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साहिर के गीतों को ही अपनी "पि एच डी" मानते हैं गीतकार सागर

हालिया प्रदर्शित "बॉलीवुड डायरीस" के गीतकार डाक्टर.सागर से एक ख़ास मुलाक़ात आज के "एक मुलाक़ात ज़रूरी है" कार्यक्रम में. "मन का मिरगा" और "मनवा बहरूपिया" जैसे सफल गीतों के माध्यम से सागर एक ताज़ी बयार बनकर उभरे हैं गीत लेखन की दुनिया में. जानिये कैसा रहा उनका, बलिया से मुंबई तक का सफ़र.

बॉलीवुड थीम्स : रक्कासा : मेरे ये गीत याद रखना 01

बॉ लीवुड में मुजरा गीतों का इतिहास काफी पुराना रहा है, फिर वो मीना कुमारी हो, वहीदा रहमान या फिर मधुबाला, श्रीदेवी, हेमा और माधुरी दीक्षित और यहाँ तक कि आजे के दौर की ऐश्वर्या राय, उर्मिला और रानी मुखर्जी भी परदे पर इन मुजरा गीतों पर थिरकती दिखी है. आईये चलें विवेक श्रीवास्तव के साथ मुजरा गीतों के इस सफ़र में, यादों के गलियारों में गुजरते हुए सुनें गुने कुछ यादगार नगमें, कार्यक्रम मेरे ये गीत याद रखना में...

राग भटियार : SWARGOSHTHI – 260 : RAG BHATIYAR

स्वरगोष्ठी – 260 में आज दोनों मध्यम स्वर वाले राग – 8 : राग भटियार पण्डित रविशंकर और पण्डित राजन मिश्र का भटियार ‘रेडियो प्लेबैक इण्डिया’ के साप्ताहिक स्तम्भ ‘स्वरगोष्ठी’ के मंच पर जारी श्रृंखला – ‘दोनों मध्यम स्वर वाले राग’ की आठवीं कड़ी में मैं कृष्णमोहन मिश्र आप सब संगीत-प्रेमियों का एक बार पुनः हार्दिक स्वागत करता हूँ। इस श्रृंखला में हम भारतीय संगीत के कुछ ऐसे रागों की चर्चा कर रहे हैं, जिनमें दोनों मध्यम स्वरों का प्रयोग किया जाता है। संगीत के सात स्वरों में ‘मध्यम’ एक महत्त्वपूर्ण स्वर होता है। हमारे संगीत में मध्यम स्वर के दो रूप प्रयोग किये जाते हैं। स्वर का पहला रूप शुद्ध मध्यम कहलाता है। 22 श्रुतियों में दसवाँ श्रुति स्थान शुद्ध मध्यम का होता है। मध्यम का दूसरा रूप तीव्र या विकृत मध्यम कहलाता है, जिसका स्थान बारहवीं श्रुति पर होता है। शास्त्रकारों ने रागों के समय-निर्धारण के लिए कुछ सिद्धान्त निश्चित किये हैं। इन्हीं में से एक सिद्धान्त है, “अध्वदर्शक स्वर”। इस सिद्धान्त के अनुसार राग का मध्यम स्वर महत्त्वपूर्ण हो जाता है। अध्वदर्शक स