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नई फिल्म - Roar -Tigers Of The Sundarbans : Official Theatrical Trailer

नई फिल्म का परिचय   आदमखोर बाघों और मगरमच्छों के बीच जीवन और मृत्यु का रोमांचक संघर्ष हिंसक पशुओं से आत्मरक्षा की स्वाभाविक प्रवृत्ति मनुष्य में ही नहीं , हर जीव-जन्तु में होती है। आदमखोर बाघों से आत्मरक्षा का भाव होते हुए भी मनुष्य ऐसी प्रजाति को लुप्त होने से बचाने का प्रयास करता रहता है। अगले दो सप्ताह बाद प्रदर्शित होने वाली एक फीचर फिल्म के लिए अभिनेता से फिल्म निर्देशक बने कमल सदाना ने इसी रोमांचक विषय पर एक फीचर फिल्म ‘ रोर – टाइगर ऑफ सुन्दरवन ’ का निर्माण किया है। पिछले दिनों अभिनेता सलमान खान ने फिल्म का ट्रेलर जारी किया। ‘ रेडियो प्लेबैक इण्डिया ’ पर अपने पाठकों, श्रोताओं और दर्शकों के लिए यह ट्रेलर प्रस्तुत है। देश के सभी सिनेमाघरों में इस फिल्म का प्रदर्शन 31 अक्तूबर को हो रहा है।     Roar -Tigers Of The Sundarbans : Official Theatrical Trailer  यह फिल्म देश के सभी सिनेमाघरों में शुक्रवार, 31 अक्तूबर, 2014 को प्रदर्शित होगी। अगले शुक्रवार को इसी साप्ताहिक स्तम्भ में हम आपको इस फिल्म के कुछ गाने सुनवाएँगे। आपको हमारा यह

नए साल 2015 में शनिवार के नियमित स्तम्भ रूप में आप कौन सा स्तम्भ पढ़ना पसन्द करेंगे?

अपना मनपसन्द स्तम्भ पढ़ने के लिए दीजिए अपनी राय!!! नए साल 2015 में शनिवार के नियमित स्तम्भ रूप में आप कौन सा स्तम्भ पढ़ना सबसे ज़्यादा पसन्द करेंगे? 1.  सिने पहेली (फ़िल्म सम्बन्धित पहेलियों की प्रतियोगिता) 2. एक गीत सौ कहानियाँ (फ़िल्मी गीतों की रचना प्रक्रिया से जुड़े दिलचस्प क़िस्से) 3. स्मृतियों के स्वर (रेडियो (विविध भारती) साक्षात्कारों के अंश) 4. बातों बातों में (रेडियो प्लेबैक इण्डिया द्वारा लिये गए फ़िल्म व टीवी कलाकारों के साक्षात्कार) 5. बॉलीवुड विवाद (फ़िल्म जगत के मशहूर विवाद, वितर्क और मनमुटावों पर आधारित श्रृंखला) अपनी राय नीचे टिप्पणी में अथवा cine.paheli@yahoo.com पर अवश्य बताएँ। 

‘गोरी तोरे नैन काजर बिन कारे...’ : SWARGOSHTHI – 189 : THUMARI PILU AND DES

स्वरगोष्ठी – 189 में आज फिल्मों के आँगन में ठुमकती पारम्परिक ठुमरी – 8 : ठुमरी पीलू और देस एकल और युगल रूप में श्रृंगार रस से परिपूर्ण ठुमरी ‘गोरी तोरे नैन काजर बिन कारे...’ ‘रेडियो प्लेबैक इण्डिया’ के साप्ताहिक स्तम्भ ‘स्वरगोष्ठी’ के मंच पर मैं कृष्णमोहन मिश्र अपनी साथी प्रस्तुतकर्त्ता संज्ञा टण्डन के साथ आप सब संगीत-प्रेमियों का अभिनन्दन करता हूँ। इन दिनों हमारी जारी श्रृंखला 'फिल्मों के आँगन में ठुमकती पारम्परिक ठुमरी’ के आठवें अंक में आज हमने एक ऐसी पारम्परिक ठुमरी का चयन किया है, जिसे कई सुविख्यात गायक-गायिकाओं ने गाया है। इस ठुमरी को एकल और युगल, दोनों रूप में प्रस्तुत किया गया है। आमतौर पर ठुमरी एकल रूप में ही गायी जाती है। परन्तु नृत्य-प्रस्तुतियों में या युगल कलाकारों की प्रस्तुतियों में ठुमरी का युगल गायन भी परिलक्षित होता है। इस श्रृंखला में आप कुछ ऐसी पारम्परिक ठुमरियों का रसास्वादन भी कर रहे हैं जिन्हें फिल्मों में कभी यथावत तो कभी परिवर्तित अन्तरे के साथ इस्तेमाल किया गया। फिल्मों मे शामिल ऐसी ठुमरियाँ अधिकतर पार