tag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post4111462375992105601..comments2024-03-28T11:13:07.608+05:30Comments on रेडियो प्लेबैक इंडिया: हम देखेंगे... लाज़िम है कि हम भी देखेंगे...Sajeevhttp://www.blogger.com/profile/08906311153913173185noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-19071037169199037462009-04-24T20:12:00.000+05:302009-04-24T20:12:00.000+05:30kai baar suna tha ise " hum dekhenge" ,g...kai baar suna tha ise " hum dekhenge" ,gaur se sunne par n chaahte hue bhi dil ke behad kareeb aa hi jaati hai yah gazal .<br><br>ek naayaab gajal gaayak kudarat humse le gaya ,shraddhanjali iqbaal <br>baano ji ko .neelamhttp://www.blogger.com/profile/00016871539001780302noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-84576599046060781152009-04-24T20:21:00.000+05:302009-04-24T20:21:00.000+05:30उफ क्या सचमुच ही इकबाल बानो चली गईं मुझे तो विश्...उफ क्या सचमुच ही इकबाल बानो चली गईं मुझे तो विश्वास ही नहीं हो रहा है ।मेरी श्रद्धांजलि । उनके कई सारे गीत हैं मेरे पास आज उन सबको सुनकर ही उनको याद करता हूं ।पंकज सुबीरhttp://www.blogger.com/profile/16918539411396437961noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-64137707958698380312009-04-24T21:43:00.000+05:302009-04-24T21:43:00.000+05:30इकबाल बानो को अंतिम विदा,,,,,,,,,फैज़ को हमेशा ही ...इकबाल बानो को अंतिम विदा,,,,,,,,,<br>फैज़ को हमेशा ही ज़िंदा देखा है इनकी खूबसूरत आवाज में,,,,<br>दिलकश गायकी में,,,,manuhttp://www.blogger.com/profile/11264667371019408125noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-47204163307837385592009-04-24T23:12:00.000+05:302009-04-24T23:12:00.000+05:30मैंने तो पहली बार सुना...पुरकशिश आवाज़...दिल को छू ...मैंने तो पहली बार सुना...पुरकशिश आवाज़...दिल को छू लेनेवाली अदायगी...आवाज़ की दुनिया की इस अजीम शख्सियत को खिराजे-अकीदत पेश है.आचार्य संजीव वर्मा 'सलिल'http://www.blogger.com/profile/13664031006179956497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-25119823415324174522009-04-24T23:50:00.000+05:302009-04-24T23:50:00.000+05:30नाज़िम साहब!आपकी इस बात से मैं पूरी तरह सहमत हूँ क...नाज़िम साहब!<br><br>आपकी इस बात से मैं पूरी तरह सहमत हूँ कि विभाजन ने हमसे दूसरी बेग़म अख़्तर को छीन लिया। मैंने भी इक़बाल बानो को नहीं सुना था। कल रात से सुन रहा हूँ और सुने जा रहा हूँ। पहली बार में यह असर है तो जो अर्से से महसूस करते आ रहे हैं और उन्होंने इनके विदा होने की ख़बर सुनी होगी, तो क्या असर हुआ होगा- सही में इसे आप जैसे संगीत के दीवाने ही बता सकते हैं।<br><br>कल हफ़ीज़ होशियारपुरी का शैलेश भारतवासीhttp://www.blogger.com/profile/02370360639584336023noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-65248621888474266862009-04-25T15:10:00.000+05:302009-04-25T15:10:00.000+05:30शैलेश जी!आपसे सहमत हूँ. काश भारत-पाक अलग न हुए होत...शैलेश जी!<br>आपसे सहमत हूँ. काश भारत-पाक अलग न हुए होते तो न जाने कितने फनकार और उनके कद्रदान मिल सके होते. इक्ब्क्ल बनो जी की आवाज़ में जो कशिश है उसे भूल पाना मुमकिन नहीं, सीधे दिल पर असर करती है.आचार्य संजीव वर्मा 'सलिल'http://www.blogger.com/profile/13664031006179956497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-87325153556303099462009-04-26T12:28:00.002+05:302009-04-26T12:28:00.002+05:30आपके लेख ने इकबाल बानो का जाना और भी दर्दमंद बना द...आपके लेख ने इकबाल बानो का जाना और भी दर्दमंद बना दिया.....बेहद भावुक लेख....इकबाल बानो की आवाज़ में जब हम जामिया के हॉस्टल में "लब पे आती है दुआ, बन के तमन्ना......" सुनते थे, तो मत पूछिए क्या होता था.....फ़ैज़ को पॉपुलर करने में इकबाल बानो का भी योगदान था, ऐसा फ़ैज़ ख़ुद भी मानते थे....आपकी कलम और उनकी गायकी दोनों को सलाम.....निखिल आनन्द गिरिhttp://www.blogger.com/profile/16903955620342983507noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-12675351232974660702009-04-26T12:28:00.001+05:302009-04-26T12:28:00.001+05:30आपके लेख ने इकबाल बानो का जाना और भी दर्दमंद बना द...आपके लेख ने इकबाल बानो का जाना और भी दर्दमंद बना दिया.....बेहद भावुक लेख....इकबाल बानो की आवाज़ में जब हम जामिया के हॉस्टल में "लब पे आती है दुआ, बन के तमन्ना......" सुनते थे, तो मत पूछिए क्या होता था.....फ़ैज़ को पॉपुलर करने में इकबाल बानो का भी योगदान था, ऐसा फ़ैज़ ख़ुद भी मानते थे....आपकी कलम और उनकी गायकी दोनों को सलाम.....निखिल आनन्द गिरिhttp://www.blogger.com/profile/16903955620342983507noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-856567105017224402009-04-26T14:13:00.000+05:302009-04-26T14:13:00.000+05:30adbhut...namanadbhut...namanaaj bhihttp://www.blogger.com/profile/10545576999388567454noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-23260024952135510732009-04-29T23:29:00.000+05:302009-04-29T23:29:00.000+05:30नाजिम साहिब और हिंद युग्म ,मै तहेदिल से शुक्रगुजार...नाजिम साहिब और हिंद युग्म ,<br>मै तहेदिल से शुक्रगुजार हूँ ! आखें ज़रूर नम हैं और दिल उदास हो गया एक बार और बेगम आपा को खोने के ग़म में !<br>साथ में उनकी गाई चंद ग़ज़लें भेज कर बहुत मेहरबानी की आपने ! एक बार फिर जी सकी उन्हें!Rekha Maitranoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-64232163889885620042009-05-05T13:28:00.000+05:302009-05-05T13:28:00.000+05:30इकबाल बानो को श्रद्धांजलि । उनके गीतों को सुनकर दि...इकबाल बानो को श्रद्धांजलि । उनके गीतों को सुनकर दिल भर आया...www.udanti.comhttp://www.blogger.com/profile/16786341756206517615noreply@blogger.com