tag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post1404718141714788481..comments2024-03-28T11:13:07.608+05:30Comments on रेडियो प्लेबैक इंडिया: वार्षिक गीतमाला (पायदान २० से ११ तक)Sajeevhttp://www.blogger.com/profile/08906311153913173185noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-75852380218330525762009-01-01T12:59:00.000+05:302009-01-01T12:59:00.000+05:30हर गीत के बारे में इतनी अच्छी जानकारी कहाँ से लाती...हर गीत के बारे में इतनी अच्छी जानकारी कहाँ से लाती है आवाज़ की टीम...<br>मुझे ये गीतमाला बहुत पसंद आ रही है.. और साथ में दिये जाने वाली जानकारी...तपन शर्माhttp://www.blogger.com/profile/02380012895583703832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-5900977573009039192009-01-01T13:58:00.000+05:302009-01-01T13:58:00.000+05:30तू राजा की राजदुलारी गीत के बारे में ये भी सुना है...तू राजा की राजदुलारी गीत के बारे में ये भी सुना है कि इसके निर्देशक ने ये गीत कभी बचपन में किसी देहात में सुना था और वो कुछ ऐसे उनके मन में बैठ गया कि जब इस फ़िल्म के लिए उन्हें इस गीत को रखने की सोची, तो मूल रूप से रागनी गाने वाले किसी कलकार की खोज शुरू हुई और इस तरह एक भीड़ देहात में छुपा एक नया कलाकार आज भारत की शान बन गया...मुझे इस गीत के बोल इतने पसंद हैं कि क्या बताऊँ....दिन में दो तीन बार सजीव सारथीhttp://www.blogger.com/profile/08906311153913173185noreply@blogger.com