tag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post5510650928502053890..comments2024-03-28T11:13:07.608+05:30Comments on रेडियो प्लेबैक इंडिया: "गोरी तोरे नैन काजर बिन कारे..." श्रृंगार का एक अन्दाज़ यह भीSajeevhttp://www.blogger.com/profile/08906311153913173185noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-72370786380069180772017-01-19T15:26:19.107+05:302017-01-19T15:26:19.107+05:30गजबगजबलोकतन्त्र सचेतकhttps://www.blogger.com/profile/00402722582490792153noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-31629211723817926322011-07-04T18:30:50.257+05:302011-07-04T18:30:50.257+05:30पीलूपीलूअमित तिवारीhttp://www.blogger.com/profile/14958714003791136765noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-39653058798305245512011-07-04T18:32:33.507+05:302011-07-04T18:32:33.507+05:30Majrooh SultanpuriMajrooh SultanpuriKshitihttp://www.blogger.com/profile/03152605329071719784noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-69895280967464097162011-07-04T20:11:39.836+05:302011-07-04T20:11:39.836+05:30नही मालूम समय पर जवाब दे रही हूँ या देर से किन्तु ...नही मालूम समय पर जवाब दे रही हूँ या देर से किन्तु 'चाहे तो मोरा जिया लईले 'मुझे बहुत पसंद है इसके संगीतकार जब रोशन जी जैसे व्यक्ति हो तो बेहतरीन ठुमरी,मुजरा गीत तो बनना ही था भाई.इंदु पुरीhttp://www.blogger.com/profile/03517929821866304468noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-20784770237052427312011-07-04T21:53:29.430+05:302011-07-04T21:53:29.430+05:30अमितजी,क्षितिजी और इंदु बहिन को बधाई.'हमने उनक...अमितजी,क्षितिजी और इंदु बहिन को बधाई.<br>'हमने उनके सामने पहले तो खंजर रख दिया, फिर कलेजा रख दिया और कहा...' <br>वाह! क्या बात है? इस ठुमरी का भी जवाब नहीं.<br>अवध लालAVADHhttp://www.blogger.com/profile/10249724769054535628noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-38486676059737756982011-07-04T22:25:17.811+05:302011-07-04T22:25:17.811+05:30संगीतकार लच्छीराम ने बहुत फ़िल्में तो नहीं की लेकि...संगीतकार लच्छीराम ने बहुत फ़िल्में तो नहीं की लेकिन संगीत प्रेमी उनके संगीत से सजी २ फ़िल्में यथा - मैं सुहागन हूँ जिसमें प्रस्तुत गीत के अलावा 'तू शोख कली मैं मस्त पवन','सब जवान सब हसीं' और रज़िया सुल्ताना का बेहतरीन नग़मा 'ढलती जाये रात कह लें दिल की बात' - के लिए हमेशा याद रखेंगे.<br>अवध लालAVADHhttp://www.blogger.com/profile/10249724769054535628noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-38827625232007288602011-07-04T23:03:51.876+05:302011-07-04T23:03:51.876+05:30अपने आलेख में मैं यह उल्लेख करना भूल गया कि फिल्म ...अपने आलेख में मैं यह उल्लेख करना भूल गया कि फिल्म "मैं सुहागन हूँ" संगीतकार लच्छीराम की संगीत-यात्रा का अन्तिम पड़ाव था| क्षमाप्रार्थी हूँ|कृष्णमोहनhttp://www.blogger.com/profile/18359511255337041801noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-75385909212887882432011-07-11T14:27:32.775+05:302011-07-11T14:27:32.775+05:30बहुत सुंदरबहुत सुंदरगुड्डोदादीhttp://www.blogger.com/profile/10381007322183223193noreply@blogger.com