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'सिने पहेली' का 90% सफ़र होता है आज पूरा, बने रहिये अगले 10% सफ़र में भी...

सिने पहेली –90 'सिने पहेली' के सभी प्रतियोगियों औ़र पाठकों को सुजॉय चटर्जी का सप्रेम नमस्कार। दोस्तों, देखते ही देखते 'सिने पहेली' के सफ़र का एक और पड़ाव आ गया है। आज दस में से नौ सेगमेण्ट्स की समाप्ति हो रही है, यानी कि इस प्रतियोगिता का 90% हिस्सा पूरा हो रहा है आज। अब बस एक सेगमेण्ट शेष है जो अगले सप्ताह से शुरु हो जाएगा। ख़ैर, वापस आते हैं आज की पहेली पर। दोस्तों, सच पूछिये तो आज मुझे बिल्कुल भी समझ नहीं आ रहा है कि आप से किस तरह की पहेली पूछूँ, इसलिए आज कुछ मिले-जुले सवाल ही पूछ लेता हूँ। पर इन्हें सुलझाने में आपको दिमाग ज़रूर लगाना पड़ेगा। देखते हैं कितने प्रतियोगी आज के सवालों का सही सही जवाब दे पाते हैं! आज की पहेली : कुछ और सवाल 1. एक गीत है जिसमें गायक किशोर कुमार फ़िल्म के निर्माता जे. ओम. प्रकाश की चुटकी लेते हुए गीत के अन्त में गाते हैं " पचास हज़ार खर्चा कर दिये ", जो मूल गीत में नहीं था, पर रेकॉर्डिंग्‍ के समय किशोर दा गा गये, जैसा कि हमने बताया निर्माता की टाँग खींचते हुए। बताइये कौन सा

नए साल पर टी सीरीस का एक संगीतमय तोहफा : "आई लव न्यू ईयर"

टी सीरीस के भूषण कुमार संगीतमयी रोमांटिक फिल्मों के सफल निर्माता रहे हैं. चूँकि इन फिल्मों का संगीत भी दमदार रहता है तो उनके लिए दोहरे फायदे का सौदा साबित होता है. इस साल आशिकी २ और नौटंकी साला की जबरदस्त सफलता के बाद वो हैट्रिक लगाने की तैयारी में थे आई लव न्यू ईयर के साथ. मगर फिल्म की प्रदर्शन तिथि, एक के बाद एक कारणों से टलती चली गयी. पहले यमला पगला दीवाना २ के प्रमोशन के चलते फिल्म का प्रदर्शन अप्रैल-मई से टल कर सितम्बर कर दिया गया. फिर भूषण और फिल्म के नायक सन्नी देओल के बीच कुछ धन राशि के भुगतान को लेकर मामला छिड़ गया. अब जाकर फिल्म को दिसंबर के अंतिम सप्ताह में जारी करने की सहमती बनी है. फिल्म के शीर्षक के लिहाज से भी ये एक सही कदम है. पर अभी तक फिल्म का प्रचार ठंडा ही दिखाई दे रहा है. बहरहाल हम फिल्म के संगीत की चर्चा तो कर ही सकते हैं.  फिल्म में प्रीतम प्रमुख संगीतकार हैं, मगर एक एक गीत फलक शबीर ( नौटंकी साला वाले), और अनुपम अमोद के हिस्से भी आया है, साथ ही पंचम द के एक पुराने हिट गीत को भी एल्बम में जोड़ा गया है. गीत मयूर पुरी, सईद कादरी और फलक शबीर ने लिखे हैं. फ

लफ़्ज़ों की गुज़ारिश को परवान देता एक गीतकार

रा ष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित गीतकार प्रसून जोशी एक सफल स्क्रीन लेखक और मशहूर कॉपीराईटर भी हैं. दिल से कवि, प्रसून ने अपनी कलम के जादू से इंडस्ट्री में आज अपना एक खास मुकाम बना लिया है. प्रसून पर सुनील चिपडे की विशेष प्रस्तुति आज सुनें सिर्फ और सिर्फ रेडियो प्लेबैक इंडिया पर