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७ जनवरी- आज की कलाकार - बिपाशा बासु - जन्मदिन मुबारक

७ जनवरी जन्मदिन है हिन्दी फिल्म अभिनेत्री बिपासा बासु का.  फिल्म अजनबी में नकारात्मक भूमिका से शुरुआत करने वाली बिपासा आज एक सफल अभीनेत्री मानी जाती हैं.इस फिल्म के लिए उन्हें फिल्म फेअर का नवोदित अभीनेत्री का पुरस्कार मिला था. उन्होंने कई सफल फिल्मों में काम किया. कुछ नाम हैं, राज़,जिस्म,नो एंट्री,ओमकारा,अपहरण,धूम २ आदि. रेडियो प्लेबैक इंडिया की ओर से उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएँ उनकी ही फिल्मो के दस गानों से.

बोलती कहानियाँ - बेचारा भला आदमी - हरिशंकर परसाई

'बोलती कहानियाँ' इस स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अमित तिवारी की आवाज़ में हरिशंकर परसाई की कहानी " टार्च बेचने वाले " का पॉडकास्ट सुना था। आवाज़ की ओर से आज हम लेकर आये हैं प्रसिद्ध हिंदी साहित्यकार हरिशंकर परसाई का व्यंग्य " बेचारा भला आदमी ", जिसको स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने। कहानी का कुल प्रसारण समय 9 मिनट 4 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं हमसे संपर्क करें। अधिक जानकारी के लिए कृपया अधिक जानकारी के लिए कृपया हमें admin@radioplaybackindia.com पर संपर्क करें

आज का कलाकार - ए. आर. रहमान- जन्मदिन मुबारक

आज ६ जनवरी जन्मदिन है ए. आर. रहमान का. जन्म के समय उनका नाम ए एस दिलीप कुमार था जिसे बाद में बदलकर वे ए आर रहमान बने.सुरों के बादशाह रहमान ने हिंदी के अलावा अन्य कई भाषाओं की फिल्मों में भी संगीत दिया है. टाइम्स पत्रिका ने उन्हें मोजार्ट ऑफ मद्रास की उपाधि दी. रहमान गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड से सम्मानित होने वाले पहले भारतीय हैं.ए. आर. रहमान ऐसे पहले भारतीय हैं जिन्हें ब्रिटिश भारतीय फिल्म स्लम डॉग मिलेनियर में उनके संगीत के लिए तीन ऑस्कर नामांकन हासिल हुआ.इसी फिल्म के गीत जय हो... के लिए सर्वश्रेष्ठ साउंडट्रैक कंपाइलेशन और सर्वश्रेष्ठ फिल्मी गीत की श्रेणी में दो ग्रैमी पुरस्कार मिले. रहमान ने संगीत की आगे की शिक्षा मास्टर धनराज से प्राप्त की और मात्र ११ वर्ष की उम्र में अपने बचपन के मित्र शिवमणि के साथ रहमान बैंड रुट्स के लिए की-बोर्ड (सिंथेसाइजर) बजाने का कार्य करते.  वे इलियाराजा के बैंड के लिए काम करते थे.१९९१ में रहमान ने अपना खुद का म्यूजिक रिकॉर्ड करना शुरु किया.११९२ में उन्हें फिल्म डायरेक्टर मणिरत्नम की फिल्म रोजा में संगीत देने का मौका मिला.उसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर

हम तो हैं परदेस में देस में निकला होगा चाँद... राही मासूम रज़ा, जगजीत-चित्रा एवं आबिदा परवीन के साथ

"मेरे बिना किस हाल में होगा, कैसा होगा चाँद" - बस इस पंक्ति से हीं राही साहब ने अपने चाँद के दु:ख का पारावार खड़ कर दिया है। चाँद शायरों और कवियों के लिए वैसे हीं हमेशा प्रिय रहा है और इस एक चाँद को हर कलमकार ने अलग-अलग तरीके से पेश किया है। अधिकतर जगहों पर चाँद एक महबूबा है और शायद(?) यहाँ भी वही है।

छोटी सी कहानी से, बारिशों के पानी से - 'एक गीत सौ कहानियाँ' की पहली कड़ी में यादें पंचम के इस कालजयी गीत की

गुलज़ार हमेशा कहते थे कि पिक्चराइज़ करने के लिए उन्हें उस वक़्त कम्पोज़र के साथ बैठना बहुत ज़रूरी है जब गाना कम्पोज़ हो रहा हो वरना वो पिक्चराइज़ नहीं कर पाते। उन्हें इमेजेस मिलते हैं जब गाना कम्पोज़ हो रहा होता है। पर पंचम नें चाल चली और गुलज़ार के साथ बैठ कर इस गीत को कम्पोज़ करने से इन्कार कर दिया।

३ जनवरी- आज का कलाकार - संजय खान - जन्मदिन मुबारक

३ जनवरी जन्मदिन है हिंदी फिल्मों के मशहूर अभिनेता संजय खान का. इनका असली नाम है अब्बास खान.उन्होंने अपना फ़िल्मी सफ़र शुरू करा चेतन आनंद की भारत चीन युद्ध पर आधारित फिल्म हकीकत से. वो मशहूर हुए अपनी दूसरी फिल्म दोस्ती से.उन्होंने अपने भाई फिरोज खान के साथ तीन फिल्मों में काम करा, उपासना, मेला और नागिन.बाद में वह कई फिल्मों के निर्माता निर्देशक भी बने.१९८९ में टेलीविजन धारावाहिक 'द स्वोर्ड ऑफ टीपू सुल्तान' के निर्माण के समय सेट पर आग से उनका चेहरा जल गया.काफी महीनों के इलाज के बाद वो ठीक हो पाए.बाद में इनके बेटे जाएद खान ने भी फ़िल्मी दुनिया में कदम रखा.

सिने-पहेली # 1

सिने-पहेली # 1 रेडियो प्लेबैक इण्डिया के सभी श्रोता-पाठकों को सुजॉय चटर्जी का सप्रेम नमस्कार! दोस्तों, आज से हम इस मंच पर शुरु कर रहे हैं यह नया साप्ताहिक स्तंभ 'सिने-पहेली'। जैसा कि शीर्षक से ही आपने अंदाज़ा लगा लिया होगा कि इसमें हम आपसे सवाल पूछने वाले हैं, जिनका आपको जवाब लिख भेजने हैं। ये सवाल सिनेमा और संगीत से जुड़े सवाल होंगे, पर जवाब शायद इतने आसान न हों। पर हमें उम्मीद है कि इस स्तंभ का भरपूर आनन्द लेंगे और अपना पूरा-पूरा सहयोग हमें देंगे। हर नए सप्ताह में पिछले सप्ताह के विजेताओं का नाम घोषित किये जाएगें, और ५० अंकों के बाद 'महा-विजेता' भी चुना जाएगा और उन्हें पुरस्कृत भी किया जाएगा। इस प्रतियोगिता के नियम हम बाद में बतायेंगे, पहले आइए आपको बताएँ आज के पाँच सवाल जिन्हें हल करना है आपको।