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सिने पहेली – 78

सिने पहेली – 7 8     सिने पहेली के 7 8 वें अंक में आप सभी प्रतिभागियों का स्वागत है.  क्या सवाल कठिन थे इस बार भी? हमने तो अपनी तरफ से हिंट दिए थे और सोचा था कि सभी लोग पूर्ण अंक प्राप्त कर पाएंगे. चलिए इस बार कोशिश करिए निशाना लगाने की . प्रकाश जी बच गए आप इस बार .  अगर आपने समय रहते जवाब ठीक नहीं करा होता तो आपका एक अंक क ट गया होता.  इन्दू जी केवल उपस्थिति दर्ज करवाने से काम नहीं चलेगा. एक सवाल का उत्तर देना तो अन्याय है हमारे साथ और जावेद जी आप कहाँ चले गए इस बार? सरताज प्रतियोगी का ख़िताब इस बार फिर से मिला है पंकज मुकेश जी  को.  बधाई आपको. पंकज मुकेश जी और प्रकाश गोविन्द जी में कांटे की टक्कर चल रही है. नोवें सेगमेंट से (81 वीं कड़ी ) प्रतियोगिता को दिलचस्प बनाने के लिए हमने 1 अतिरिक्त अंक का प्रावधान करा है. ये 1 अतिरिक्त अंक मिलेगा सरताज प्रतियोगी को. सरताज प्रतियोगी बनने के लिए आपको सारे सवालों के सही जवाब सभी लोगों से पहले देने होंगे.  इस बार आपसे केवल 4 सवाल पूछे जायेंगे और सवालों के अंक है पूरे 17. आज की पहेली के लिए आप सबको शुभकामनाएँ.

सचिन जिगर को मिला बड़ा कैनवस शुद्ध देसी रोमांस के रूप में

रो मांस हमारी फिल्मों का एक अहम हिस्सा है. विवधता लाने के लिए इसे नए नए पहनावे दे दिए जाते हैं. इसी चिर परिचित रोमांस का नया नामकरण हुआ है शुद्ध देसी रोमांस  के रूप में. यश राज बैनर की इस ताज़ा पेशकश में संगीत है सचिन जिगर का. गो गोवा गोन  के विवादास्पद मगर हिट गीतों के बाद ये गुज्जू संगीतकार जोड़ी इन दिनों काफी अच्छे फॉर्म में है.  साईकिल  की घंटियाँ, सीटी और होर्न जैसी ध्वनियाँ गीत पहले गीत तेरे मेरे बीच में  का मूड बनाते हैं. मोहित और सुनिधि की आवाजों में ये गीत कमाल का है. शब्दों और धुन का ऐसा मेल बहुत दिनों में सुनने को मिला है. जबरदस्त संगीत संयोजन इसे और भी लाजवाब बना देता है. जयदीप सहानी के शब्द गजब हैं.   जिगर और प्रिया की युगल आवाजों में गुलाबी  गीत जयपुर शहर को समर्पित है. धुन कैची है और मधुर है. और पार्श्व संगीत के रूप में प्रभावी भी.  हवन  कुंड  के बाद दिव्या कुमार की जोशीली आवाज़ एक बार फिर रोक्किंग फॉर्म में है चंचल मन  गीत में. लोक राजस्थानी अंदाज़ को पाश्चात्य पहनावे में ढालकर बढ़िया सजाया गया है गीत को.  एल्बम का सबसे शानदार गीत है टाईटल ट्रेक जो है बेन

धीरे से एक नगमा कोई सुना रहा है...

को ई ख़्वाबों पे आकर छा जाए और नींद आकर आखों के दरों से वापस मुड जाए तो याद कीजिये गीता दत्त के इस सुरीले नग्में को श्वेता पाण्डेय के साथ, कुछ ऐसे ही जज़्बात बयाँ हो रहे हैं.… खरा सोना गीत ऐ दि‍ल मुझे बता दे ..... फि‍ल्‍म-भाई भाई  आलेख - सुजॉय चटर्जी स्‍वर-श्‍वेता पाण्‍डेय प्रस्‍तुति-संज्ञा टंडन