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गिरिजेश राव की कहानी "राजू के नाम एक पत्र"

'बोलती कहानियाँ' इस स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने प्रसिद्ध अमेरिकी कथाकार ओ हेनरी की "अ स्ट्रेंज स्टोरी" का हिन्दी अनुवाद "एक विचित्र कहानी" का पॉडकास्ट अनुराग शर्मा की आवाज़ में सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं गिरिजेश राव की कहानी "राजू के नाम एक पत्र", जिसको स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने। कहानी "राजू के नाम एक पत्र" का कुल प्रसारण समय 4 मिनट 46 सेकंड है।


सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं।

इस कथा का टेक्स्ट एक आलसी का चिठ्ठा पर उपलब्ध है।

यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं हमसे संपर्क करें। अधिक जानकारी के लिए कृपया यहाँ देखें।

"पास बैठो कि मेरी बकबक में नायाब बातें होती हैं। तफसील पूछोगे तो कह दूँगा,मुझे कुछ नहीं पता "
~ गिरिजेश राव

हर शनिवार को आवाज़ पर सुनें एक नयी कहानी

"मैं दो टुकड़ा हो गया हूँ - एक हँसता, खाता, पीता, सामान्य जीता है और दूसरा भयानक रूप से भीत भटकता भरा जा रहा है।"
(गिरिजेश राव की कहानी "राजू के नाम एक पत्र" से एक अंश)

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यदि आप इस पॉडकास्ट को नहीं सुन पा रहे हैं तो नीचे दिये गये लिंक से डाऊनलोड कर लें:
राजू के नाम एक पत्र MP3

#157th Story, Raju Ke Nam Ek Patra: Girijesh Rao/Hindi Audio Book/2011/38. Voice: Anurag Sharma

Comments

Amit said…
बहुत ही बढ़िया कहानी और प्रस्तुतिकरण
रंजना said…
ओह...अनोखा मंच...

पहली बार आने का सुअवसर मिला...

गिरिजेश जी की यह कथा पहले भी पढी थी , पर सुनने का अनुभव ही कुछ aur है...

पंकज जी की यह फिल्म मुझे बहुत बहुत भाई थी...
Amit said…
रंजना जी स्वागत है आपका रेडियो प्लेबैक इंडिया पर.आप अपने सुझाव जरूर लिखियेगा
Smart Indian said…
रंजना जी और अमित जी,
आप दोनों का आभार!

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