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छलिया मेरा नाम || क्यों चली इस गीत के बोलों पर सेन्सर की कैंची || एक गीत सौ अफ़साने || एपिसोड 08

  एक गीत सौ अफ़साने की आठवीं कड़ी॥    राज कपूर की मशहूर फ़िल्म ’छलिया’ और इसके शीर्षक गीत "छलिया मेरा नाम" के बारे में कौन नहीं जानता! पर क्या आपको पता है कि यह गीत जब लिखा गया था, तब इसके मुखड़े और अन्तरों के बोल काफ़ी अलग थे। क्यों चली थी सेन्सर बोर्ड की कैंची इस भोले-भाले से गीत पर? क्यों मुखड़ा और तीनों अन्तरों के बोलों में बदलाव करने पडे गीतकार क़मर जलालाबादी को? और इसी फ़िल्म में रफ़ी साहब का एक गीत क्यों रखा गया और फ़िल्म के अन्त में शीर्षक गीत की झलकी की जगह रफ़ी साहब वाले गीत की झलकी क्यों बजायी गई। आइए आज इन्हीं सब सवालों के जवाब ढूंढ़े फ़िल्म ’छलिया’ के इस शीर्षक गीत की चर्चा के बहाने... Listen on YouTube आप हमारे इस पॉडकास्ट को इन पॉडकास्ट साईटस पर भी सुन सकते हैं  Spotify Amazon music   Google Podcasts Apple Podcasts Gaana JioSaavn हम से जुड़ सकते हैं - facebook  instagram  YouTube  Hope you like this initiative, give us your feedback on radioplaybackdotin@gmail.com

CinemaScope Reviews || Episode 11 || Ramyug

एम एक्स प्लेयर पर ताज़ा प्रदर्शित वेब सिरीज़ "रामयुग" की समीक्षा आज लेकर आए हैं अतुल सक्सेना, रेडियो प्लेबैक इंडिया के लिए इस रिव्यू को लिखा है तेजस पूनिया ने, रामायण की महागाथा पर आधारित इस वेब सीरीज में क्या अच्छा है और क्या खराब, जानते हैं इस पॉडकास्ट में  आप हमारे इस पॉडकास्ट को इन पॉडकास्ट साईटस पर भी सुन सकते हैं  Spotify Amazon music   Google Podcasts Apple Podcasts Gaana JioSaavn हम से जुड़ सकते हैं - facebook  instagram  YouTube  To Join the CinemaScope Reviews team, please write to sajeevsarathie@gmail.com  Hope you like this initiative, give us your feedback on radioplaybackdotin@gmail.com

काव्य तरंग // पूजा अनिल // ओपन माइक - नदी बहती हो क्यों

काव्य तरंग  रेडियो प्लेबैक इंडिया की प्रस्तुति ' नदी बहती हो क्यों ' काव्य तरंग के दूसरे सीजन की थीम है 'नदी'। इस महीने में आप अलग अलग आवाज़ों में नदी पर आधारित कविताओं का आनंद  उठा सकेंगे। उदयपुर की बरसाती नदियों से अठखेलियां करते हुए पेरिस की  सीन नदी तक की सैर करवा रही हैं पूजा अनिल।  आवाज़, कविता तथा आलेख - पूजा अनिल  तकनीकी सहायता  - अमित तिवारी  आर्ट वर्क - मनुज मेहता, अमित तिवारी आप हमारे इस पॉडकास्ट को इन पॉडकास्ट साईटस पर भी सुन सकते हैं  Spotify Amazon music   Google Podcasts Apple Podcasts Gaana JioSaavn हम से जुड़ सकते हैं - facebook  instagram  YouTube  Hope you like this initiative, give us your feedback on radioplaybackdotin@gmail.com

