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चुनिए वर्ष २०१३ में सर्वश्रेष्ठ फनकार रेडियो प्लेबैक के साथ

चुनिए वर्ष २०१३ में सर्वश्रेष्ठ फनकार रेडियो प्लेबैक के साथ Best Singer (Male) Arijit Singh (Tum Hi Ho - Ashiqui 2) Ankit Tiwari (Sun Raha Hai Na Tu - Ashiqui 2) Sidharth Mahadevan (Zinda- Bhaag Milkha Bhaag) Arif Lohar ( Ab Tu Bhaag Milkha- Bhaag Milkha Bhaag) Swanand Kirkire (Monta Re - Lootera) pollcode.com free polls Best Singer (Female) Aditi Paul (Ang Laga De - Ramleela) Shreya Ghoshal (Nagade Sang Dhol - Ramleela) Palak Muchhal (Chahun Main Ya Na - Ashiqui 2) Ram Chahe Leela (Bhumi Trivedi - Ramleela) Chinmayi Sripada (Titli - Chennai Express) pollcode.com free polls Best Album Bhaag Milkha Bhaag Ashiqui 2 Lootera Ramleela Ranjhana    pollcode.com free polls   Best Music Director Shankar Ehsaan Loy (Bhaag Milkha Bhaag) Amit Trivedi (Lootera) Sanjay Leela Bansali (Ramleela) Mithun, Jeet Ganguli & Ankit Tiwari (Ashiqui 2) Amit Trivedi (Kai Po Che)    pollcode.com free polls   Best Lyricist Ab Tu Bhaag Milkha (Bhaag Milkha Bhaag)- Prasoon Joshi Aise Na Dekho (R

आधुनिकता और पारंपरिक अंदाज़ का मधुर मिश्रण है विशाल की संगीत दुनिया

पं चम दा के बाद अगर गुलज़ार साहब के शब्दों का मर्म कोई समझ पाया है तो वो हैं संगीतकार विशाल भारद्वाज. विशाल मौसिकी तक ही सीमित नहीं हैं, वो एक बहतरीन लेखक, स्क्रीन लेखक, और निर्देशक भी हैं. आज हमारे पॉडकास्टर सुनील चिप्दे के साथ आईये हमसफ़र बनें विशाल के अब तक के संगीत सफर की.   स्वर : सुनील चिप्डे  प्रस्तुति : संज्ञा टंडन 

'सिने पहेली' का 90% सफ़र होता है आज पूरा, बने रहिये अगले 10% सफ़र में भी...

सिने पहेली –90 'सिने पहेली' के सभी प्रतियोगियों औ़र पाठकों को सुजॉय चटर्जी का सप्रेम नमस्कार। दोस्तों, देखते ही देखते 'सिने पहेली' के सफ़र का एक और पड़ाव आ गया है। आज दस में से नौ सेगमेण्ट्स की समाप्ति हो रही है, यानी कि इस प्रतियोगिता का 90% हिस्सा पूरा हो रहा है आज। अब बस एक सेगमेण्ट शेष है जो अगले सप्ताह से शुरु हो जाएगा। ख़ैर, वापस आते हैं आज की पहेली पर। दोस्तों, सच पूछिये तो आज मुझे बिल्कुल भी समझ नहीं आ रहा है कि आप से किस तरह की पहेली पूछूँ, इसलिए आज कुछ मिले-जुले सवाल ही पूछ लेता हूँ। पर इन्हें सुलझाने में आपको दिमाग ज़रूर लगाना पड़ेगा। देखते हैं कितने प्रतियोगी आज के सवालों का सही सही जवाब दे पाते हैं! आज की पहेली : कुछ और सवाल 1. एक गीत है जिसमें गायक किशोर कुमार फ़िल्म के निर्माता जे. ओम. प्रकाश की चुटकी लेते हुए गीत के अन्त में गाते हैं " पचास हज़ार खर्चा कर दिये ", जो मूल गीत में नहीं था, पर रेकॉर्डिंग्‍ के समय किशोर दा गा गये, जैसा कि हमने बताया निर्माता की टाँग खींचते हुए। बताइये कौन सा

