tag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post3108065474552387540..comments2024-03-28T11:13:07.608+05:30Comments on रेडियो प्लेबैक इंडिया: हर एक घर में दिया भी जले- नीलम मिश्रा की गुजारिशSajeevhttp://www.blogger.com/profile/08906311153913173185noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-68110557848932954772008-09-20T00:09:00.000+05:302008-09-20T00:09:00.000+05:30शानदार लेखशानदार लेखVivek Guptahttp://www.blogger.com/profile/14118755009679786624noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-33348145717506452008-09-20T04:51:00.000+05:302008-09-20T04:51:00.000+05:30लिखना नहीं चाहता था मगर लिखना ही पड़ा कि यह बहुत ही...लिखना नहीं चाहता था मगर लिखना ही पड़ा कि यह बहुत ही अपरिपक्व और बचकाना लेख है. इससे पता लगता है की आप वास्तविकता से कितनी दूर बैठी हैं. देश में हर तरफ़ बम फट रहे हैं और आप बिना पड़ताल के इस तरह का लेख लिखकर क्या आतंकवादियों से सहानुभूति जताना चाहती हैं. अगर बढ़ती हिंसक घटनाओं के बीच हम इसी तरह अनछुए बैठे अपने खयाली पुलाव पकाते रहे तो वह दिन दूर नहीं है जब हमारी भी बारी आयेगी. ये देशद्रोही किसी के Smart Indian - स्मार्ट इंडियनhttp://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-47636703388869621632008-09-20T07:55:00.000+05:302008-09-20T07:55:00.000+05:30आप जो बात कहना चाह रही थी शायद ठीक से उसे कह नही प...आप जो बात कहना चाह रही थी शायद ठीक से उसे कह नही पायी बेशक जो ग़ज़ल आपने प्रस्तुत की है वो बहुत अच्छी है और मुझे लगता है की शयाद वही भाव आप अपने लेख में भी रखना चाहती थी, लेकिन बहुत अधिक पक्षपाती है आपकी विवेचना, मारे गए मासूम और आम लोगों और मोहन चन्द्र जैसे शहीदों के भी तो परिवार हैं उनकी माँ बहनों के आंसू भी आंसू हैं, अभी एक फ़िल्म आई है "मुंबई मेरी जान" हो सके तो ज़रूर देखियेगासजीव सारथीhttp://www.blogger.com/profile/08906311153913173185noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-58279913817060981012008-09-20T10:09:00.000+05:302008-09-20T10:09:00.000+05:30स्मार्ट इंडियन जी , सबसे ...स्मार्ट इंडियन जी ,<br> सबसे पहले दिवंगत शर्मा जी को श्रधांजलि देती हूँ ,हमारे घर ,हमारे भारत को महफूज रखने की कोशिश करने वाले उन सभी देशभक्तों को हम सलाम करते हैं ,हमारे भारत को आजाद कराने में मुसलमान भाइयों के योगदान को कोई भी न भूले ,आम जनता जो घुन की तरह पिस रही मेरा आग्रह उन सभी से है ,आपने उनके माँ -बाप की अपील नही सुनी है कि आप जो चाहे वो सजा दीजिये ,और इससे ज्यादाneelamhttp://www.blogger.com/profile/00016871539001780302noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-20326900990892322812008-09-20T13:09:00.000+05:302008-09-20T13:09:00.000+05:30समझ नही पाया आपका उद्देश्य क्या है ?हर मां-बाप को ...समझ नही पाया आपका उद्देश्य क्या है ?हर मां-बाप को लगता है की उनका बेटा भोला भला बच्चा है ..बिना तथ्यों को जाने आप कैसे ऐसी बातें लिख सकती है....आप एक शहीद की शाहदत पर सवाल उठा रही है ?किसने गोली मारी उन्हें ?क्या आसमान से आयी ?डॉ .अनुरागhttp://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-8319126258302944252008-09-20T13:42:00.000+05:302008-09-20T13:42:00.000+05:30क्या आप जानती है वो माँ चार साल से अपने बेटे से मि...