tag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post8178153766617749147..comments2024-03-28T11:13:07.608+05:30Comments on रेडियो प्लेबैक इंडिया: तेरी महफ़िल में लेकिन हम न होंगे..... पेश है ऐसी हीं एक महफ़िलSajeevhttp://www.blogger.com/profile/08906311153913173185noreply@blogger.comBlogger22125tag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-11388181877741059872009-06-05T10:47:46.347+05:302009-06-05T10:47:46.347+05:30"मोहब्बत करने वाले कम न होंगे,तेरी महफ़िल में..."मोहब्बत करने वाले कम न होंगे,<br>तेरी महफ़िल में लेकिन हम न होंगे।..."<br>Madhur sangeetmaya ghazal suni, ghar ka kam karne ka mann nahi hua aur rasoi mein gas par rakhi chai jalkar khak ho gayi! Sangeet ke madhyam se kalakar humare aaspas hi jeevit hai. Inki awazein sarhadon ko todti hai. Yeh peshkash lajawab hai, badhayi.<br><br>Manju Gupta.Manju Guptahttp://www.blogger.com/profile/10464006263216607501noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-78511255377637411842009-06-05T11:06:29.683+05:302009-06-05T11:06:29.683+05:30इस यादगार महफिल के लिए मुबारकबाद कुबूल फरमाएं।-Zak...इस यादगार महफिल के लिए मुबारकबाद कुबूल फरमाएं।<br><br><a href="http://alizakir.blogspot.com/" rel="nofollow">-Zakir Ali ‘Rajnish’</a> <br><a href="http://tasliim.blogspot.com/" rel="nofollow">{ Secretary-TSALIIM </a><a href="http://sciblogindia.blogspot.com/" rel="nofollow">& SBAI }</a>महामंत्री - तस्लीमhttp://www.blogger.com/profile/09054511264112719402noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-41936054932187497732009-06-05T19:58:11.788+05:302009-06-05T19:58:11.788+05:30मेरे ख्याल से उजाला है शब्द उजाला है राहों में पर ...मेरे ख्याल से उजाला है शब्द <br>उजाला है राहों में पर देता कुछ दिखाई नहीं <br>है ये तकदीर का फैसला तेरी बेवफाई नहीं <br>पता नहीं सही है या नहीं <br>रचनाrachananoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-19215936700658140662009-06-05T20:06:53.667+05:302009-06-05T20:06:53.667+05:30महफिल ए गज़ल मे तीसरी बार आया हूँ और तीनो बार पसंद ...महफिल ए गज़ल मे तीसरी बार आया हूँ और तीनो बार पसंद की गज़ले सुनने को मिली, इस गजल की तलाश तो मै तब से कर रहा था जब मैने पहली बार रेडियो पर सुना था, इस गज़ल के लिए धन्यवाद<br><br>तन्हा जी, बा हम और बदगुमा शब्द का अर्थ समझ क्या होता हैsumithttp://www.blogger.com/profile/15870115832539405073noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-35437205413763227242009-06-05T20:06:53.666+05:302009-06-05T20:06:53.666+05:30महफिल ए गज़ल मे तीसरी बार आया हूँ और तीनो बार पसंद ...महफिल ए गज़ल मे तीसरी बार आया हूँ और तीनो बार पसंद की गज़ले सुनने को मिली, इस गजल की तलाश तो मै तब से कर रहा था जब मैने पहली बार रेडियो पर सुना था, इस गज़ल के लिए धन्यवाद<br><br>तन्हा जी, बा हम और बदगुमा शब्द का अर्थ समझ क्या होता हैsumithttp://www.blogger.com/profile/15870115832539405073noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-53266496399999599312009-06-05T20:09:25.873+05:302009-06-05T20:09:25.873+05:30बरहम शब्द का अर्थ गुस्सा होता है ना ?बरहम शब्द का अर्थ गुस्सा होता है ना ?sumithttp://www.blogger.com/profile/15870115832539405073noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-32052602172162933142009-06-05T20:14:52.222+05:302009-06-05T20:14:52.222+05:30शे'र मे शायद बसेरा या उजाला मे से एक शब्द आयेग...