tag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post2981778361610028772..comments2024-03-28T11:13:07.608+05:30Comments on रेडियो प्लेबैक इंडिया: मैं प्यार का राही हूँ...मुसाफिर रफ़ी साहब ने हसीना आशा के कहा कुछ- सुना कुछSajeevhttp://www.blogger.com/profile/08906311153913173185noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-77259307136987033482010-10-27T19:07:43.801+05:302010-10-27T19:07:43.801+05:301- NAQSH LYALLPURI1- NAQSH LYALLPURIShyamKanthttp://www.blogger.com/profile/05107287619183001671noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-69183114205163602982010-10-27T19:12:03.693+05:302010-10-27T19:12:03.693+05:30सिविल सेवा की मुख्य परीक्षा देने के कारण अगले कुछ ...सिविल सेवा की मुख्य परीक्षा देने के कारण अगले कुछ दिनों तक ब्लॉग पर नियमित उपस्थिति नहीं दे सकूँगा .<br><br>अन्य सभी प्रतिभागियों को मेरी और से शुभकामनाएं<br><br>धन्यवादShyamKanthttp://www.blogger.com/profile/05107287619183001671noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-41988140685969285052010-10-27T19:34:20.106+05:302010-10-27T19:34:20.106+05:303__ B R Ishara3__ B R Isharachintoohttp://www.blogger.com/profile/12101324769200593377noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-18300259839530689612010-10-27T19:53:13.586+05:302010-10-27T19:53:13.586+05:30कभी कभी मेरे दिल में ख़याल आता है ......…के ...कभी कभी मेरे दिल में ख़याल आता है ......…<br><br>के ज़िन्दगी तेरी जुल्फों की नर्म छाओं में ........<br>गुज़रने पाती तो शादाब हो भी सकती थी .......<br>ये तीरगी जो मेरी जीस्त का मुक़द्दर है .......<br>तेरी नज़र की शुआओं में खो भी सकती थी ...........<br><br>मगर ये हो न सका और अब ये आलम है ........<br>के तू नहीं , तेरा गम , तेरी जुस्तजू भी नहीं ........Triyambak Naath Vachaspati (Batuk Nath)noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-36753456396881545822010-10-27T19:53:13.585+05:302010-10-27T19:53:13.585+05:30कभी कभी मेरे दिल में ख़याल आता है ......…के ...कभी कभी मेरे दिल में ख़याल आता है ......…<br><br>के ज़िन्दगी तेरी जुल्फों की नर्म छाओं में ........<br>गुज़रने पाती तो शादाब हो भी सकती थी .......<br>ये तीरगी जो मेरी जीस्त का मुक़द्दर है .......<br>तेरी नज़र की शुआओं में खो भी सकती थी ...........<br><br>मगर ये हो न सका और अब ये आलम है ........<br>के तू नहीं , तेरा गम , तेरी जुस्तजू भी नहीं ........Triyambak Naath Vachaspati (Batuk Nath)noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-60889349417422025032010-10-27T20:55:47.217+05:302010-10-27T20:55:47.217+05:30'मैं प्यार का राही हूँ,तेरी ज़ुल्फ़ के साये में....'मैं प्यार का राही हूँ,तेरी ज़ुल्फ़ के साये में....'<br>बहुत प्यारा गाना है इतने समय से ये गाना सुन रही हूँ एक दो बार खुद लगा मैंने गलत याद कर लिया है.और अपने कई परिचितों को बताया भी कि उपर वाली पंक्तिय नीचे वाले अंतरे के साथ और अन्तिम वाली....यानि कहीं गलत सी नही लगती ये? सब कहते अपने दिमाग को ज्यादा मत दोड़ाया करो.....कुछ भी हो गाना है बेमिसाल.बीच में एक म्युक का टुकड़ा सुनाई देता 'इंदु पुरी गोस्वामीhttp://www.blogger.com/profile/03517929821866304468noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-42925018432609370682010-10-27T21:20:14.102+05:302010-10-27T21:20:14.102+05:30संगीतकार जोड़ी : सपन जगमोहन अवध लालसंगीतकार जोड़ी : सपन जगमोहन <br>अवध लालAVADHhttp://www.blogger.com/profile/10249724769054535628noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-28029647820557088902010-10-27T21:22:24.767+05:302010-10-27T21:22:24.767+05:30प्रिय श्यामकांत जी,आपको सिविल सेवा परीक्षा में सफल...प्रिय श्यामकांत जी,<br>आपको सिविल सेवा परीक्षा में सफलता के लिए हार्दिक शुभकामनाएं.<br>अवध लालAVADHhttp://www.blogger.com/profile/10249724769054535628noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-86261940991114647832010-10-27T22:40:56.989+05:302010-10-27T22:40:56.989+05:302: Jaidev2: Jaidevbittuhttp://www.blogger.com/profile/02951460386020599869noreply@blogger.com