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‘ना रास्ता है ना कोई मंज़िल...’ : TAZA SUR TAAL : Roar - Tigers Of The Sundarban

ताज़ा सुर-ताल   नई फिल्म रोर - टाइगर ऑफ सुन्दरबन के क्लब डांस और रॉक पॉप गीत   'खतरा है, इस बस्ती में, इसमें अब जो फँसा...'   अ पने श्रोताओं / पाठकों को नई फिल्मों के संगीत से परिचित कराने के उद्देश्य से ‘रेडियो प्लेबैक इण्डिया’ के स्तम्भ ‘ताज़ा सुर-ताल’ में हम प्रदर्शित होने वाली किसी फिल्म का गीत-संगीत आपको सुनवाते हैं। आज के अंक में हम आपको अगले सप्ताह 31 अक्तूबर , 2014 को प्रदर्शित होने वाली फिल्म, ‘रोर - टाइगर ऑफ सुन्दरबन’ के दो गाने सुनवा रहे हैं। अबिस रिजवी द्वारा निर्मित और कमल सदाना द्वारा निर्देशित यह फिल्म आदमखोर बाघों से स्वयं को बचाने और बाघों के संरक्षण के संघर्ष की दास्तान है। फिल्म के प्रस्तुत दो गीतों में से पहले गीत का शीर्षक है ‘रूबरू’ और दूसरे गीत का शीर्षक ‘खतरा’ है। इन गीतों के गीतकार क्रमशः इरफान सिद्दीकी और कार्तिक चौधरी हैं। गीतों के संगीतकार रमोना एरेना हैं। पहला ‘रूबरू’ एक क्लब डांस गीत है, जिसे अदिति सिंह ने गाया है। दूसरा गीत ‘खतरा’ रॉक पॉप है, जिसे गायिका नीति मोहन ने आवाज़ दी है। लीजिए, फिल्म ‘रोर टाइगर ऑफ सुन्दरबन’ के इ

शौर्यगाथा : परमवीर चक्र विजेता सूवेदार जोगेन्द्र सिंह

'रेडियो प्लेबैक इण्डिया' की ओर से सभी पाठकों और श्रोताओं को दीपावली पर हार्दिक मंगलकामनाएँ आपकी आवाज़ - हमारा मंच शौर्यगाथा : परमवीर चक्र से विभूषित अमर बलिदानी सूवेदार जोगेन्द्र सिंह इन दिनो ‘रेडियो प्लेबैक इण्डिया’ की ओर से अपने श्रोताओं और पाठकों की अभिरुचि जानने के लिए सर्वेक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है। नये वर्ष में हम आपकी पसन्द के कार्यक्रमों के साथ आपके बीच आने की तैयारी कर रहे हैं। हमारे एक पाठक और श्रोता निधीश गोयल ने अपनी आवाज़ में अमर बलिदानी, परमवीर चक्र विजेता सूवेदार जोगेन्द्र सिंह की शौर्यगाथा भेजी है। श्रव्य माध्यम में प्रस्तुत इस कार्यक्रम के बारे में आप अपने सुझाव और टिप्पणियाँ भेज सकते हैं।    परमवीर चक्र विजेता सूवेदार जोगेन्द्र सिंह की  धर्मपत्नी श्रीमती गुरदयाल कौर को  23 अक्तूबर 2006 को भारतीय सेना द्वारा  आयोजित एक समारोह में  सम्मानित किया गया सूवेदार जोगेन्द्र सिंह देश की रक्षा में अनेकानेक राष्ट्रभक्तों ने अपने प्राणों की आहुतियाँ दी है। ऐसे ही बलिदानियों की सूची में एक नाम सूवेदार जोगेन्द्र सिं ह

बोलती कहानियाँ: बहू लक्ष्मी - श्यामचंद्र कपूर

रेडियो प्लेबैक इंडिया के सभी श्रोताओं को दीपावली पर्व पर हार्दिक शुभकामनायें! 'बोलती कहानियाँ' इस स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं नई पुरानी, रोचक कहानियाँ। पिछली बार आपने प्रसिद्ध हिन्दी साहित्यकार जयशंकर प्रसाद की कथा " छोटा जादूगर " का पॉडकास्ट अर्चना चावजी की आवाज़ में सुना था। आज हम लेकर आये हैं लेखक श्याम चंद्र कपूर की कथा " बहू लक्ष्मी ", वाचन अर्चना चावजी द्वारा। कहानी " बहू लक्ष्मी " का कुल प्रसारण समय 7 मिनट 38 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो देर न करें। अधिक जानकारी के लिए कृपया हमें admin@radioplaybackindia.com पर संपर्क करें। वर्तमान में जबकि ‘औरंगजेब की सहिष्णुता’ पर शोध प्रबन्ध लिखे जा रहे हैं, इस विषय का यथातथ्य विश्लेषण परमावश्यक है कि इतिहास को अपने मूलरूप में बनाए रखा जाय। ~ श्यामचंद्र कपूर "बोलती कहानियाँ" में हर सप्त