शे'र मे शायद बसेरा या उजाला मे से एक शब्द आयेगा थोडा confuse हूँ मुझे उजाला ज्यादा सही लग रहा है<br><br>शे'र- चिरागो ने जब अंधेरो से दोस्ती की है,<br> जला के अपना घर हमने रोशनी की है। शायर का नाम याद नहीsumithttp://www.blogger.com/profile/15870115832539405073noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-76891988299134089562009-06-05T21:04:14.719+05:302009-06-05T21:04:14.719+05:30शायद सही लफ्ज़ उजाला है. हालाँकि मैं ठीक से नहीं ज...शायद सही लफ्ज़ उजाला है. हालाँकि मैं ठीक से नहीं जनता क्या सही है.Shamikh Farazhttp://www.blogger.com/profile/11293266231977127796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-70208837684377036562009-06-05T22:10:44.888+05:302009-06-05T22:10:44.888+05:30ये मेरी पसंदीदा गज़लों में से एक है जो मैंने मेहंद...ये मेरी पसंदीदा गज़लों में से एक है जो मैंने मेहंदी हसन की आवाज में सुनी थी<br><br>आज का शब्द उजाला ही लग रहा है<br> <br>कुछ शेर अर्ज़ है<br><br>1.उजाले अपनी यादों के हमारे साथ रहने दो<br>न जाने किस गली में जिंदगी की शाम हो जाए<br><br>2. मेरे रास्ते में उजाला रहा<br>दिये उस की आँखों के जलते रहे<br> -बशीर बद्र<br><br><br><br>इस अँधेरे में तो ठोकर ही उजाला देगी<br>रात जंगल में कोईAshishhttp://www.blogger.com/profile/16762760086516751666noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-10349598259006511862009-06-05T23:25:47.852+05:302009-06-05T23:25:47.852+05:30तनहा जी,,,पोस्ट बा में पढेंगे,,,,पर ये जो शे'र...तनहा जी,,,<br>पोस्ट बा में पढेंगे,,,,<br>पर ये जो शे'र है ....बदनाम हुआ वरना,,,,<br><br>इसे रुसवा हुआ वरना कीजिये,,,,, <br>या तो प्रिंटिंग-मिस्टेक है या गलत शे;र..तो खैर नहीं होना चाहिए....<br>अगर गलत हो भी तो मेरे हिसाब से रुसवा शब्द डालने से वजन भी सही हो रहा है और बात भी वहीं है,,,manuhttp://www.blogger.com/profile/11264667371019408125noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-40046595442873783252009-06-06T08:46:27.579+05:302009-06-06T08:46:27.579+05:30उजाला,,,,,,सुमित जी,बा हम....का मतलब शायद है हमारे...उजाला,,,,,,<br>सुमित जी,<br>बा हम....का मतलब शायद है हमारे साथ...<br><br>मैं हाफिज़ उन से जितना बाद गुमां हूँ / वो मुझ से इस कदर बरहम होंगे <br><br>ये शायद यूं होगा,,,<br>जी सुमित जी ,,, बरहम माने गुस्सा या खफा ही होता है,,,,<br><br>बद गुमान ..... गलत धारणा या गलत राय बना लेना,,,manuhttp://www.blogger.com/profile/11264667371019408125noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-44340557507762147362009-06-06T10:43:30.446+05:302009-06-06T10:43:30.446+05:30मनु जी!आप जिन दो जगहों पर बदलाव करने के लिए कह रहे...मनु जी!<br>आप जिन दो जगहों पर बदलाव करने के लिए कह रहे हैं, वह मैं इसलिए नहीं कर सकता क्योंकि वे शेर मेरे नहीं है, बल्कि "हाफ़िज़" साहब के हैं। "बरहम" वाला शेर तो टंकण की अशुद्धि भी नहीं कह सकते क्योंकि "इकबाल बानो" ने जो गाया है, उसमें भी "बरहम न होंगे" हीं है। रही बात "बदनाम" की तो मैंने कई जगह देखा और हर जगह लिखा है , अब यह मेरा शेर होता तो मैं विश्व दीपकhttp://www.blogger.com/profile/10276082553907088514noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-43083886944770731572009-06-06T11:50:34.548+05:302009-06-06T11:50:34.548+05:30मनु जी, तन्हा जी धन्यवादकल practical की वजह से दिम...मनु जी, तन्हा जी धन्यवाद<br><br>कल practical की वजह से दिमाग घूम रहा था मैने शे'र गलत लिख दिया उसमे उजाला शब्द तो है ही नही, फिलहाल तो उजाला से कोई शे'र याद नही आ रहाsumithttp://www.blogger.com/profile/15870115832539405073noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-6452367902927494012009-06-06T14:50:56.163+05:302009-06-06T14:50:56.163+05:30महफिले ग़ज़ल में एक बार फिर सभी दोस्तों को आदाब जी...