क्या आप जानती है वो माँ चार साल से अपने बेटे से मिली नही है.. उसे ये भी नही पता की चार सालो से उसका बेटा कहा था और क्या कर रहा था.. और वो कह रही है की दोषी हो तो मार दो.. और उनकी बात को इतनी हाइप दी जा रही है.. ये सिर्फ़ हिन्दुस्तान में ही होता है.. शहीद शर्मा जी को आप दिवंगत शर्मा जी कह रही है.. वो मरे नही है.. शहीद हुए है देश के लिए.. आपके इस पूरे लेख में शहीद शर्मा जी का उल्लेख नही है पर तीन कुशhttp://www.blogger.com/profile/04654390193678034280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-36115646660384300362008-09-20T18:43:00.000+05:302008-09-20T18:43:00.000+05:30अच्छी गज़ल पर लेख बिना सोचे समझे और उन राजनैतिक पार...अच्छी गज़ल पर लेख बिना सोचे समझे और उन राजनैतिक पार्टियों की सोच दिखाता है जो अल्पसंख्यकों पर मात्र वोट के डोरे डाला करती हैं।<br>आपको पता होना चाहिये कि जामिया में रह रहे आतंकवादियों के बारे में उन्हीं के एक साथी आतंकी ने अहमदाबाद पुलिस और दिल्ली पुलिस को बतलाया था। ये महज संयोग है कि वे आतंकी मुस्लिम समुदाय से थे। आतंकियों का कोई घर-परिवार नहीं होता है। आप को उस माँ का दिखाई पड़ता है पर बम तपन शर्माhttp://www.blogger.com/profile/02380012895583703832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-45824936474740645442008-09-20T19:22:00.000+05:302008-09-20T19:22:00.000+05:30हमें खेद है-नीलिमा जी का आलेख हमें १८ सितम्बर को ह...<b>हमें खेद है-</b><br><br>नीलिमा जी का आलेख हमें १८ सितम्बर को ही प्राप्त हो गया था, लेकिन यह ग़ज़ल उपलब्ध न होने स्थिति में हम इसका प्रकाशन नहीं कर सके। फिर यूट्यूब के वीडियो को mp3 में बदलना तय किये, तब तक जामिया नगर की घटना भी घट चुकी थी। कल रात आलेख को सम्पादित करके प्रकाशित किया गया, शायद इसलिए पाठक नीलम मिश्रा का वास्तविक संदेश नहीं समझ पाये।<br><br>हमारे संपादन के कारण नीलम मिश्रा जी तथा नियंत्रक । Adminhttp://www.blogger.com/profile/02514011417882102182noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-22887404656197537392008-09-21T07:35:00.000+05:302008-09-21T07:35:00.000+05:30अब घर से निकलना हो गया है मुश्किल,जाने किस मोड़ पर...अब घर से निकलना हो गया है मुश्किल,<br>जाने किस मोड़ पर खडी है मौत...... <br>दस्तक सी देती रहती है हर वक्त दरवाजे पर,<br>पलकों के गिरने उठने की जुम्बिश भी सिहरा देती है....<br>धड़कने बजती है कानो में हथगोलों की तरह,<br>हलकी आहटें भी थर्राती है जिगर ......<br>लेकिन जिन्दगी है की रुकने का नाम ही नहीं लेती,<br>दहशतों के बाज़ार में करते है सांसो का सौदा....<br>टूटती है, पर बिखरती नहीं हर ठोकर पे Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-2153076001990420102008-09-22T12:34:00.000+05:302008-09-22T12:34:00.000+05:30तो असली खलनायक नियंत्रक महोदय है . मुझे यह भी जानक...तो असली खलनायक नियंत्रक महोदय है . मुझे यह भी जानकर आश्चर्य हुआ की पाठको के लेख संपादित करके प्रकाशित किए जाते है , चुनांचे हम उनके असली विचार नहीं पढ़ते है. यह एक बहुत ही दुखद बात है और इस पर बहस होनी चहिये कि हिंद यौग्म संपादित विचारो को क्यो प्रकाशित कर रहा है . क्या किसी लेखक के लेख को यों संपादित करके सिर्फ़ अपनी साईट को लोकप्रिय बनाने के लिए उसके नाम से प्रकाशित करना अपराध नहीं है. <br>Atulhttp://www.blogger.com/profile/03900089125777111373noreply@blogger.com