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ऑडियो: अम्मा की खाट (मधु चतुर्वेदी)

'बोलती कहानियाँ' स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछली बार आपने शीतल माहेश्वरी के स्वर में  गिरिजा कुलश्रेष्ठ  की लघुकथा तमाशा का पॉडकास्ट सुना था। आवाज़ की ओर से आज हम लेकर आये हैं मधु चतुर्वेदी की कहानी "अम्मा की खाट" , जिसे स्वर दिया है, शीतल माहेश्वरी ने। कहानी का कुल प्रसारण समय 20 मिनट 25 सेकण्ड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानी, उपन्यास, नाटक, धारावाहिक, प्रहसन, झलकी, एकांकी, या लघुकथा को स्वर देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। मधु चतुर्वेदी मधु चतुर्वेदी छत्तीसगढ़ राज्य के दुर्ग नगर की निवासी हैं। फ़ेसबुक पर सक्रिय और लोकप्रिय लेखिका के प्रथम प्रकाशित कथा संग्रह 'मन अदहन' से प्रस्तुत है एक कहानी, 'अम्मा की खाट'। हर सप्ताह यहीं पर सुनिए एक नयी कहानी हिंदी कथा साहित्य के प्राचीनतम चत्वरों में से एक, "बोलती कहानियाँ" नीचे के प्लेयर से सुनें. (प्लेयर पर एक बार क्लिक करे

राग सोहनी : SWARGOSHTHI 453 : RAG SOHANI

सभी पाठकों को गणतन्त्र दिवस पर असंख्य मंगलकामना स्वरगोष्ठी – 453 में आज मारवा थाट के राग 2 : राग सोहनी पण्डित उल्हास कशालकर से सोहनी में खयाल और उस्ताद बड़े गुलाम अली खाँ से फिल्म “मुगल-ए-आज़म” का गीत सुनिए उस्ताद बड़े गुलाम अली खाँ पण्डित उल्हास कशालकर “रेडियो प्लेबैक इण्डिया” के साप्ताहिक स्तम्भ ‘स्वरगोष्ठी’ के मंच पर जारी हमारी नई श्रृंखला “मारवा थाट के राग” की दूसरी कड़ी में मैं कृष्णमोहन मिश्र, आप सब संगीत प्रेमियों का हार्दिक स्वागत करता हूँ। भारतीय संगीत के अन्तर्गत आने वाले रागों का वर्गीकरण करने के लिए मेल अथवा थाट व्यवस्था है। भारतीय संगीत में सात शुद्ध, चार कोमल और एक तीव्र अर्थात कुल बारह स्वरों का प्रयोग होता है। एक राग की रचना के लिए इन बारह स्वरों में से कम से कम पाँच का होना आवश्यक होता है। संगीत में थाट रागों के वर्गीकरण की पद्धति है। सप्तक के बारह में से मुख्य सात स्वरों के क्रमानुसार उस समुदाय को थाट कहते हैं, जिससे राग उत्पन्न होते हों। थाट को मेल भी कहा जाता है। दक्षिण भारतीय संगीत पद्धति में 72 मेल प्रचलित हैं,

ऑडियो: तमाशा (गिरिजा कुलश्रेष्ठ)

'बोलती कहानियाँ' स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछली बार आपने शीतल माहेश्वरी के स्वर में साधना वैद्य  की लघुकथा फ़ैशनपरस्त का पॉडकास्ट सुना था। आवाज़ की ओर से आज हम लेकर आये हैं गिरिजा कुलश्रेष्ठ  की कहानी "तमाशा" , जिसे स्वर दिया है, शीतल माहेश्वरी ने। कहानी का कुल प्रसारण समय 6 मिनट 55 सेकण्ड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानी, उपन्यास, नाटक, धारावाहिक, प्रहसन, झलकी, एकांकी, या लघुकथा को स्वर देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। गिरिजा कुलश्रेष्ठ आकाशवाणी पर रचनाओं का प्रसारण। प्रकाशित पुस्तकें - संवेदना की नम धरा पर; एक फुट के मजनू मियाँ; तीन अध्याय; मौन का दर्पण। अनेक साझा काव्य संग्रहों में व साहित्यिक पत्र पत्रिकाओं में रचनाएँ प्रकाशित हर सप्ताह यहीं पर सुनिए एक नयी कहानी " माइक सम्हाले एक भारी भरकम आदमी ने बोलना शुरू किया। " ( गिरिजा कुलश्रेष्ठ की "तमाशा" से एक अंश ) नीचे के