tag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post8356924654977118644..comments2024-03-28T11:13:07.608+05:30Comments on रेडियो प्लेबैक इंडिया: तुझे भूलने की दुआ करूँ तो दुआ में मेरी असर न हो.. बशीर और हुसैन बंधुओं ने माँगी बड़ी हीं अनोखी दुआSajeevhttp://www.blogger.com/profile/08906311153913173185noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-54840031230751313282010-07-07T10:33:48.617+05:302010-07-07T10:33:48.617+05:30गायब शब्द है -पालकी ...गायब शब्द है -पालकी<br> सीमा जी गुस्ताखी कर रही हूँ मुआफ कीजिये <br><br><br>सोचता था कैसे दम दूं इन बेदम काँधों को अपने<br>पिता ने काँधे से लगाया जब ,मेरी पालकीको अपने <br><br>दीपक जी वो शेर भी हमने यानी की गब्बर ने ही लिखा था शरारत करने से बाज आईये <br>(maan -haani ke baare me to pata hi hoga aapko )neelamhttp://www.blogger.com/profile/00016871539001780302noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-46695935746153429462010-07-07T11:02:02.208+05:302010-07-07T11:02:02.208+05:30वो हम न थे वो तुम न थे वो रहगुज़र थी प्यार कीलुटी ज...वो हम न थे वो तुम न थे वो रहगुज़र थी प्यार की<br>लुटी जहाँ पे बेबज़ह पालकी कहार की ।<br>(नीरज)शरद तैलंगhttp://www.blogger.com/profile/07021627169463230364noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-62267653741740541252010-07-07T11:11:05.118+05:302010-07-07T11:11:05.118+05:30जैसे कहार लूट लें दुल्हन की पालकीहालत वही है आजकल ...जैसे कहार लूट लें दुल्हन की पालकी<br>हालत वही है आजकल हिन्दोस्तान की ।<br>(नीरज)शरद तैलंगhttp://www.blogger.com/profile/07021627169463230364noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-75109576685262740852010-07-07T17:50:03.855+05:302010-07-07T17:50:03.855+05:30जवाब -पालकी शेर बयाँ कर रही हूँ -(स्वरचित ) यह ग...जवाब -पालकी <br>शेर बयाँ कर रही हूँ -(स्वरचित ) <br><br>यह गुस्ताखी थी किसने करी ,<br>पालकी घर के द्वार पे न उतरी .<br><br>दूसरा शेर -<br><br>अल्लाउदीन से मिलने गई जब रानी पदमनी ,<br>उसे हर पालकी में नजर आई रानी पदमनी .Manju Guptahttp://www.blogger.com/profile/10464006263216607501noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-11849669109436194542010-07-07T19:51:27.640+05:302010-07-07T19:51:27.640+05:30बशीर बद्र साहब की जितनी तारीफ की जाये कम है.उनके ए...बशीर बद्र साहब की जितनी तारीफ की जाये कम है.उनके एक एक शेर जैसे करीने से जड़े मोती किसी कंठ हार में.<br>हुसैन बंधू लाजवाब है बेशक.उन्हें वो प्रसिद्धि फिर भी नही मिली है जो वे डिजर्व करते हैं.कमाल गाते हैं दोनों .<br>आज भी मन जैसे जा डूबा.जाने कहाँ.<br>इनके भजन भी सुनिए और सुनाइयेगा 'कान्हा तोरी जोहत रह गई बाट'<br>शानदार प्रस्तुति के लिए बहुत बहुत बधाई.आज तो लिख देने को बाध्य कर दिया विश्व indu purihttp://www.blogger.com/profile/03517929821866304468noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-29469766273098939762010-07-07T23:10:33.435+05:302010-07-07T23:10:33.435+05:30very nice...very nice...manuhttp://www.blogger.com/profile/11264667371019408125noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-53680589184888728592010-07-07T23:18:03.530+05:302010-07-07T23:18:03.530+05:30ujaale apni yaadon ke.....good...ujaale apni yaadon ke.....