Skip to main content

Posts

रंजना भाटिया, निखिल आनंद गिरि, सुनीता 'शानू', मनीष वंदेमातरम्, शैलेश भारतवासी की बातें और काव्य-पाठ

हिन्द-युग्म की टीम विश्व पुस्तक मेला २००८ से मधुरतम समय निकाले तो शायद अभिनव शुक्ल से जुड़ी बातें उनमें से एक होंगी। मेले के पहले ही दिन से उनका स्टैंड पर आना, हिन्द-युग्म के वाहकों से इनके हाल-चाल लेना, नाश्ते-पानी का प्रबंध करके जाना आदि भावविभोर कर देते थे। कई कार्यकर्ता तो इसलिए हैरान थे कि उन्हें यह ही नहीं पता चल पाता था कि भला ये महानुभाव कौन हैं? अभिनव शुक्ल जी इतनी आत्मीयता से मिलते थे कि किसी की भी यह पूछने की हिम्मत नहीं होती थी कि भाईसाहब आपका नाम क्या है? अभिनव जी बहुत कम ही समय के लिए हिन्द-युग्म के स्टैंड पर आते थे मगर पूरे माहौल को खुशनुमा कर जाते थे। मेले के समापन से एक दिन पहले स्टैंड को बंद करने के वक़्त इन्होंने वहाँ उपस्थित सभी साथियों का इंटरव्यू लिया और काव्य-पाठ रिकार्ड किया ताकि रेडियो सलाम नमस्ते के श्रोताओं को सुनवाया जा सके। आप भी सुनिए रंजना भाटिया 'रंजू' , निखिल आनंद गिरि , सुनीता 'शानू' और मनीष वंदेमातरम् की बातें और काव्यपाठ- नीचे के प्लेयर से सुनें. (प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लिक करें।)

निखिल आनंद गिरि का रेडियो सलाम नमस्ते पर काव्य-पाठ

7 अप्रैल 2008 के भारतीय समयानुसार सुबह 7:30 हिन्द-युग्म के सदस्य निखिल आनंद गिरि का जीवंत टेलीफोनिक साक्षात्कार और काव्य-पाठ प्रसारित किया गया। यह प्रसारण डैलास, अमेरिका के एफ॰एम॰ रेडियो स्टेशन 'रेडियो सलाम नमस्ते' से 'कवितांजलि' कार्यक्रम के अंतर्गत किया गया। यह कार्यक्रम वहाँ के स्थानीय समयानुसार प्रत्येक रविवार की रात्रि ९ बजे से १० बजे तक होता है जिसका संचालन श्री आदित्य प्रकाश जी करते हैं। इस कार्यक्रम में दुनिया भर से हिन्दी के लगभग सभी नामचीन मंचिय कवियों ने काव्य-पाठ किया है। हमने निखिल के साक्षात्कार को रिकार्ड करने का यत्न किया है। डेंटन निवासी युवा कवयित्री रचना श्रीवास्तव ने भी हिन्द-युग्म के युवा कवि का प्रोत्साहन करने के लिए काव्य-पाठ और बातचीत के बाद स्टूडियों फोन किया था, मगर हम उनकी बातों को ठीक से रिकार्ड नहीं कर सके। फिर भी हिन्द-युग्म उन्हें लिखित धन्यवाद ज़रूर देना चाहेगा। नीचे ले प्लेयर से सुनें. (प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लिक करें।) यदि आप इस पॉडकास्ट को नहीं सुन पा रहे हैं तो नीचे दिये गये लिंकों से

परियों की शहज़ादी (Pariyon ki Shahzadi)

श्रोताओं की सलाहों पर ध्यान देते हुए, बच्चो, इस बार मीनू आंटी ने बिलकुल नये अंदाज़ में सीमा सचदेव की कविता ' परियों की शहज़ादी ' को रिकार्ड किया है। अब वो कितनी सफल हुई हैं, यह तो आपलोग ही बतायेंगे। नीचे ले प्लेयर से सुनें. (प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लिक करें।) यदि आप इस पॉडकास्ट को नहीं सुन पा रहे हैं तो नीचे दिये गये लिंकों से डाऊनलोड कर लें (ऑडियो फ़ाइल तीन अलग-अलग फ़ॉरमेट में है, अपनी सुविधानुसार कोई एक फ़ॉरमेट चुनें) VBR MP3 64Kbps MP3 Ogg Vorbis