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सीमा सिंघल के कविता-संग्रह 'अर्पिता' का विमोचन अपने कर-कमलों द्वारा करें

सभी साहित्यप्रेमियों को जन्माष्टमी की बधाइयाँ!

आज हम इस अवसर पर हिन्द-युग्म प्रकाशन की नवीनतम पुस्तक 'अर्पिता' का ऑनलाइन विमोचन कर रहे हैं। यह पुस्तक युवा कवयित्री सीमा सिंघल का प्रथम काव्य-संग्रह है। चूँकि हिन्द-युग्म का यह मंच ज्यादा बोलने-सुनने और कम लिखने का है। इसलिए हम पुस्तक पर अधिक कलम न चलाकर, सर्वप्रथम तो आपको विमोचन का अवसर प्रदान करते हैं। उसके पश्चात अर्चना चावजी की आवाज़ में पुस्तक पर उनके विचार जानते हैं और उनकी आवाज़ में चुनिंदा कविताएँ सुनते हैं।

पहले यहाँ से फीटा काटकर विधिवत लोकार्पण करें।



अब नीचे के प्लेयर से अर्चना जी की आवाज़ में पुस्तक-चर्चा सुनें।

Comments

सीमा जी को बधाई
सुज्ञ said…
बहुत ही बधाई सीमाजी,

और ऑन-लाईन विमोचन का यह प्रयोग भी शानदार है।

मंगल-कामनाएं!!
बहुत बहुत बधाई सीमा जी
बहुत बहुत बधाई सीमा जी !
अर्चना चाव जी की आवाज़ में सुन्दर प्रस्तुति ने पुस्तक पढ़ने हेतु आकर्षित किया है,अर्पिता को एक नया आयाम मिले,इन्हीं शुभकामनाओं के साथ -
Archana said…
सीमा जी को बधाई "अर्पिता" के विमोचन पर ...
सीमा सिंघल जी को बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं...
इस नए प्रयोग के लिए बधाई। सीमा जी को भी बधाई।
सीमा जी बहुत बहुत बधाई

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