सिस्टर्स मैचिंग सेंटर (दीपक शर्मा) बोलती कहानियाँ सीज़न 1: पॉडकास्ट # 12

रेडियो प्लेबैक इंडिया के साप्ताहिक स्तम्भ ' बोलती कहानियाँ ' के अंतर्गत हम आपको सुनवाते हैं हिन्दी की नई, पुरानी, अनजान, प्रसिद्ध, मौलिक और अनूदित, यानि के हर प्रकार की कहानियाँ। बोलती कहानियाँ (सीज़न 1) केे पॉडकास्ट # 12 में आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं हिंदी की प्रसिद्ध साहित्यकार दीपक शर्मा की कथा " सिस्टर्स मैचिंग सेंटर ", संज्ञा टण्डन के स्वर में। उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान, लखनऊ द्वारा साहित्य भूषण सम्मान से सम्मानित लेखिका दीपक शर्मा की रचनाओं का परिवेश जितना व्यापक है, उतना ही प्रामाणिक भी। उनके जैसी प्रामाणिकता हिंदी में कहीं और नहीं दिखती है, और न ही वैसा विस्तार। बीसियों पत्रिकाओं व अनेक संकलनों में अब तक सैकड़ों कहानियाँ आ चुकी हैं। हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी कहानी “जीजी मुझ से भी बहुत कड़वा बोल जाती हैं,” किशोर को मैं ढाँढस बँधाना चाहती हूँ। उसका बातूनीपन तो मुझे बेहद पसन्द है ही, साथ ही उसकी तीव्र बुद्धि व भद्र सौजन्य भी मुझे लुभाता है ( दीपक शर्मा की ‘सिस्टर्स मैचिंग सेंटर’ से एक अंश ) यूट्यूब पर जियो सावन गाना पर सु

एक मुलाकात जरूरी है || एपिसोड 08 || गुलराज सिंह

मिलिये गायक संगीतकार गुलराज सिंह से एक मूलकात जरूरी है के आज के एपिसोड में। उंगली, फुकरे रिटर्न्स और दरबान जैसी फिल्मों में अपनी आवाज और धुनों का जादू जगाने वाले इस युवा गायक सगीतकार से बातचीत कर रहे हैं सजीव सारथी।  आप हमारे इस पॉडकास्ट को इन पॉडकास्ट साईटस पर भी सुन सकते हैं  Spotify Amazon music   Google Podcasts Apple Podcasts Gaana JioSaavn हम से जुड़ सकते हैं - facebook  instagram  YouTube  To Join the Ek Mulkaat Zaroori Hai  team, please write to sajeevsarathie@gmail.com  Hope you like this initiative, give us your feedback on radioplaybackdotin@gmail.com

सिनेमास्कोप रिव्यूस् || एपिसोड 10 || The Last Color

सिनेमा स्कोप रिव्यूस् के आज के एपिसोड में समीक्षा पेश है फिल्म "द लास्ट कलर" की, निर्देशक विकास खन्ना निर्देशित इस फिल्म में दिखी हैं वेटर्न अभिनेत्री नीना गुप्ता, सामाजिक कुरीतियों पर बनी ये फिल्म क्या आपको देखनी चाहिए न नहीं, ये फैसला आप पर इस समीक्षा को सुनने के बाद, जिसे लिखा है दीपक दुआ ने और आवाज का फन है आपके रेडियो साथी सुशील का, सुनिए और आनंद लीजिए    इस पॉडकास्ट के माध्यम से चर्चा और समीक्षा होगी कुछ ताज़ा तरीन फिल्मों की, मशहूर समीक्षकों और दिलचस्प आवाजों वाले पोड़कास्टरों की इस महफ़िल में आपका बहुत बहुत स्वागत है  आप हमारे इस पॉडकास्ट को इन पॉडकास्ट साईटस पर भी सुन सकते हैं  Spotify Amazon music   Google Podcasts Apple Podcasts Gaana JioSaavn हम से जुड़ सकते हैं - facebook  instagram  YouTube  To Join the CinemaScope Reviews team, please write to sajeevsarathie@gmail.com  Hope you like this initiative, give us your feedback on radioplaybackdotin@gmail.com

भीगे तकिए धूप में (बोलती कहानियाँ सीज़न 1) पॉडकास्ट # 11

रेडियो प्लेबैक इंडिया के साप्ताहिक स्तम्भ ' बोलती कहानियाँ ' के अंतर्गत हम आपको सुनवाते हैं हिन्दी की नई, पुरानी, अनजान, प्रसिद्ध, मौलिक और अनूदित, यानि के हर प्रकार की कहानियाँ। बोलती कहानियाँ (सीज़न 1) केे पॉडकास्ट # 11 में आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं अनामिका अनु की कथा " भीगे तकिए धूप में ", माधवी चारुदत्ता के स्वर में। भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार विजेता अनामिका अनु एक कवयित्री व कथाकार हैं। हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी कहानी वह बिल से निकली है और केंचुल भी ढीली‌‌ पड़नी शुरू हो गयी है। दूर कोई निर्गुण क्यों गा रहा है? ( (अनामिका अनु की ‘भीगे तकिए धूप में’ से एक अंश) ) यूट्यूब पर जियो सावन गाना पर सुनिये ऐपल पॉडकास्ट एंकर पर सुनिये स्पॉटिफ़ाइ पर सुनिये एमेज़ॉन म्यूज़िक प्राइम गूगल पॉडकास्ट पर सुनिये कहानी " भीगे तकिए धूप में " का कुल प्रसारण समय 17 मिनट 24 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिकों, प्रहसनों, झलकियों, ए