tag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post5326637768816800834..comments2024-03-28T11:13:07.608+05:30Comments on रेडियो प्लेबैक इंडिया: सुनो कहानी: सुधा अरोड़ा की अन्नपूर्णा मंडल की आखिरी चिट्ठीSajeevhttp://www.blogger.com/profile/08906311153913173185noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-44831770701259294722010-08-07T08:27:25.085+05:302010-08-07T08:27:25.085+05:30बेहद भावपूर्ण प्रस्तुति।ये दर्दनाक अंजाम वाले गीत,...बेहद भावपूर्ण प्रस्तुति।<br><br>ये दर्दनाक अंजाम वाले गीत, कहानियां ही मन को इतना क्यूं छूती हैं?<br><br>प्रीतिजी की आवाज कहानी की आत्मा के साथ एकाकार हुई जा रही थी।<br><br>ऐसी रचना को सुनकर यह भी नहीं कहा जायेगा कि ’बहुत अच्छी लगी।’संजय @ मो सम कौन ?http://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-66693265915431676482010-08-07T08:38:32.249+05:302010-08-07T08:38:32.249+05:30पिछली टिप्पणी से पूर्ण सहमति। सुधा जी की कहानियों ...पिछली टिप्पणी से पूर्ण सहमति। सुधा जी की कहानियों का दर्द पाठक (यहाँ श्रोता) के अंतस को बीन्ध जाता है। प्रीति जी की वाणी ने भी कहानी के साथ पूरा न्याय किया है। यदि श्रोताओं को इन दोनों का परिचय भी मिल सके तो अच्छा होSmart Indian - स्मार्ट इंडियनhttp://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-82448624008799616972010-08-14T00:00:38.548+05:302010-08-14T00:00:38.548+05:30बेहद मार्मिक कहानी . जी भर आया . सच्चाई कितनी जानल...बेहद मार्मिक कहानी . जी भर आया . सच्चाई कितनी जानलेवा होती है कभी कभी .<br>कहानी यह सन्देश भी देती है कि बेटियों को भी आसमान छूने का मौका दिया जाये .<br>अच्छा रिश्ता आते ही उसकी पढाई छुडवाकर उसके हाथ पैर न काट डाले जाएँ वरना वही हाल होगा जो अन्नपूर्ण मंडल का हुआ .<br>रेखाDr. Rachanahttp://www.blogger.com/profile/07369641752129353485noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-36202841615508550022011-06-10T14:27:22.466+05:302011-06-10T14:27:22.466+05:30आपने यह जानकारी नही दी कि क्या यह प्रीति सागर महात...आपने यह जानकारी नही दी कि क्या यह प्रीति सागर महात्मा गाँधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा की अध्यापिका प्रीति सागर ही हैं जिनके बारे में किसी अनाम व्यक्ति ने यह टिप्पणी पोस्ट की थी कि महात्मा गाँधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा की अध्यापिका प्रीति सागर के विरुद्ध केंद्रीय सतर्कता आयोग के निर्देश पर महाराष्ट्र सरकार महात्मा गाँधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा के किसी जयाhttp://www.blogger.com/profile/05915535779669609828noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-64434424268423857152011-06-11T14:40:48.199+05:302011-06-11T14:40:48.199+05:30जी !! आवाज़ की इस कहानी की वाचिका वही प्रीति सागर ...जी !! आवाज़ की इस कहानी की वाचिका वही प्रीति सागर हैं , जो महात्मा गाँधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय की अध्यापिका हैं ...इन्होने महात्मा गाँधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के काल्पनिक कर्मचारी सुनीता के नाम से फ़र्ज़ी पहचानपत्र बनवा कर उसी पहचानपत्र पर रिलाइयेन्स का 8055290238 नं का सिम 2 जनवरी 2010 को लिया ..बाद में कुछ पत्रकारों के द्वारा मामले का भंडाफोड़ किए जाने पर 10 अगस्त 2010 डॉ रामकृष्ण मिश्रnoreply@blogger.com