एमेज़ॉन म्यूज़िक प्राइम   गूगल पॉडकास्ट पर सुनिये       कहानी " भीगे तकिए धूप में " का कुल प्रसारण समय 17 मिनट 24 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिकों, प्रहसनों, झलकियों, ए...