गाना: अंधे जहान के अंधे रास्ते    चित्रपट: पतिता   संगीतकार: शंकर - जयकिशन   गीतकार: शैलेन्द्र   स्वर: तलत महमूद      अंधे जहान के अंधे रास्ते,  जाएं तो जाएं कहाँ  दुनिया तो दुनिया,  तू भी पराया,  हम यहाँ ना वहाँ   जीने की चाहत नहीं,  मर के भी राहत नहीं  इस पार आँसू,  उस पार आहें,  दिल मेरा बेज़ुबां  अंधे जहान के ...   हम को न कोई बुलाए,  ना कोई पलकें बिछाए  ऐ ग़म के मारों, मंज़िल वहीं है, दम ये टूटे जहाँ  अंधे जहान के ...   आग़ाज़ के दिन तेरा अंजाम तय हो चुका  जलते रहें हैं,  जलते रहेंगे, ये ज़मीं आसमां  अंधे जहान के ...