महफिले ग़ज़ल में एक बार फिर सभी दोस्तों को आदाब<br> जी सही शब्द "उजाला " है <br><br>इसलिए तो उजाला है मयकदे में बहुत <br>लोग यहाँ घरो को जलाकर शराब पीते हैंकुलदीप "अंजुम"http://www.blogger.com/profile/02096435711959078271noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-42337974043704358202009-06-06T14:56:23.891+05:302009-06-06T14:56:23.891+05:30उजालो में अब हमे दिखाई नहीं देता अँधेरे में कोई ब...उजालो में अब हमे दिखाई नहीं देता <br>अँधेरे में कोई बाहर जाने नहीं देता <br>hahah hahhaaकुलदीप "अंजुम"http://www.blogger.com/profile/02096435711959078271noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-51401319934476909452009-06-06T15:22:12.329+05:302009-06-06T15:22:12.329+05:30दिल के उजले कागज़ पर हम कैसा गीत लिखें बोलो तुम को ...दिल के उजले कागज़ पर हम कैसा गीत लिखें <br>बोलो तुम को गैर लिखें या अपना मीत लिखें <br>- डॉ राही मासूम रजाकुलदीप "अंजुम"http://www.blogger.com/profile/02096435711959078271noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-36965236482436493952009-06-06T15:22:12.328+05:302009-06-06T15:22:12.328+05:30आये हैं समझाने लोग हैं कितने दीवाने लोग दैर-ओ-हरम ...आये हैं समझाने लोग <br>हैं कितने दीवाने लोग <br>दैर-ओ-हरम में चैन जो मिलता <br>क्यों जाते मैखाने लोग <br>-कुवर महेंद्र सिंह बेदी "सहर"कुलदीप "अंजुम"http://www.blogger.com/profile/02096435711959078271noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-87906631104912876212009-06-06T15:26:42.007+05:302009-06-06T15:26:42.007+05:30tanha ji jab hum ghazloki bat kerte hain to humunh...tanha ji jab hum ghazloki bat kerte hain to humunhe hindustan pakistan mein alag alag nahi bant sakte<br>akele na hi hindustan ke shayar mukkammal hain na hi pakistan ke<br>humare kuch hindustani shayar pakistan mein yahan se bhi jada lokpriya the jaise khumar sahab,wasim barelavi sahab...........<br><br>aur iqwal bano ji ki awaz ki dilkashika kya kehna <br>"hum dekhenge hum dekhenge ,lazim कुलदीप "अंजुम"http://www.blogger.com/profile/02096435711959078271noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-1985907479090364022009-06-06T15:26:42.006+05:302009-06-06T15:26:42.006+05:30This post has been removed by the author.This post has been removed by the author.कुलदीप "अंजुम"http://www.blogger.com/profile/02096435711959078271noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-51761918790798089682009-06-06T20:40:47.428+05:302009-06-06T20:40:47.428+05:30हिज्र की शब् है और उजाला हैक्या तसव्वुर भी लुटाने ...हिज्र की शब् है और उजाला है<br>क्या तसव्वुर भी लुटाने वाला है <br>-जनाब खुमार बाराबंकवीकुलदीप "अंजुम"http://www.blogger.com/profile/02096435711959078271noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-50277782446593208152009-06-06T20:40:47.427+05:302009-06-06T20:40:47.427+05:30This post has been removed by the author.This post has been removed by the author.कुलदीप "अंजुम"http://www.blogger.com/profile/02096435711959078271noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-56423489005359137122009-06-07T07:19:20.839+05:302009-06-07T07:19:20.839+05:30पहले कमेन्ट पढ़ कर दिया था,,,,अब सुन कर दे रहा हूँ...पहले कमेन्ट पढ़ कर दिया था,,,,अब सुन कर दे रहा हूँ...<br><br>" हफीज " उनसे मैं जितना बद गुमां हूँ,,, (हफिजुनसे मैं जितना बद गुमां हूँ,,)<br>एक दम सही है...<br>लेकिन अगर ...( हाफिज़ ) शब्द का प्रयोग किया जाता तो ये गाया जाना असंभव था..<br>उस सूरत में होना था,,,,,,,,,,,,,<br><br>( मैं "हाफिज़" उन से जितना बद गुमां हूँ,,,,,,,, )manuhttp://www.blogger.com/profile/11264667371019408125noreply@blogger.com