<br><br><br><br><br>good...manuhttp://www.blogger.com/profile/11264667371019408125noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-11948916981012510082010-07-08T09:36:22.189+05:302010-07-08T09:36:22.189+05:30मांग भर चली के एक जब नई नई किरनढोल से धुनक उठी ठुम...मांग भर चली के एक जब नई नई किरन<br>ढोल से धुनक उठी ठुमक उठे चरण चरण<br>शोर मच गया कि लो चली दुल्हन चली दुल्हन<br>गांव सब उमड़ पड़ा बहक उठे नयन नयन<br>पर तभी ज़हर भरी गाज एक वोह गिरी <br>पुंछ गया सिंदूर तार तार हुई चुनरी <br>और हम अजान से, दूर के मकान से<br>पालकी लिए हुए कहार देखते रहे<br>कारवां गुज़र गया, गुबार देखते रहे.<br>गोपाल दास 'नीरज'<br>अवध लालAVADHhttp://www.blogger.com/profile/10249724769054535628noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-74831836161124397132010-07-08T10:35:10.049+05:302010-07-08T10:35:10.049+05:30' घोस्ट राइटर ' का मतलब बताने के लिये आपक...' घोस्ट राइटर ' का मतलब बताने के लिये आपको बहुत शुक्रिया तन्हा जी.... इस बार का आलेख भी हर बार की तरह प्रशंसनीय है....ग़ज़ल बेहद अच्छी और हार्ट टचिंग है...जिसे जितनी बार सुना रोना आ गया पता नहीं क्यों....यही कारण है शायद कि मैं अपने को इस महफ़िल से दूर न रख सकी...और गायब वाला शब्द है ' पालकी '..अब अगला काम है अपने शेर को महफ़िल के हवाले करना..तो ये रहा स्वयं रचित शेर भी :<br>उसे shannohttp://www.blogger.com/profile/00253503962387361628noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-16378824452852535502010-07-08T19:59:28.751+05:302010-07-08T19:59:28.751+05:30aaj jaana shri bashir bhadr ji ke baare mein|aaj jaana shri bashir bhadr ji ke baare mein|amit destiny!http://www.amitdestiny.blogspot.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-34199132533430152592010-07-09T14:15:00.473+05:302010-07-09T14:15:00.473+05:30शब्द की नित पालकी उतरी सितारों की गली मेंहो अलंकॄत...शब्द की नित पालकी उतरी सितारों की गली में<br>हो अलंकॄत गंध के टाँके लगाती हर कली में<br>और पाकर अंजनी के पुत्र से कुछ प्रेरणायें<br>झूलती अमराई में आकर हिंडोले नित हवायें<br>(राकेश खंडेलवाल )<br><br>regardsseema guptahttp://www.blogger.com/profile/02590396195009950310noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-32507919006141298832010-07-13T10:44:05.469+05:302010-07-13T10:44:05.469+05:30avnindra ji kaha hain ????????????????????????????...avnindra ji kaha hain ??????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????aapneelamhttp://www.blogger.com/profile/00016871539001780302noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-35244759707658853162010-07-13T19:31:36.529+05:302010-07-13T19:31:36.529+05:30माफ़ करना कोई शेर याद नहीं आ रहा है ठीक से लिख भी ...माफ़ करना कोई शेर याद नहीं आ रहा है ठीक से लिख भी नहीं पा रहा टूटा फूटा सा लिखा है सम्हाल लीजियेगा <br>मन की पालकी मैं वेदना निढाल सी <br>अश्क मैं डूबी हुई भावना निहाल सी <br>नयन खोजते हैं किस राह हम चलें <br>तपती हुई डगर बिछी यादों के जाल सी (स्वरचित )avenindrahttp://www.blogger.com/profile/02305378164295161479noreply@blogger.com