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अपने प्रेम पर विश्वास हो तो ऐसे गीत निकलते हैं दिल से

खरा सोना गीत - जीत ही लेंगें बाज़ी हम तुम   प्रस्तोता - मीनू सिंह  स्क्रिप्ट - सुजॉय चट्टर्जी  प्रस्तुति - संज्ञा टंडन 

फिल्मों के राग आधारित होली गीत

स्वरगोष्ठी – 160 में आज रागों के रस-रंग से अभिसिंचित फिल्मों में राधाकृष्ण की होली ‘बिरज में होली खेलत नन्दलाल...’ ‘रेडियो प्लेबैक इण्डिया’ के मंच पर ‘स्वरगोष्ठी’ के एक नए अंक के साथ मैं कृष्णमोहन मिश्र, एक बार पुनः आप सब संगीतानुरागियों का हार्दिक स्वागत करता हूँ। मित्रों, पिछली कड़ी में अबीर-गुलाल के उड़ते सतरंगी बादलों के बीच सप्तस्वरों के माध्यम से सजाई गई महफिल में आपने धमार के माध्यम से होली के मदमाते परिवेश की सार्थक अनुभूति की है। हम यह चर्चा पहले भी कर चुके हैं कि भारतीय संगीत की सभी शैलियों- शास्त्रीय, उपशास्त्रीय, सुगम, लोक और फिल्म संगीत में फाल्गुनी रस-रंग में पगी रचनाएँ मौजूद हैं, जो हमारा मन मोह लेती हैं। इस श्रृंखला में अब तक हमने फिल्म संगीत के अलावा संगीत की इन सभी शैलियों में से रचनाएँ चुनी हैं। आज के अंक में हम विभिन्न रागों पर आधारित कुछ फिल्मी होली गीत लेकर आपके बीच उपस्थित हुए हैं। आज हम आपको राग काफी, पीलू और भैरवी पर आधारित फिल्मी होली गीत सुनवा रहे हैं।  सां स्कृतिक दृष्टि से ब्रज की होली और इस अवसर के संग

"कहीं दूर जब दिन ढल जाये" - जानिये कैसे यह गीत 'अन्नदाता' से निकल कर आ गया 'आनन्द' में

एक गीत सौ कहानियाँ - 25   ‘कहीं दूर जब दिन ढल जाये...’ हम रोज़ाना न जाने कितने ही गीत सुनते हैं, और गुनगुनाते हैं। पर ऐसे बहुत कम ही गीत होंगे जिनके बनने की कहानी से हम अवगत होंगे। फ़िल्मी गीतों की रचना प्रक्रिया, उनसे जुड़ी दिलचस्प बातें, और कभी-कभी आश्चर्य में डाल देने वाले तथ्यों की जानकारियों को समेटता है 'रेडियो प्लेबैक इण्डिया' का साप्ताहिक स्तंभ 'एक गीत सौ कहानियाँ'। इसकी 25-वीं कड़ी में आज जानिये फ़िल्म 'आनन्द' के एक सदाबहार गीत के बारे में... संगीतकार ओ. पी. नय्यर ने सच ही कहा है कि किसी भी गीत के लिए 50% श्रेय गीतकार को मिलना चाहिये, 25% संगीतकार को, और बाकी के 25% में गायक और साज़िन्दे आदि आते हैं। सच ही तो है कि किसी गीत को कालजयी बनाता है उसके असरदार बोल, उसका सुन्दर काव्य, उसमें छुपा दर्शन और संदेश। ऐसी ही एक कालजयी रचना है फ़िल्म 'आनन्द' में - "कहीं दूर जब दिन ढल जाये, सांझ की दुल्हन बदन चुराये, चुपके से आये, मेरे ख़यालों के आंगन में कोई सपनों के दीप जलाये, दीप जलाये"। योगेश, सलिल चौधरी और मुकेश की तिकड़ी ने क