नए साल पर टी सीरीस का एक संगीतमय तोहफा : "आई लव न्यू ईयर"

टी सीरीस के भूषण कुमार संगीतमयी रोमांटिक फिल्मों के सफल निर्माता रहे हैं. चूँकि इन फिल्मों का संगीत भी दमदार रहता है तो उनके लिए दोहरे फायदे का सौदा साबित होता है. इस साल आशिकी २ और नौटंकी साला की जबरदस्त सफलता के बाद वो हैट्रिक लगाने की तैयारी में थे आई लव न्यू ईयर के साथ. मगर फिल्म की प्रदर्शन तिथि, एक के बाद एक कारणों से टलती चली गयी. पहले यमला पगला दीवाना २ के प्रमोशन के चलते फिल्म का प्रदर्शन अप्रैल-मई से टल कर सितम्बर कर दिया गया. फिर भूषण और फिल्म के नायक सन्नी देओल के बीच कुछ धन राशि के भुगतान को लेकर मामला छिड़ गया. अब जाकर फिल्म को दिसंबर के अंतिम सप्ताह में जारी करने की सहमती बनी है. फिल्म के शीर्षक के लिहाज से भी ये एक सही कदम है. पर अभी तक फिल्म का प्रचार ठंडा ही दिखाई दे रहा है. बहरहाल हम फिल्म के संगीत की चर्चा तो कर ही सकते हैं.  फिल्म में प्रीतम प्रमुख संगीतकार हैं, मगर एक एक गीत फलक शबीर ( नौटंकी साला वाले), और अनुपम अमोद के हिस्से भी आया है, साथ ही पंचम द के एक पुराने हिट गीत को भी एल्बम में जोड़ा गया है. गीत मयूर पुरी, सईद कादरी और फलक शबीर ने लिखे हैं. फ

लफ़्ज़ों की गुज़ारिश को परवान देता एक गीतकार

रा ष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित गीतकार प्रसून जोशी एक सफल स्क्रीन लेखक और मशहूर कॉपीराईटर भी हैं. दिल से कवि, प्रसून ने अपनी कलम के जादू से इंडस्ट्री में आज अपना एक खास मुकाम बना लिया है. प्रसून पर सुनील चिपडे की विशेष प्रस्तुति आज सुनें सिर्फ और सिर्फ रेडियो प्लेबैक इंडिया पर    

काजल कुमार का व्यंग्य ड्राइवर

इस साप्ताहिक स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको हिन्दी में मौलिक और अनूदित, नई और पुरानी, प्रसिद्ध कहानियाँ और छिपी हुई रोचक खोजें सुनवाते रहे हैं। पिछली बार आपने माधवी चारुदत्ता के स्वर में शोभना चौरे की लघुकथा " करवा चौथ " का पाठ सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं प्रसिद्ध कार्टूनिस्ट काजल कुमार की व्यंग्यात्मक लघुकथा ड्राइवर जिसे स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने। कहानी "ड्राइवर" का गद्य कथा कहानी ब्लॉग पर उपलब्ध है। इस कथा का कुल प्रसारण समय 2 मिनट 4 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। कवि, कथाकार और कार्टूनिस्ट काजल कुमार के बनाए चरित्र तो आपने देखे ही हैं। उनकी एक व्यंग्यात्मक लघुकथा एक था गधा भी आप पहले सुन चुके हैं। काजल कुमार दिल्ली में रहते हैं। हर सप्ताह यहीं पर

भरत व्यास और वंसत देसाई की अनूठी जुगलबंदी

1959 में बनी सफल फिल्म थी गूँज उठी शहनाई, जिसके निर्देशक थे विजय भट्ट. भरत व्यास के गीतों को शानदार संगीत से संवारा वसंत देसाई ने. इस फिल्म का हर गीत आज भी श्रोताओं के जेहन में एकदम ताज़ा है. आईये खरा सोना गीत के अंतर्गत आज रचेता टंडन के साथ सुनते हैं इसी फिल्म का ये यादगार युगल गीत. स्क्रिप्ट - सुजॉय चट्टर्जी स्वर - रचेता टंडन  प्रस्तुति - संज्ञा टंडन