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१७ फरवरी - आज का गाना


गाना: ज्योति कलश छलके 


चित्रपट:भाभी की चूड़ियाँ
संगीतकार:सुधीर फड़के
गीतकार:पंडित नरेंद्र शर्मा
गायिका:लता








ज्योति कलश छलके \- ४
हुए गुलाबी, लाल सुनहरे
रंग दल बादल के
ज्योति कलश छलके

घर आंगन वन उपवन उपवन
करती ज्योति अमृत के सींचन
मंगल घट ढल के \- २
ज्योति कलश छलके

पात पात बिरवा हरियाला
धरती का मुख हुआ उजाला
सच सपने कल के \- २
ज्योति कलश छलके

ऊषा ने आँचल फैलाया
फैली सुख की शीतल छाया
नीचे आँचल के \- २
ज्योति कलश छलके

ज्योति यशोदा धरती मैय्या
नील गगन गोपाल कन्हैय्या
श्यामल छवि झलके \- २
ज्योति कलश छलके

अम्बर कुमकुम कण बरसाये
फूल पँखुड़ियों पर मुस्काये
बिन्दु तुहिन जल के \- २
ज्योति कलश छलके



Comments

Smart Indian said…
साहित्य और संगीत का संगम, एक कालजयी गीत!

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