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दंगा - सर्वेश तिवारी "श्रीमुख"

लोकप्रिय स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको सुनवाते रहे हैं नई, पुरानी, अनजान, प्रसिद्ध, मौलिक और अनूदित, यानि के हर प्रकार की कहानियाँ। पिछली बार आपने अनुराग शर्मा के स्वर में काजल कुमार की लघुकथा " शिकार " का वाचन सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं सर्वेश तिवारी "श्रीमुख" लिखित लघुकथा दंगा , जिसे स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने। इस कहानी दंगा का कुल प्रसारण समय 9 मिनट 2 सेकंड है। इसका गद्य फेसबुक पर उपलब्ध है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। फेसबुक पर हज़ारों की फॉलोअरशिप वाले "मोतीझील वाले बाबा" सर्वेश तिवारी "श्रीमुख" एक उदीयमान लेखक हैं। वे गोपालगंज में रहते हैं। हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी हिन्दी कहानी "इधर की दुल्हनें चौथ का चाँद अके

स्वागत नववर्ष 2016 : SWARGOSHTHI – 251 : RAG BHAIRAVI AND DHANI

नववर्ष पर सभी पाठकों और श्रोताओं को हार्दिक शुभकामना  स्वरगोष्ठी – 251 में आज मंगलध्वनि और चौथे महाविजेता की प्रस्तुति राग भैरवी में शहनाई और राग धानी में सितार वादन से नववर्ष का अभिनन्दन ‘रेडियो प्लेबैक इण्डिया’ के साप्ताहिक स्तम्भ ‘स्वरगोष्ठी’ के मंच पर सभी संगीत-प्रेमियों का नए वर्ष के पहले अंक में हार्दिक अभिनन्दन है। इसी अंक से आपका प्रिय स्तम्भ ‘स्वरगोष्ठी’ छठें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। विगत पाँच वर्षों से हमें असंख्य पाठकों, श्रोताओं, संगीत शिक्षकों और वरिष्ठ संगीतज्ञों का प्यार, दुलार और मार्गदर्शन इस स्तम्भ को मिलता रहा है। इन्टरनेट पर शास्त्रीय, उपशास्त्रीय, लोक, सुगम और फिल्म संगीत विषयक चर्चा का सम्भवतः यह एकमात्र नियमित साप्ताहिक स्तम्भ है, जो विगत पाँच वर्षों से निरन्तरता बनाए हुए है। इस पुनीत अवसर पर मैं कृष्णमोहन मिश्र, ‘रेडियो प्लेबैक इण्डिया’ के संचालक मण्डल के सभी सदस्यों- सजीव सारथी, सुजॉय चटर्जी, अमित तिवारी, अनुराग शर्मा, विश्वदीपक और संज्ञा टण्डन के साथ अपने सभी पाठकों और श्रोताओं प्रति आभार प्रकट करता हूँ। आज

"याद आ रही है, तेरी याद आ रही है..." - क्यों पंचम इस गीत के ख़िलाफ़ थे?

नववर्ष पर सभी पाठकों और श्रोताओं को हार्दिक शुभकामनाएँ    एक गीत सौ कहानियाँ - 73   'याद आ रही है, तेरी याद आ रही है...'   रेडियो प्लेबैक इण्डिया' के सभी श्रोता-पाठकों को सुजॉय चटर्जी का प्यार भरा नमस्कार। दोस्तों, हम रोज़ाना रेडियो पर, टीवी पर, कम्प्यूटर पर, और न जाने कहाँ-कहाँ, जाने कितने ही गीत सुनते हैं, और गुनगुनाते हैं। ये फ़िल्मी नग़में हमारे साथी हैं सुख-दुख के, त्योहारों के, शादी और अन्य अवसरों के, जो हमारे जीवन से कुछ ऐसे जुड़े हैं कि इनके बिना हमारी ज़िन्दगी बड़ी ही सूनी और बेरंग होती। पर ऐसे कितने गीत होंगे जिनके बनने की कहानियों से, उनसे जुड़े दिलचस्प क़िस्सों से आप अवगत होंगे? बहुत कम, है न? कुछ जाने-पहचाने, और कुछ कमसुने फ़िल्मी गीतों की रचना प्रक्रिया, उनसे जुड़ी दिलचस्प बातें, और कभी-कभी तो आश्चर्य में डाल देने वाले तथ्यों की जानकारियों को समेटता है 'रेडियो प्लेबैक इण्डिया' का यह स्तम्भ 'एक गीत सौ कहानियाँ'।  इसकी 73-वीं कड़ी में आज जानिए 1981 की फ़िल्म ’लव स्टोरी’ के म