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सिने पहेली – 75 -ये युद्ध नहीं है खेल है प्यारे

सिने पहेली – 7 5 ये युद्ध नहीं है खेल है प्यारे !     सिने पहेली के 75   वें अंक में सभी प्रतियोगियों का बहुत बहुत स्वागत है.  साथियों जिस तरह से सिने पहेली 74 में प्रतियोगियों के बीच में बहस हुई है हमें नहीं लगता कि यह एक स्वस्थ प्रतियोगिता की पहचान है.  हमारा उद्देश्य है कि रेडिओ प्लेबैक इण्डिया आप सबको स्वस्थ मनोरंजन प्रदान करती रहे.  दारूवाला  जी आपकी बात सही है कि हर साईट को ट्रेफिक चाहिए लेकिन रेडिओ प्लेबैक इण्डिया किसी एक व्यक्ति की साईट नहीं है. हाँ शुरुआत कुछ लोगों ने जरूर करी थी लेकिन आज ये एक परिवार है और इसकी सफलता हमारे पाठकों और दर्शकों का जूनून है.   यहाँ हर कोई अपना योगदान देने के लिए स्वतंत्र है और अगर आप पुराने पाठक / श्रोता हैं तो आप इसे बखूबी जानते होंगे. केवल एक बात कहना चाहूँगा कि  रेडिओ प्लेबैक इण्डिया को     ट्रेफिक बढ़ाने के लिए   छद्म प्रतियोगी बनाकर उत्तर देने की कोई जरूरत ही नहीं है. हम संख्या में नहीं अपने पाठकों और श्रोताओं में विश्वास करते हैं. हम तो आपसे भी गुज़ारिश करते हैं कि आप अपना पूर्ण परिचय दीजिये और हमारे साथ

गैंगस्टरों की खूनी दुनिया में प्रीतम के संगीत का माधुर्य

कु छ गीत हमेशा ही जेहन में ताज़ा रहते हैं, प्रीतम का स्वरबद्ध पी लूँ  और तुम जो आये  गीत भी इसी श्रेणी में आते हैं. वंस अपोन अ टाइम इन मुम्बई  की सफलता में इन गीतों की कामियाबी का बहुत बड़ा हाथ रहा. मुम्बई अंडरवर्ड के काले दौर को गुजरे समय की एक दास्ताँ बता कर पेश किया गया था इस फिल्म में, अब इसके दूसरे संस्करण में इसी कहानी को आगे बढ़ाया गया है. जहाँ तक गीत संगीत की बात है यहाँ भी प्रीतम दा ही हैं अपने लाजवाब फॉर्म में और उन्हें साथ मिला है निर्देशक गीतकार रजत अरोड़ा का, रजत डर्टी पिक्चर के हिट गीत लिखकर अपनी एक खास पहचान बना चुके हैं. आईये देखें क्या इस दूसरे संस्करण का संगीत भी श्रोताओं की उम्मीद पर खरा उतर पाया है या नहीं.  अभी हाल ही में मुर्रब्बा, रंगरेज  और मेरा यार  जैसे शानदार गीत गाकर जावेद बशीर इन दिनों छाये हुए हैं, उन्हीं की करारी आवाज़ जो तीर की तरफ सीधे दिल को भेद जाती है, में है पहला गीत ये तुने क्या किया , एक खूबसूरत कव्वाली. शुरू के शेरों से ही समां सा बांध जाता है. रजत के शब्द और प्रीतम की धुन दोनों ही उत्तम है. कोरस का इस्तेमाल भी खूब जमता है.  अगला गीत भी एक

राग गौड़ मल्‍हार के गीत

प्लेबैक इण्डिया ब्रोडकास्ट ‘गरजत बरसत सावन आयो...’ राग गौड़ मल्हार पर आधारित फिल्मी गीत                                                 आलेख : कृष्णमोहन मिश्र  स्वर एवं प्रस्तुति : संज्ञा टण्डन

उस्ताद विलायत खाँ से सुनिए राग शंकरा

    स्वरगोष्ठी – 130 में आज भूले-बिसरे संगीतकार की कालजयी कृति – 10 राग शंकरा पर आधारित एक अनूठा गीत ‘बेमुरव्वत बेवफा बेगाना-ए-दिल आप हैं...’ इन दिनों आप ‘रेडियो प्लेबैक इण्डिया’ के साप्ताहिक स्तम्भ ‘स्वरगोष्ठी’ पर जारी लघु श्रृंखला ‘भूले-बिसरे संगीतकार की कालजयी कृति’ का रसास्वादन कर रहे हैं। इस लघु श्रृंखला की दसवीं और समापन कड़ी के साथ मैं कृष्णमोहन मिश्र आप सब संगीत-प्रेमियों की इस संगोष्ठी में उपस्थित हूँ और आपका हार्दिक स्वागत करता हूँ। इस श्रृंखला के अन्तर्गत अब तक हम आपको राग-आधारित कुछ ऐसे फिल्मी गीत सुनवा चुके हैं, जो छः दशक से भी पूर्व की अवधि के हैं। रागों के आधार के कारण ये आज भी सदाबहार गीत के रूप में हमारे बीच प्रतिष्ठित हैं। परन्तु इनके संगीतकार हमारी स्मृतियों में धूमिल हो गए हैं। इस श्रृंखला को प्रस्तुत करने का हमारा उद्देश्य यही है कि इन कालजयी, राग आधारित गीतों के माध्यम से हम उन भूले-बिसरे संगीतकारों को स्मरण करें। आज के अंक में हम आपको 1966 की फिल्म ‘सुशीला’ का राग शंकरा पर आधारित एक सदाबहार गीत सुनवाएँगे और इस गीत के संगीतकार स

सिने पहेली – 74- सवाल हमारे जवाब आपके!

सिने पहेली – 7 4 सवाल हमारे जवाब आपके!     सिने पहेली के 7 3 वें अंक में लगता है सवाल नम्बर 5 ने काफी लोगों को दुविधा में डाला और आवाज़ पहचानने के सवाल को तर्क संगत नहीं ठहराया.  दोस्तों आप सबसे केवल एक बात कहना चाहता हूँ कि अगर पहेली प्रतियोगी की सुविधा अनुसार बनाई जाए तो फिर कैसी पहेली?  ये तो कुछ उस तरह हो जाएगा कि स्कूल के विद्यार्थी कहें कि सवाल हमारी जानकारी के ही हिसाब से बनाये जाएँ.  कृपया ध्यान दें कि सवाल हम लोग भी अपने आस पास से ही लेते हैं और सबको एक सप्ताह का समय दिया जाता है कि वो इन्टरनेट और बाकी श्रोतों से जवाब ढूंढें.  अब पिछली पहेली को ही देख लीजिये प्रकाश गोविन्द जी और क्षिति तिवारी जी ने आवाज़ को पहचान लिया.  फिर भी आप सबकी बातों को ध्यान में रखकर आप लोगों को कुछ हिंट देने की जरूर कोशिश करेंगे. इस बार कोइ भी पूर्ण अंक प्राप्त नहीं कर पाया. प्रकाश जी जल्दीबा जी में गाने का नाम बतलाना ही भूल गए. बाकी सवाल नम्बर 2 के बाकी उत्तर उन्होंने सही दिए. आज की पहेली के पाँच सवाल नीचे हैं , ध्यान से उत्तर दीजिये और पूरे अंक प्राप्त करने का मौक