'बेबी डौल' की मादक अदाएं और 'गुलछर्रे' उडाती मस्तियाँ

ताज़ा सुर ताल 2014 -10  ताज़ा सुर ताल में आज चर्चा इस माह के सबसे हिट गीत की. पोर्न स्टार सनी लियोनि अब तक के सबसे बोल्ड अवतार में अवतरित होने वाली हैं फिल्म रागिनी एम् एम् एस २  में. फिल्म में मुक्तलिफ़ संगीतकारों ने योगदान दिया है. सबसे अधिक चर्चा में है बेबी डौल  गीत जो इन दिनों हर पार्टी में धूम मचा रहा है. मीत बंधुओं और अनजान की तिकड़ी ने इस गीत के लिए एक अनूठी रिदम का चयन किया है, जिसे सुनकर कदम बरबस ही थिरक उठते हैं. कुमार के शब्द भी पूरी तरह मेल खाते हैं गीत के थीम से. जैसा कि हम आपको पहले भी बता चुके हैं कि मीत बंधू अपने रचित हर गीत में अपनी आवाज़ का तडका अवश्य लगाते हैं, लेकिन गीत की प्रमुख गायिका है कनिका कपूर जिनकी आवाज़ और अदायगी में एक अंतरास्ट्रीय अपील है, शायद ये बॉलीवुड में उनका पहला गीत है पर उन्होंने बेहद ऊर्जा के साथ गीत को अंजाम दिया है. तो लीजिए सुनिए और झूमिए बेबी डोल  के संग  आज का दूसरा गीत भी कुछ थिरकता मचलता ही है. नुपुर अस्थाना निर्देशित बेवकूफियां  की कहानी लिखी है हबीब फैज़ल ने. फिल्म के संगीतकार हैं रघु दीक्षित, जो एक बेहद प्रतिभाशाली गायक-संगीतकार हैं

वफ़ा और ज़फा की शर्तों के बीच कैद एक नगमा

खरा सोना गीत - है इसी में प्यारा की आबरू   प्रस्तोता - दीप्ति सक्सेना  स्क्रिप्ट - सुजॉय चट्टर्जी प्रस्तुति - संज्ञा टंडन 

MH370 विमान में लापता हुए लोगों के लिए मंगलकामना करता है 'रेडियो प्लेबैक इण्डिया'

विशेष प्रस्तुति  MH370 विमान में लापता हुए लोगों को समर्पित  MH370 विमान के लापता हुए आज 10 दिन बीत चुके हैं। सिविल एविएशन के इतिहास में शायद यह सबसे बड़ी रहस्यमय घटना है जिसने पूरे विश्व को दहला दिया है। इतना विशाल विमान, 239 लोग, यकायक कैसे ग़ायब हो गए बिना किसी सुराग़ के! आज 'रेडियो प्लेबैक इण्डिया' इस विशेष प्रस्तुति के माध्यम से MH370 विमान में लापता हुए लोगों के शीघ्र वापसी की मंगलकामना करता है। आस-पास मम्मी, पापा, कहाँ हो आप? मुस्कुराकर 'गूड-बाइ' कहा था उस रात को एअरपोर्ट पर याद है ना? और कहा था सुबह बेजिंग् पहुँचते ही फ़ोन करेंगे रात भर मुन्नी करवट बदलती रही आप दोनों के बिना सोने की आदत जो नहीं किसी तरह सुबह हुई और पूछने लगी "मम्मी-पापा का फ़ोन आया?" क्या जवाब देता उसे? फ़ोन तो आया था पर एअरवेज़ का। आपने कहा था कि बस दस दिनों की ही तो बात है तो लीजिये आज पूरे दस दिन हो गये अब तो आपके वापसी का भी समय हो गया अब तो चले आइये! मुन्नी अपने चीनी खिलौनों का इन्तज़ार कर रही है दादा-दादी मुरझा चुके हैं नाना-नानी ख़ामोश बैठे

होली पर सुनिए एक कमचर्चित गीत

खरा सोना गीत - आओ रे आओ खेलो होली   प्रस्तोता - मीनू सिंह स्क्रिप्ट - सुजॉय चट्टर्जी  प्रस्तुति - संज्ञा टंडन